लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली न्यूज़

शासन व्यवस्था

आरोग्य सेतु एप अब ओपन सोर्स

  • 27 May 2020
  • 6 min read

प्रीलिम्स के लिये:

आरोग्य सेतु ऐप, ओपन सोर्स, बग बाउंटी कार्यक्रम  

मेन्स के लिये:

आरोग्य सेतु एप एवं निजता का मुद्दा 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्र सरकार ने ‘आरोग्य सेतु एप’ को उपयोगकर्त्ताओं को ‘ओपन-सोर्स’ (Open-Source) के रूप में उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

प्रमुख बिंदु:

  • ‘आरोग्य सेतु एप’का एंड्रॉयड संस्करण पहले से उपलब्ध है जबकि आईओएस (iPhone Operating System- iOS) संस्करण अगले दो सप्ताह में जारी किया जाएगा तथा सर्वर कोड बाद में जारी किया जाएगा।
  • सरकार के अनुसार, आरोग्य सेतु एप के 98% उपयोगकर्त्ता एंड्रॉयड फोन का उपयोग करते हैं।

आरोग्य सेतु एप: 

  • आरोग्य सेतु एप को 'सार्वजनिक-निजी साझेदारी' (Public-Private Partnership- PPP) के जरिये तैयार एवं गूगल प्ले स्टोर पर लॉन्च किया गया है।
  • इस एप का मुख्य उद्देश्य COVID-19 से संक्रमित व्यक्तियों एवं उपायों से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराना है।
  • एक बार स्मार्टफोन में इन्स्टॉल होने के पश्चात् यह एप नज़दीक के किसी फोन में आरोग्य सेतु के इन्स्टॉल होने की पहचान कर सकता है

ओपन सोर्स का अर्थ:

  • ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जिसमें डेवलपर्स द्वारा; जिसने सॉफ्टवेयर का निर्माण किया है, सॉफ्टवेयर के सोर्स कोड (वह कोड जिससे प्रोग्राम बनता हैं) को एक लाइसेंस के साथ सभी के लिये सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराया जाता है।
  •  जिसमें अन्य सॉफ्टवेयर डेवलपर्स तथा एप उपयोगकर्त्ता आवश्यक सुधार कर सकते हैं। 

ओपन सोर्स का महत्त्व:

  • अप्रैल, 2020 में जब से आरोग्य सेतु एप को लॉन्च किया गया है, तब से उपयोगकर्त्ता की गोपनीयता एवं सुरक्षा संबंधी कई सवाल उठाए जा रहे हैं। ओपन सोर्स के निर्माण से पारदर्शिता में वृद्धि होगी।
  • एप के माध्यम से यदि उपयोगकर्त्ता यह जानना चाहता है कि वह COVID-19 पॉज़िटिव व्यक्ति के संपर्क में आया है या नहीं, इसके लिये एप्लिकेशन, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का उपयोग करता है। अत: कई डेवलपर्स और शोधकर्त्ता एप के ट्रेसिंग एप्लिकेशन हटाने की मांग कर रहे थे।
  • भारत सरकार ने आरोग्य सेतु एप के एंड्रॉइड संस्करण को ओपन सोर्स बना दिया है, जिसका अर्थ है कि डेवलपर्स एप के स्रोत कोड का निरीक्षण करने तथा आवश्यक संशोधन करने में सक्षम होंगे।
  • सार्वजनिक डोमेन में स्रोत कोड जारी करने से मज़बूत और सुरक्षित प्रौद्योगिकी का निर्माण करने में सहायता मिलेगी।

ओपन सोर्स निर्माण की दिशा में कदम:

  • ओपन सोर्स के विकास को 'राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र' (National Informatics Centre- NIC) द्वारा प्रबंधित किया जाएगा। सभी कोड सुझावों को समीक्षा के माध्यम से संसाधित किया जाएगा।
  • भारत सरकार ने 'आरोग्य सेतु एप' को अधिक मज़बूत और सुरक्षित बनाने के लिये डेवलपर्स से एप की कमियों तथा कोड सुधार में मदद करने का अनुरोध किया है।
  • सरकार ने आरोग्य सेतु की सुरक्षा का परीक्षण करने के उद्देश्य से ‘बग बाउंटी कार्यक्रम’ (Bug Bounty Programme) शुरू किया है।

बग बाउंटी कार्यक्रम (Bug Bounty Programme):

  • ‘बग बाउंटी कार्यक्रम’ का उद्देश्य भारतीय डेवलपर्स समुदाय को एप की सुरक्षा खामियों को खोजने के लिये प्रोत्साहित करना है। विजेताओं को 1 लाख रुपये से पुरस्कृत किया जाएगा। 
  • कार्यक्रम का आयोजन MyGov टीम द्वारा किया गया है, जो सरकार के डिजिटल कार्यक्रमों को नागरिकों तक एप के माध्यम से पहुँचाने का काम देखती है। 
  • आरोग्य सेतु एप में सुधार का सुझाव देने के लिये अतिरिक्त 1 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। 

आगे की राह:

  • 114 मिलियन से अधिक लोगों द्वारा नियमित रूप से उपयोग किये जा रहे उत्पाद का स्रोत कोड जारी करना चुनौतीपूर्ण है, तथापि स्रोत कोड को विकसित करना और बनाए रखना ‘टीम अरोग्य सेतु’ और डेवलपर्स की ज़िम्मेदारी है।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2