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प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स 18 सितंबर 2018

  • 18 Sep 2018
  • 8 min read
उज़्बेक मकोम फोरम

प्राच्य मकोम कला को व्यापक रूप से बढ़ावा देने, युवा पीढ़ी के बीच इसकी स्वीकृति दिलवाने और राष्ट्रीय शास्त्रीय संगीत में रुचि बढ़ाने के उद्देश्य के साथ इस इंटरनेशनल फोरम का आयोजन उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियॉयव की पहल पर किया गया है।

  • मकोम पूरे एशिया में तार और आघात वाद्य यंत्रों द्वारा बजाई जाने वाली संगीत की प्राच्य प्रणाली है।
  • भारत के उस्ताद इकबाल अहमद खान को एकल श्रेणी में उनके प्रदर्शन के लिये द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
  • भारतीय शास्त्रीय संगीत की 50 से अधिक वर्षों से सेवा करने वाले, दिल्ली घराना के गायक उस्ताद इकबाल अहमद खान अपनी बहुमुखी प्रतिभा और मुखर अभिव्यक्ति के लिये जाने जाते हैं।
  • ख्याल, ठुमरी, दादरा, भजन, गज़ल जैसी संगीत की कई विधाओं में विशेषज्ञता उनकी सीमा को व्यापक बनाती है। शास्त्रीय गायन की उनकी शैली ने उन्हें बेहद सम्मान और प्रशंसा दिलवाई है।
  • वह शास्त्रीय संगीत में अपने योगदान के लिये संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं, जिसे भारतीय संगीत के दिल्ली घराने के खलीफा या प्रमुख के रूप में जाना जाता है।
  • उज़्बेकिस्तान में पहली बार मकोम आर्ट के इंटरनेशनल फोरम का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम हर दो साल में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के समन्वय की ज़िम्मेदारी उज़्बेकिस्तान के संस्कृति मंत्रालय और अन्य हितधारकों के हाथों में है।
  • यह फोरम यूनेस्को के संरक्षण में आयोजित किया गया है।

फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (Financial Action Task Force)

फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ पाकिस्तान की हालिया कार्रवाई को, खासतौर पर "कानूनी" मोर्चे पर (जैसे परिसंपत्तियों को ज़ब्त करना, वित्त की ज़ब्ती, आतंकवादी समूह के बुनियादी ढाँचे को नष्ट करना इत्यादि) असंतोषजनक पाया है। 

फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स

  • फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स वर्ष 1989 में जी-7 की पहल पर स्थापित एक अंतः सरकारी संस्था है।
  • इसका उद्देश्य ‘टेरर फंडिंग’, ‘ड्रग्स तस्करी’ और ‘हवाला कारोबार’ पर नज़र रखना है।

क्यों महत्त्वपूर्ण है फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स?

  • फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स किसी देश को निगरानी सूची में डाल सकती है और उसके बावजूद कार्रवाई न होने पर उसे ‘खतरनाक देश’ घोषित कर सकती है।
  • उत्तर कोरिया, ईरान और युगांडा को भी इस सूची में डाला गया है।
  • उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग सिस्टम और अमेरिका जैसे देश इसकी रिपोर्ट का कड़ाई से पालन करते हैं।

भारत पर्यटन मार्ट

17 सितंबर, 2018 को भारत के पहले पर्यटन मार्ट (India Tourism Mart- ITM 2018) की शुरुआत की गई।

  • ‘भारत पर्यटन मार्ट’ का आयोजन पर्यटन मंत्रालय राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों तथा भारतीय पर्यटन व अतिथि सत्कार परिसंघ (FAITH) के सहयोग से कर रहा है। ITM 2018 में विश्‍व भर, जैसे कि उत्तरी अमेरिका, पश्चिमी यूरोप, पूर्वी एशिया, लैटिन अमेरिका, कॉमनवेल्थ देशों इत्‍यादि से लगभग 225 मेज़बान अंतर्राष्‍ट्रीय खरीदार एवं मीडियाकर्मी भाग ले रहे हैं।
  • इस आयोजन से पर्यटन व अतिथि सत्कार से जुड़े सभी हितधारकों को विचार-विमर्श करने का मौका मिलेगा और उन्हें व्यापार से जुड़े अवसरों की जानकारी मिलेगी।
  • ITM 2018 के माध्यम से भारत पूरे विश्व, खासकर चीन, लैटिन अमेरिका, जापान आदि को अपने उन गंतव्यों की जानकारी दे सकता है जिनके बारे में पर्यटकों के पास जानकारी उपलब्ध नहीं होती।
शीतलता कार्ययोजना पर दस्तावेज़ तैयार करने वाला भारत पहला देश

विश्व ओज़ोन दिवस (16 सितंबर) के अवसर पर सरकार, उद्योग, उद्योग संघ और सभी हितधारकों के बीच सक्रिय सहयोग पर बल देते हुये पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा शीतलता कार्ययोजना पर दस्तावेज़ जारी किया गया। उल्लेखनीय है कि भारत पहला देश है जिसने शीतलता कार्ययोजना पर दस्तावेज़ तैयार किया है। इस कार्ययोजना के प्रमुख लक्ष्य इस प्रकार हैं:

  • अगले 20 वर्षों तक सभी क्षेत्रों में शीतलता से संबंधित आवश्यकताओं इससे जुड़ी माँग तथा ऊर्जा की आवश्यकता का आकलन।
  • शीतलता के लिये उपलब्ध तकनीकों की पहचान के साथ ही वैकल्पिक तकनीकों, अप्रत्यक्ष उपायों और अलग प्रकार की तकनीकों की पहचान करना।
  • सभी क्षेत्रों में गर्मी से राहत दिलाने तथा सतत् शीतलता प्रदान करने वाले उपायों के बारे सलाह देना।
  • तकनीशियनों के कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करना।
  • घरेलू वैकल्पिक तकनीकों के विकास हेतु ‘शोध एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र’ को विकसित करना।
अंतर्राष्ट्रीय ओज़ोन दिवस के बारे में
  • मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉलपर हस्ताक्षर होने के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा के संकल्प के अनुक्रम में 1995 के बाद से प्रतिवर्ष 16 सितंबर को ओज़ोन परत के संरक्षण के लिये अंतर्राष्ट्रीय ओज़ोन दिवस का आयोजन किया जाता है।
  • यह आयोजन मुख्यतः ओज़ोन परत के क्षरण के बारे में लोगों को जागरूक करने और इसके बचाव हेतु संभव समाधान की खोज करने के लिये मनाया जाता है।
  • मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल को इतिहास में सबसे सफल अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण संधि के रूप में जाना जाता है।
  • वर्ष 2018 के लिये अंतर्राष्ट्रीय दिवस की थीम “शीतलता बनाए रखो और प्रगति करो” (Keep Cool and Carry On) है।
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