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जैव विविधता और पर्यावरण

एंथ्रेक्स

  • 21 Oct 2019
  • 5 min read

प्रीलिम्स के लिये:

एंथ्रेक्स रोग, एशियाई जंगली भैंस

मेन्स के लिये:

एंथ्रेक्स- कारण, लक्षण और रोकथाम

चर्चा में क्यों?

हाल ही में एंथ्रेक्स (Anthrax) रोग के कारण असम के पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य में दो एशियाई जंगली भैसों की मौत हो गई।

एंथ्रेक्स 

  • एंथ्रेक्स एक जानलेवा संक्रामक रोग है जो बेसिलस एन्थ्रासिस (Bacillus Anthracis) जीवाणुओं के कारण होता है। यह मानव के साथ-साथ कई जानवरों जैसे- घोड़ों, गायों, बकरियों और भेड़ों आदि को भी प्रभावित कर सकता है।
  • एंथ्रेक्स जीवाणुओं का प्रयोग कई देशों द्वारा जैव-आतंकवाद (Bio-Terrorism) के रूप में किया गया है। 
  • एंथ्रेक्स के जीवाणु मिट्टी में मौज़ूद होते हैं और कई वर्षों तक सुप्त (Latent) अवस्था में रहते हैं।
  • यह रोग संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने वाले मनुष्यों के लिये भी घातक हो सकता है।
  • त्वचा पर छाले, सीने में दर्द, उल्टी, दस्त और बुखार आदि इस रोग के लक्षण हैं।
  • रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला (Defence Research and Development Laboratory) और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University- JNU) के शोधकर्त्ताओं ने इस रोग को लेकर एक ऐसे टीके का निर्माण किया है जो विषाक्त पदार्थों तथा जीवाणुओं दोनों के विरुद्ध कुशलता से कार्य कर सके।

एशियाई जंगली भैंस

  • एशियाई जगंली भैंस का वैज्ञानिक नाम बुबलस अर्नि (Bubalus Arnee) है। 
    • भारत में यह अधिकांशतः असम, अरुणाचल प्रदेश एवं मध्य प्रदेश राज्यों में मिलती है ।
    • हाल ही में, यह महाराष्ट्र के जंगलों में पाई गई थी जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने कोलारमका वन क्षेत्र को एशियाई जंगली भैंस के संरक्षण के लिये आरक्षित घोषित किया है।
    • जंगली भैंस मुख्य रूप से जलोढ़ घास के मैदान, दलदल और नदी घाटियों में पाई जाती है। ये आम तौर पर ऐसे क्षेत्रों में पाए जाते हैं जहाँ पानी बहुतायत में उपलब्ध होता है।
  • अवैध शिकार और आवास स्थलों का विनाश आदि समस्याओं के कारण इनकी जनसंख्या  कम होती जा रही है।

संरक्षण की स्थिति: 

  • यह अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (International Union for Conservation of Nature-IUCN) की रेडलिस्ट में संकटग्रस्त (Endangered) प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध है।
  • यह वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची-1 में सूचीबद्ध है।
  • यह CITES परिशिष्ट- III में शामिल है और कानूनी रूप से भूटान, भारत, नेपाल एवं  थाईलैंड में संरक्षित है।
  • ऐसा माना जा रहा है कि जंगली भैंस बांग्लादेश, मलेशिया प्रायद्वीप, सुमात्रा, जावा और बोर्नियो द्वीपों पर लुप्त होने की कगार पर है।

पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य

  • पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य (Pobitora Wildlife Sanctuary) गुवाहाटी से लगभग 45 किमी. दूर मोरीगाँव ज़िले में ब्रह्मपुत्र नदी के बाढ़ के मैदान में स्थित है।
  • पोबितोरा को वर्ष 1971 में आरक्षित वन और वर्ष 1987 में एक वन्यजीव अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया था।
  • यह अभयारण्य मुख्य रूप से एक सींग वाले भारतीय गैंडों के लिये प्रसिद्ध है।
  • गैंडों की संख्या का अधिक होना इस अभयारण्य को विश्व के उच्चतम जनसंख्या घनत्व वाला अभयारण्य बनाता है।
  • गैंडे के अलावा तेंदुआ, फिशिंग कैट, जंगली बिल्ली, जंगली भैंस, जंगली सुअर, चीनी पैंगोलिन आदि अन्य स्तनधारी भी यहाँ पाए जाते हैं।

असम में निम्नलिखित 5 राष्ट्रीय उद्यान हैं-

  • डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान
  • काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
  • मानस राष्ट्रीय उद्यान
  • नमेरी राष्ट्रीय उद्यान
  • राजीव गांधी ओरंग राष्ट्रीय उद्यान

स्रोत: द हिंदू

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