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जैव विविधता और पर्यावरण

ऊर्जा सक्षमता और भारत (INSPIRE, 2018)

  • 12 Nov 2018
  • 6 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में विद्युत मंत्री ने INSPIRE, 2018 का उद्घाटन किया और साथ ही # Innovate TOINSPIRE Challenge के विजेताओं को अवार्ड भी प्रदान किया।

क्या है INSPIRE, 2018

  • INSPIRE : International Symposium to Promote Innovation & Research in Energy Efficiency
  • तीन दिन तक चलने वाली यह विचार संगोष्ठी भारत में ऊर्जा सक्षमता के लिये ग्रिड-प्रबंधन, ई-मोबिलिटी, फाइनेंशियल इंस्टूमेंट को बढ़ावा देने पर केंद्रित रहेगी।
  • INSPIRE का यह दूसरा संस्करण था जिसे Energy Efficiency Services Limited (EESL) और World Bank के द्वारा आयोजित किया गया था।
  • INSPIRE एक ऊर्जा सक्षम आयोजन है जो नीति निर्माताओं, प्रभावशाली व्यक्तियों, विचारक, अनुसंधानकर्त्ता, अग्रणी ऊर्जा कुशल कंपनियों, सरकारी एजेंसियों, व्यापारिक नेता और अन्य हितधारकों को एक साथ लाता है। ये सभी ऊर्जा सक्षमता की पूर्ण क्षमताओं का लाभ उठाने के लिये प्रमुख ऊर्जा नीतियों, बाज़ार परिवर्तन रणनीतियों एवं धारणीय बिज़नेस मॉडल्स पर अपने विचार रखते हैं।
  • INSPIRE 2018 को ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफीसिएंसी (BEE), द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट (TERI), एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB), द यूनाइटेड नेशंस एन्वायरमेंट प्रोग्राम (UNEP), द एडमीनिस्ट्रेटिव स्टॉफ कॉलेज ऑफ इंडिया (ASCI) के सहयोग से आयोजित किया गया था।
  • #Innovate TOINSPIRE अपनी तरह की प्रथम ऊर्जा नवाचार चुनौती (Energy Innovation Challenge) है जिसे EESL (Energy Efficiency Services Limited) और WRI (World Resources Institute) द्वारा 21 अगस्त से 12 अक्तूबर, 2018 के बीच आयोजित किया गया था।
  • #Innovate TOINSPIRE के साथ ही, इसके एक भाग के रूप में स्वच्छ ऊर्जा और ऊर्जा सक्षमता में 4 अग्रणी नवाचारों को अवार्ड भी प्रदान किये गए। ‘इनोवेशन चैलेन्ज’ ऊर्जा सक्षमता को बढ़ावा देने के लिये एक बेहतरीन विचार माना गया।
  • INSPIRE, 2018 के दौरान, EESL और GAIL (गेल इंडिया लिमिटेड की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) ने भारत में कर्मिशयल और इंडस्ट्रीयल क्षेत्र में प्राकृतिक गैस आधारित कोजेनेरेशन और ट्राईजेनेरशन प्रोजेक्ट्स के विकास के लिये एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किये।
  • इस समझौता ज्ञापन से विभिन्न उद्योगों यथा- होटल, हॉस्पिटल, एयरपोर्ट, कमर्शियल मॉल, कामर्शियल/गवर्नमेंट बिल्ंिडग्स, इंटीग्रेटेड रेजीडेंसियल काम्प्लेक्स, एजुकेशन से इंस्टीट्यूशन्स और डाटा सेंटर को लाभ होगा।
  • नए, नवाचारी, मापनीय बिज़नेस मॉडल्स में निवेश को समर्थन देने के लिये EESL और Asian Development Bank (ADB) ने 13 मिलियन अमेरिकी डॉलर के GFF के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं ताकि एक EERF (Energy Efficiency Revolving Fund) की स्थापना की जा सके।
  • EERF का उद्देश्य है, भारत में ऊर्जा दक्षता बाज़ार में निवेश का विस्तार करना और उसे बनाए रखना, साथ ही बाज़ार विविधीकरण का निर्माण करना और वर्तमान प्रौद्योगिकियों को बढ़ाना देना।

क्या है EESL?

  • EESL, विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासन के अधीन ऊर्जा सक्षमता को मुख्यधारा में लाने के लिये कार्य कर रहा है और देश में विश्व के सबसे बड़े एनर्जी एफीशियंसी पोर्टफालियो का व्रियान्वयन कर रहा है।
  • EESL के मिशन अधिक सक्षम, ज़्यादा पारदर्शी, ज़्यादा रूपांतरण एवं ज़्यादा नवाचार के साथ ही इसका उद्देश्य है भविष्य के लिये तैयार रूपांतरित समाधान हेतु बाज़ार तक पहुँच का निर्माण करना ताकि प्रत्येक हितधारक को लाभ की स्थिति प्राप्त हो।
  • 2020 तक EESL, 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर की कंपनी बनना चाहता है।
  • EESL ने कई अभिनव व्यावसायिक दृष्टिकोण पेश किये हैं ताकि बड़े पैमाने पर कार्यव्रमों का सफलतापूर्वक व्रियान्वयन किया जा सके जिससे मूल्य  शृंखला (Value Chain) में प्रोत्साहन हेतु अनुमति मिले और परिवर्तनीय प्रभाव में तेज़ी आए।
  • EESL का उद्देश्य पोर्टफोलियो के विविधीकरण के लिये नए विदेशी बाज़ार अवसरों का पता लगाना भी है।
  • इस समय तक EESL ने यूनाटेड किंग्डम, दक्षिण एशिया और साउथ-ईस्ट एशिया में संचालन शुरू कर दिया है।

आयोजन की आवश्यकता क्यों?

  • ऊर्जा सक्षमता (Energy Efficiency) पर्यावरण को बचाता है और बिजनेस को ज्यादा प्रतियोगी बनाता है।
  • भारत को ऐसे संवृद्धि की आवश्यकता है जो ज़िम्मेवार तरीके से प्राप्त की गई हो।
  • ऊर्जा सक्षमता के क्षेत्र में नवाचार हमारे देश के हरितगृह गैसों के लक्ष्य को पूरा करने के संदर्भ में महत्त्वपूर्ण है।
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