प्रयागराज शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 10 जून से शुरू :   संपर्क करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


अंतर्राष्ट्रीय संबंध

वैश्विक वस्तुगत व्यापार संवृद्धि के धीमे होने का अनुमान

  • 14 Apr 2018
  • 4 min read

चर्चा में क्यों ?

विश्व व्यापार संगठन द्वारा जताए गए पूर्वानुमान के अनुसार इस वर्ष वैश्विक वस्तुगत व्यापार संवृद्धि के 4.4% रहने की संभावना है। पिछले वर्ष यह 4.7% रही थी। अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध (Trade war) के कारण बढ़ता व्यापारिक तनाव वर्तमान सकारात्मक परिदृश्य को क्षति पहुँचा सकता है।

प्रमुख बिंदु

  • वर्ष 2019 में वैश्विक व्यापार में संवृद्धि के 4% के मध्यम स्तर पर बने रहने की संभावना है जो 1990 से चली आ रही औसत दर 4.8% से नीचे है। लेकिन यह 2008 के संकट के बाद जारी 3% के औसत से काफी अधिक है। 
  • मूल्यगत संदर्भ में वैश्विक व्यापार ने पिछले वर्ष वस्तुगत निर्यात में 10.7% और वाणिज्यिक सेवाओं के निर्यात में 7.4% की वृद्धि दर्ज की।
  • व्यापार संवृद्धि और जीडीपी संवृद्धि अनुपात 2016 के 0.8 से बढ़कर 2017 में 1.5 हो गया।
  • पिछले वर्ष विकसित देशों के निर्यात और आयात में क्रमशः 3.5% और 3.1% की वृद्धि हुई, जबकि विकासशील देशों ने निर्यात में 5.7% की वृद्धि दर्ज की तथा आयात में इन्होंने 7.2% वृद्धि दर्ज की।
  • एशिया में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं ने अन्य देशों के लिये अपने निर्यात की तुलना में अधिक आयात का उपभोग करके वस्तुगत व्यापार में उत्साहजनक वृद्धि प्राप्त करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
  • पिछले वर्ष वस्तुगत माल के वैश्विक निर्यात का मूल्य 17.2 ट्रिलियन डॉलर था, जबकि आयात का मूल्य लगभग 17.5 ट्रिलियन डॉलर रहा।
  • अमेरिका, जिसके लिये बढ़ते व्यापार घाटे से निपटना एक मुख्य प्राथमिकता है, ने 800 अरब डॉलर से अधिक का घाटा दर्ज किया।
  • ट्रंप प्रशासन ने (विशेषकर उनके व्यापार संबंधी सलाहकार पीटर नेवरो ने) बार-बार चीन के साथ घाटे के ‘पुन: संतुलन’ की मांग की है।
  • हालाँकि, वैश्विक वाणिज्यिक सेवाओं के लिये अमेरिका ने पिछले साल 246 अरब डॉलर का अधिशेष दर्ज किया था, जबकि चीन ने 226 अरब डॉलर का घाटा दर्ज किया था।
  •  भारत ने पिछले साल वाणिज्यिक सेवाओं में 29 अरब डॉलर का एक मामूली अधिशेष प्राप्त किया।

विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization)

  • विश्व व्यापार संगठन विश्व में व्यापार संबंधी अवरोधों को दूर कर वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देने वाला एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसकी स्थापना 1995 में मारकेश संधि के तहत की गई थी।
  • इसका मुख्यालय जेनेवा में है।
  • सदस्य देशों का मंत्रिस्तरीय सम्मलेन इसके निर्णयों के लिये सर्वोच्च निकाय है, जिसकी बैठक प्रत्येक दो वर्षों के अंतराल पर आयोजित की जाती है।
  • इसके 11वें मंत्रिस्तरीय सम्मलेन का आयोजन अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में किया गया।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2