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डेली न्यूज़

भारतीय अर्थव्यवस्था

बेरोज़गारी दर रिपोर्ट- CMIE

  • 04 Nov 2019
  • 3 min read

प्रीलिम्स के लिये:

CMIE, CMIE रिपोर्ट

मेन्स के लिये:

भारत में बढ़ती बेरोज़गारी दर

चर्चा में क्यों?

हाल ही में सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी (Center For Monitoring Indian Economy-CMIE) द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, भारत में बेरोज़गारी दर पिछले 3 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुँच गई है।

CMIE

प्रमुख बिंदु:

  • CMIE की रिपोर्ट के अनुसार भारत में शहरी बेरोज़गारी दर 8.9% और ग्रामीण बेरोज़गारी दर 8.3% अनुमानित है।
  • उल्लेखनीय है अक्तूबर 2019 में भारत की बेरोज़गारी दर बढ़कर 8.5% हो गई, जो अगस्त 2016 के बाद का उच्चतम स्तर है।
  • रिपोर्ट के अनुसार, राज्य स्तर पर सबसे अधिक बेरोज़गारी दर त्रिपुरा (27%) हरियाणा (23.4%) और हिमाचल प्रदेश (16.7) में आंकी गई।
  • जबकि सबसे कम बेरोज़गारी दर क्रमशः तमिलनाडु (1.1%), पुद्दूचेरी (1.2%) और उत्तराखंड (1.5%) में अनुमानित की गई थी ।
  • CMIE की यह रिपोर्ट नवीनतम आवधिक श्रम बल सर्वे पर आधारित हैं जिसके तहत बेरोज़गारी दर जुलाई 2017 से जून 2018 के दौरान पिछले 45 वर्षों में सबसे बुरे स्तर पर आँकी गई थी।
  • इसके अलावा सेंटर फॉर सस्टेनेबल एम्प्लॉयमेंट (Center For Sustainable Employment) द्वारा 'इंडियाज एंप्लॉयमेंट क्राइसिस' (India’s Employment Crisis) शोध के अनुसार, 2011-12 और 2017-18 के बीच,कुल रोज़गार में नौ मिलियन (2%) की अभूतपूर्व गिरावट दर्ज की गई।वहीं कृषि आधारित रोज़गार में 11.5% की गिरावट का अनुमान लगाया गया।
  • शोध के अनुसार इसी अवधि में सेवा क्षेत्र की रोज़गार दर में 13.4% की वृद्धि हुई, जबकि विनिर्माण क्षेत्र में 5.7% की गिरावट दर्ज की गई।

बेरोज़गारी क्या है?

  • किसी व्यक्ति द्वारा सक्रियता से रोज़गार की तलाश किये जाने के बावजूद जब उसे काम नहीं मिल पाता तो यह अवस्था बेरोज़गारी कहलाती है।
  • इसे सामान्यत: बेरोज़गारी दर के रूप में मापा जाता है जिसे श्रमबल में शामिल व्यक्तियों की संख्या से बेरोज़गार व्यक्तियों की संख्या में भाग देकर प्राप्त किया जाता है।

सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी

(Center For Monitoring Indian Economy-CMIE)

  • CMIE की स्थापना एक स्वतंत्र थिंक टैंक के रूप में 1976 में की गई।
  • CMIE प्राथमिक डेटा संग्रहण, विश्लेषण और पूर्वानुमानों द्वारा सरकारों, शिक्षाविदों, वित्तीय बाजारों, व्यावसायिक उद्यमों, पेशेवरों और मीडिया सहित व्यापार सूचना उपभोक्ताओं के पूरे स्पेक्ट्रम को सेवाएँ प्रदान करता है।

स्रोत-द हिंदू

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