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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला समुदाय दिवस

  • 15 Dec 2017
  • 8 min read

चर्चा में क्यों?

नीति आयोग द्वारा 15 दिसंबर को अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला के समुदायिक दिवस (Atal Tinkering Lab’s Community Day) के रूप में मनाया गया। यह दिवस सामुदायिक अभियान पहल के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें 25 युवा सलाहकारों द्वारा 200 से अधिक ऐसे छात्रों के साथ बातचीत की गई, जो औपचारिक शिक्षा प्रणाली में नामांकित नहीं हैं।  इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये इसमें प्रतिभागी गैर-सरकारी संगठनों के दिव्यांग बच्चों, असहाय और काम करने वाले बच्चों तथा समाज के कमज़ोर वर्ग की लड़कियों के साथ कार्य करने वाले संगठनों को शामिल किया गया। 

उद्देश्य

  • अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला समुदायिक अभियान पहल का उद्देश्य समुदाय के ऐसे बच्चों तक नवाचार फैलाकर अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं के प्रभाव को बढ़ाना है, जो औपचारिक शिक्षण संस्थानों से संबद्ध नहीं हैं। 
  • इस पहल का ध्येय इन बच्चों को समस्या का समाधान करने योग्य बनाने के लिये अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं के छात्रों के समान ही शैक्षिक उपकरण उपलब्ध कराना है। 

अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला

  • नीति आयोग ने अपने प्रमुख कार्यक्रम अटल इनोवेशन मिशन (Atal innovation Mission) के हिस्से के रूप में अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला (Atal Tinkering Lab) नामक पहल की शुरुआत की है।  
  • माध्यमिक विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिये नीति आयोग ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के स्कूलों में प्रयोगशालाएँ स्थापित करने की योजना बनाई है। 

प्रमुख विशेषताएँ तथा उद्देश्य  

  • अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला की स्थापना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को ऐसा कौशल प्रदान करना और उन्हें उस प्रौद्योगिकी तक पहुँच प्रदान करना है जो उन्हें समाधान प्रस्तुत करने में सक्षम बनाएगी। 
  • इन प्रयोगशालाओं का लक्ष्य 500 समुदायों और स्कूलों में 250,000 युवाओं को भविष्य के लिए अभिनव कौशल प्रदान करना है। 
  • युवाओं द्वारा तैयार की गई परियोजनाओं में गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिये परामर्शदाताओं के क्षमता निर्माण और मेकर इकोसिस्टम के साथ संपर्क कायम करने, अवधारणा तैयार करने, डिज़ाइन के बारे में चिंतन करने और उद्योग जगत के विशेषज्ञों के माध्यम से कार्यशालाएँ आयोजित करने में इंटेल की ओर से नीति आयोग को सहायता मिलेगी। 
  • नीति आयोग के अनुसार यदि भारत को अगले तीन दशकों में निरंतर 9 से 10 प्रतिशत विकास दर कायम रखना है तो यह अत्यंत आवश्यक होगा कि देश समस्याओं के लिये अभिनव समाधान के उपाय करने में सक्षम हो। 
  • नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन, विशेषकर अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला के बल पर लाखों की संख्या में बाल अन्वेषकों को तैयार करने में मदद मिलेगी, जो युवा उद्यमियों के रूप में विकसित होंगे और भारत का अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित हो सकेगा। 
  • अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला देश भर में स्कूलों में स्थापित की जाएंगी। इंटेल टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इस कार्य में तकनीकी सहायता प्रदान कर रही है।   

किन पक्षों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है?

  • इन प्रयोगशालाओं में उपकरणों के प्रकार, सफल संकेतकों और विभिन्न समुदाय के साथ जुड़ाव पर भी ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है। 
  • इसके अतिरिक्त सभी स्कूलों में अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं को पूरी तरह से छात्र केंद्रित बनाए जाने पर बल दिया जाना चाहिये। 
  • इनमें स्कूल स्तर पर शिक्षकों, अभिभावकों, निर्माताओं और निजी संगठनों जैसे सभी हितधारकों की महत्त्वपूर्ण भागीदारी होगी, ताकि इस पहल को सफल बनाया जा सके। 
  • इसके तहत सरकारी स्कूलों में भी आधुनिक तकनीकी से युक्त हाई-फाई अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं का निर्माण किया जा रहा है। 
  • इसके लिये केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के साथ-साथ अटल इनोवेशन मिशन तथा नीति आयोग की ओर से बजट की भी व्यवस्था की गई है। 
  • इस योजना के तहत सीबीएसई के 500 स्कूलों में लैब स्थापित की जानी हैं। लैब बनाने से लेकर उसके संचालन के लिये 20 लाख रुपए दिये जाएंगे। स्कूल में लैब की स्थापना के लिये 10 लाख रुपए दिये जाएंगे। 
  • पाँच वर्ष तक लैब के रखरखाव और संचालन के लिये भी 10 लाख रुपए दिये जाएंगे। 
  • सीबीएसई की ओर से संचालित सरकारी विद्यालयों में 25 प्रतिशत प्रयोगशालाएँ स्थापित की जाएंगी। इसमें विद्यार्थियों को साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग एंड मैथमैटिक्स (एसटीईएम) की मूलभूत अवधारण को समझने में आसानी होगी। 
  • इसके तहत देश के 10 लाख विद्यार्थियों को जोड़ने की योजना है। कक्षा छह से आठ तक के स्कूलों में लैब की स्थापना की जाएगी। 
  • अटल टिंकरिंग लैब क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएँ, प्रदर्शनी, वर्कशॉप आदि का भी आयोजन कराएगी।

अटल नवाचार मिशन

  • आत्म-रोज़गार और प्रतिभा उपयोग (Self-Employment and Talent Utilization - SETU) समेत अटल नवाचार मिशन (Atal Innovation Mission - AIM) नवाचार और उद्यमशीलता की संस्कृति को बढ़ावा देने के संदर्भ में भारत सरकार का एक महत्त्वपूर्ण प्रयास है। 

उद्देश्य

  • इसका उद्देश्य विश्व स्तर के नवाचार केंद्र, वृहद चुनौतियों, स्टार्ट-अप व्यवसायों और अन्य स्व-रोज़गार गतिविधियों (विशेषकर प्रौद्योगिकी आधारित क्षेत्रों में) को बढ़ावा देने के लिये एक मंच के रूप में सेवा प्रदान करना है।

मुख्य बिंदु

  • अटल इनोवेशन मिशन के अंतर्गत दो मुख्य पक्षों पर ध्यान केंद्रित किया गया है – 

⇒ स्व-रोजगार और प्रतिभा उपयोग के माध्यम से उद्यमिता प्रोन्नति (Entrepreneurship promotion) , जिसमें नव-प्रवर्तनकर्त्ताओं को सफल उद्यमी बनने के लिये आवश्यक समर्थन और सलाह दी जाती है
⇒ अभिनव प्रोन्नति (Innovation promotion), यह एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहाँ अभिनव विचार उत्पन्न होते हैं।

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