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आंतरिक सुरक्षा

नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन

  • 14 Aug 2020
  • 5 min read

प्रिलिम्स के लिये:

नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन

मेन्स के लिये:

रक्षा क्षेत्र के स्वदेशीकरण संबंधी मुद्दे

चर्चा में क्यों?

हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (Naval Innovation and Indigenisation Organisation-NIIO) का शुभारंभ किया है।

प्रमुख बिंदु:

  • नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (NIIO) का शुभारंभ करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘युद्धपोतों के स्वदेशी डिज़ाइन में महत्त्वपूर्ण प्रगति हासिल करने के बाद अब नौसेना को सैन्य हथियार और उपकरण के डिज़ाइन और विकास पर ध्यान देना चाहिये।’
  • नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (NIIO)

    • नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (NIIO) आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिये नवोन्मेषण एवं स्वदेशीकरण को प्रेरित करने की दिशा में शिक्षा क्षेत्र एवं उद्योग के साथ परस्पर संवाद हेतु सैन्य
    • हथियारों और उपकरणों के अंतिम उपयोगकर्त्ताओं के लिये समर्पित संरचनाओं का निर्माण करता है।
    • यह मुख्य तौर पर एक त्रि-स्तरीय संगठन होगा।
      • इसमें पहले स्तर पर नौसेना प्रौद्योगिकी त्वरण परिषद (Naval Technology Acceleration Council-N-TAC) है, जो कि नवाचार एवं स्वदेशीकरण दोनों पहलुओं को एक साथ लाएगी और शीर्ष स्तरीय निर्देश उपलब्ध कराएगी।
      • दूसरे स्तर पर नौसेना प्रौद्योगिकी त्वरण परिषद (N-TAC) का एक कार्य समूह परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करेगा।
      • तीसरे स्तर पर उभरती प्रौद्योगिकी के समावेशन के लिये एक प्रौद्योगिकी विकास त्वरण सेल (Technology Development Acceleration Cell-TDAC) का भी सृजन किया गया है।

महत्त्व

  • रक्षा अधिग्रहण नीति 2020 के मसौदे में सेना मुख्यालय द्वारा विद्यमान स्रोतों के भीतर एक नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन की स्थापना किये जाने की परिकल्पना की गई थी।
  • ध्यातव्य है कि भारतीय नौसेना के पास पहले से ही एक कार्यशील स्वदेशीकरण निदेशालय (Directorate of Indigenisation-DoI) है और नवसृजित संगठन वर्तमान में जारी स्वदेशीकरण पहलों को और आगे बढ़ाएगा तथा नवाचार पर भी फोकस करेगा।

भारतीय नौसेना में स्वदेशीकरण

  • नौसेना के उप-प्रमुख वाइस एडमिरल अशोक कुमार के अनुसार, वर्तमान में भारत में छोटी नौकाओं से लेकर विमानवाहक पोत तक सभी आकारों और प्रकारों के 130 से अधिक जहाज़ डिज़ाइन किये जा रहे हैं।
  • वर्तमान में भारत में हर तरह के जहाज़ और पनडुब्बी का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें परमाणु पनडुब्बी भी शामिल हैं।

सैन्य क्षेत्र में स्वदेशीकरण पर ज़ोर

  • बीते दिनों रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 101 वस्तुओं की सूची की घोषणा की है, जिनके आयात पर रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रतिबंध लगाया जाएगा।
  • रक्षा मंत्रालय के हालिया निर्णय का अर्थ है कि सशस्त्र बल, नौसेना और वायु सेना के लिये इन 101 वस्तुओं की खरीद केवल घरेलू विनिर्माताओं के माध्यम से ही की जाएगी।
  • घोषित नियमों के अनुसार, यह घरेलू निर्माता, निजी क्षेत्र से भी हो सकता है और रक्षा क्षेत्र का कोई सार्वजनिक उपक्रम भी हो सकता है।
  • आत्मनिर्भर भारत अभियान संबंधी राहत पैकेज की घोषणा करते हुए मई माह में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा क्षेत्र से संबंधित इस प्रकार की सूची बनाने के संकेत दिये थे।
  • इस प्रकार सरकार द्वारा लिये गए बीते कुछ निर्णयों से यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि सरकार रक्षा प्रौद्योगिकी के स्वदेशीकरण पर ज़ोर दे रही है।

स्रोत: पी.आई.बी

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