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वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्द्धा सूचकांक-2020

  • 25 Jan 2020
  • 5 min read

प्रीलिम्स के लिये:

वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्द्धा सूचकांक-2020

मेन्स के लिये:

AI क्षेत्र के परिप्रेक्ष्य में वैश्विक प्रतिभा सूचकांक में आए परिवर्तन 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्द्धा सूचकांक-2020 (Global Talent Competitive Index-2020) को इनसीड (INSEAD) बिज़नेस स्कूल द्वारा गूगल (Google) और एडिको समूह (Adecco Group) के सहयोग से जारी किया गया है।

मुख्य बिंदु:

  • वर्ष 2020 के वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्द्धा सूचकांक की थीम ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में वैश्विक प्रतिभा’ (Global Talent in the Age of Artificial Intelligence) है।
  • वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्द्धा सूचकांक- 2020 (Global Talent Competitive Index 2020) में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले 20 देशों में 13 यूरोपीय देश शामिल हैं। यह सूचकांक प्रतिस्पर्द्धा में यूरोपीय देशों की प्रतिभा के वर्चस्व को प्रदर्शित करता है।
  • इस सूचकांक को 132 देशों की रैंकिंग के आधार पर जारी किया गया है।

सूचकांक में भारत की स्थिति:

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  • इस सूचकांक में भारत को 40.42 के स्कोर के साथ 72वाँ स्थान प्राप्त हुआ है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में जारी इस सूचकांक में भारत को 80वाँ स्थान प्राप्त हुआ था।
  • भारत में अल्पसंख्यकों और महिलाओं के प्रति बढ़ती असहिष्णुता के संबंध में आंतरिक स्तर पर सुधार किये जाने की आवश्यकता है।

ब्रिक्स देशों में भारत की स्थिति:

  • अगर भारत के स्थान की ब्रिक्स (BRICS) देशों से तुलना की जाए तो निम्नलिखित तीन देशों ने भारत से बेहतर प्रदर्शन किया है-
    • चीन- 42वाँ स्थान
    • रूस- 48वाँ स्थान
    • दक्षिण अफ्रीका- 70वाँ स्थान
  • वहीं भारत ने ब्राज़ील (80वाँ स्थान) से बेहतर प्रदर्शन किया है।

वैश्विक परिदृश्य:

  • इस सूचकांक में शीर्ष 5 स्थान प्राप्त करने वाले देश क्रमशः स्विट्ज़रलैंड, अमेरिका, सिंगापुर, स्वीडन तथा डेनमार्क हैं।
  • इस सूचकांक में शीर्ष 25 देश उच्च आय समूह से संबंधित हैं, जिनमें से 17 यूरोपीय देश हैं।
  • इस सूचकांक में अंतिम स्थान यमन (Yemen) को प्राप्त हुआ है 
  • लगभग सभी उच्च आय वाले देशों और विश्व के बाकी हिस्सों के बीच प्रतिभा प्रतिस्पर्द्धा के अंतर में वृद्धि हो रही है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) संबंधी दृष्टिकोण:

  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता के संबंध में भी विश्व के विभिन्न देशों तथा क्षेत्रों के बीच अंतर देखा जा सकता है।
  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिये एक सक्रिय सहकारी दृष्टिकोण संबंधी सोच विकसित करनी होगी।
  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता संबंधी प्रतिभा को उद्योगों, क्षेत्रों और राष्ट्रों में समान रूप से वितरित किया जाना चाहिये।
  • विकासशील देशों की आधी से अधिक जनसंख्या अभी भी कृत्रिम बुद्धिमत्ता संबंधी आधारभूत डिजिटल कौशल से वंचित है तथा विभिन्न देशों के बीच डिजिटल कौशल संबंधी योग्यता के अंतर में वृद्धि हुई है।
  • कुछ विकासशील देश कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं परंतु अभी भी बहुत से विकासशील देश इस क्षेत्र में काफी पिछड़े हुए हैं। 
  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता संबंधी नकारात्मक प्रभावों को कम करने तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक तक सभी की पहुँच सुनिश्चित करने के लिये नीतियों और कार्यक्रमों का निर्माण करना होगा।

वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्द्धा सूचकांक के बारे में:

  • वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्द्धा सूचकांक को नवंबर 2013 से इनसीड (INSEAD) बिज़नेस स्कूल द्वारा जारी किया जाता है।
  • इस सूचकांक के मापन के मुख्य पैमाने प्रतिभा विकास और प्रबंधन को केंद्रीय प्राथमिकता के रूप में शामिल करना, उद्यमी प्रतिभा के लिये खुलापन, खुली सामाजिक-आर्थिक नीतियाँ साथ ही नवाचार के लिये मज़बूत और जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र आदि होते हैं।

स्रोत- बिज़नेस टुडे

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