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सॉफ्टवेयर डिफाइंड नेटवर्क (SDN)

  • 10 Aug 2019
  • 3 min read

चर्चा में क्यों?

सॉफ्टवेयर डिफाइंड नेटवर्क (SDN) के विकास ने पारंपरिक नेटवर्क के प्रतिमानों को विस्थापित किया है।

“SDN एक नवीन कंप्यूटर आर्किटेक्चर है जो पारंपरिक नेटवर्क की सीमाओं से परे जाकर नेटवर्क को लचीला और कुशल बनाता है।”

Software Defined Network

प्रमुख बिंदु

  • SDN का विकास वर्तमान नेटवर्क अनुप्रयोगों को अनुकूल व कम लागत योग्य बनाता है।
  • उद्यम नेटवर्क, वाइड एरिया नेटवर्क, डेटा सेंटर नेटवर्क और वायरलेस नेटवर्क सहित SDN के कई अनुप्रयोग हैं।
  • यह कंपनियों और सेवा प्रदाताओं को व्यावसायिक आवश्यकताओं के अनुरूप तेज़ी से प्रतिक्रिया करने और लचीलेपन हेतु सक्षम बनाता है जिससे संसाधनों का बेहतर प्रबंधन होता है।
  • SDN बिग डेटा अनुप्रयोगों के साथ कई प्रचलित मुद्दों को हल करने में उपयोगी है जिसमें क्लाउड डेटा केंद्रों में बिग डेटा प्रोसेसिंग और डेटा डिलीवरी भी शामिल है।
  • यह नेटवर्क का प्रबंधन कुशलता से कर सकता है जिससे बिग डेटा एप्लीकेशन के निष्पादन में सुधार होगा।
  • भविष्य में SDN बिग डेटा के अधिग्रहण, संचरण, भंडारण और प्रसंस्करण की उपयुक्त सुविधा प्रदान कर सकता है।
  • भविष्य में बिग डेटा, यातायात अभियंत्रण और सुरक्षा हमलों का प्रतिरोध करने में SDN के लिये उपयोगी होगा।
  • SDN सक्षम नेटवर्क उन सॉफ्टवेयरों द्वारा नियंत्रित होता है जो नेटवर्किंग उपकरणों से परे रहते हैं और भौतिक कनेक्टिविटी प्रदान करते हैं।

SDN से संबंधित मुद्दे

  • SDN कंप्यूटर आर्किटेक्चर निर्माण कई छोटे और मध्यम श्रेणी के संगठनों के लिये एक कठिन प्रक्रिया होगी। इससे SDN प्रौद्योगिकी के दिग्गजों को लाभ प्रदान करेगा जिससे वैश्विक तकनीकी असमानता को बढ़ावा मिलेगा।
  • डेटा गोपनीयता के संदर्भ में SDN भी डेटा सुरक्षा बहस में शामिल हो जाएगा।

स्रोत: द हिंदू बिज़नेस लाइन

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