'हम भारत के लोग...'
11 Feb, 2025“हम भारत के लोग...”—संविधान की प्रस्तावना का यह प्रारंभिक वाक्य लोकतंत्र की आत्मा को व्यक्त करता है। यह केवल शब्दों का समूह नहीं, बल्कि स्वतंत्र भारत की मूल भावना का...
“हम भारत के लोग...”—संविधान की प्रस्तावना का यह प्रारंभिक वाक्य लोकतंत्र की आत्मा को व्यक्त करता है। यह केवल शब्दों का समूह नहीं, बल्कि स्वतंत्र भारत की मूल भावना का...
भाषाओं का मिश्रण एक ऐसी प्रक्रिया है, जो सामाजिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक बदलावों के साथ स्वाभाविक रूप से उत्पन्न होती है। यह मिश्रण तब होता है जब विभिन्न भाषाओं के शब्द,...
भारतीय लोककथाएँ हमारे देश की अमूल्य सांस्कृतिक और नैतिक धरोहर का प्रतीक हैं, जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी मौखिक परंपराओं के माध्यम से हम तक पहुँची हैं। ये कथाएँ न केवल मनोरंजन का...
पढ़ने की आदत या वाचन (Reading) व्यक्तिगत और बौद्धिक विकास का महत्त्वपूर्ण अंग माना जाता है। साहित्य के माध्यम से लोग नए दृष्टिकोण प्राप्त करते हैं, समानुभूति विकसित करते हैं और...
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ ने एक बार फिर भीड़ प्रबंधन की विफलता को उजागर कर दिया। इस दुर्घटना में 30 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत...
पुस्तक मेला एक ऐसा सांस्कृतिक और साहित्यिक उत्सव होता है, जहाँ शब्द, विचार तथा भावनाएँ एक मंच पर सजीव हो उठती हैं। ये केवल पुस्तकों की खरीद-बिक्री का स्थान नहीं, बल्कि ऐसे...
संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह एक महत्त्वपूर्ण घरेलू आयोजन होता है, लेकिन इसका वैश्विक स्तर पर भी व्यापक महत्त्व होता है। यह समारोह लोकतंत्र की...
भारतीय प्रवासी, भारतीय मूल के उन व्यक्तियों को संदर्भित करता है जो भारत से बाहर निवास करते हैं। इनमें अनिवासी भारतीय या एनआरआई और भारतीय मूल के व्यक्ति अथवा पीआईओ, दोनों...
भारत देश में गणतंत्र दिवस केवल एक राष्ट्रीय उत्सव नहीं, बल्कि हमारी लोकतांत्रिक परंपराओं, संविधान और राष्ट्रीय एकता का उत्सव है। वर्ष 2025 का गणतंत्र दिवस विशेष है, क्योंकि...
नेतृत्व का आशय, किसी व्यक्ति या लोगों के समूह के द्वारा किसी संगठन, समाज या दल के अनुयायियों या सदस्यों को प्रभावित करने एवं उनका मार्गदर्शन करने की क्षमता से होता है।...