बिहार
बेरोज़गार स्नातकों के लिये स्वयं सहायता भत्ता योजना
- 19 Sep 2025
- 14 min read
चर्चा में क्यों?
18 सितंबर 2025 को , बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के प्रमुख सात निश्चय कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना के विस्तार की घोषणा की।
मुख्य बिंदु
- योजना का विस्तार:
- यह योजना पहले इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले बेरोज़गार युवाओं के लिये उपलब्ध थी।
- किंतु यह योजना अब उन स्नातक युवाओं को अधिकतम दो वर्षों तक 1,000 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, जो
- 20-25 आयु वर्ग के हैं,
- पढ़ाई नहीं कर रहे हैं और रोज़गार के अवसर तलाश रहे हैं,
- स्व-नियोजित नहीं हैं तथा
- किसी भी सरकारी, निजी या गैर-सरकारी क्षेत्र में कार्यरत नहीं हैं।
- उद्देश्य:
- इस योजना का उद्देश्य युवाओं को कौशल विकास और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिये संसाधन उपलब्ध कराना है, जिससे अंततः उनकी आत्मनिर्भरता तथा भविष्य में करियर की संभावनाओं में योगदान मिलेगा।
- रोज़गार रणनीति:
- राज्य सरकार का लक्ष्य अगले पाँच वर्षों में एक करोड़ रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराना है, जिससे सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में नौकरियों के अवसर सृजित होंगे।
- आवेदन प्रक्रिया:
- पात्र युवा अपने मोबाइल नंबर और ईमेल के माध्यम से पंजीकरण करके "मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना" पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
सात निश्चय कार्यक्रम
- मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना बिहार सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसमें युवाओं और समग्र राज्य विकास के उद्देश्य से 7 प्रमुख कार्यक्रम शामिल हैं।
- सात निश्चयों को इस प्रकार से विकसित किया गया है कि उनके अंतर्गत बनाई गई योजनाएँ बिना किसी पक्षपात या पूर्वाग्रह के समाज के प्रत्येक वर्ग तक समान रूप से पहुँच सकें।
- विकसित बिहार के लिये 7 निश्चय, जो गुड गवर्नेंस प्रोग्राम 2015-2020 के मिशन मोड के अनुसार निर्धारित किये गए हैं, उनकी निगरानी बिहार विकास मिशन के अंतर्गत 7 उप-मिशनों के माध्यम से की जाती है।