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State PCS Current Affairs


राजस्थान

प्रदेश में समग्र शिक्षा कार्यक्रमों की गाइडलाइन के इंटरैक्टिव वीडियो तैयार

  • 03 Aug 2023
  • 8 min read

चर्चा में क्यों?

2 अगस्त, 2023 को राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि प्रदेश में विभाग द्वारा अनूठी पहल के तौर पर समग्र शिक्षा अभियान के तहत संचालित कार्यक्रमों, गतिविधियों और ‘टीचर्स ट्रेनिंग मॉड्यूल’के वीडियो तैयार कराए गए हैं। इनको आगामी दिनों में वॉट्सएप ग्रुप के माध्यम से सभी सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को सर्कुलेट कर दिया जाएगा। 

प्रमुख बिंदु  

  • शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि इसके तहत करीब चार दर्जन गाइडलाइंस को 15 इंटरेक्टिव वीडियोज में समाहित कर ‘यूट्यूब’ पर अपलोड कर इनके ‘क्यूआर कोड’बनाए गए हैं।   
  • इस नई पहल से शिक्षक, अभिभावक, आमजन और विद्यार्थी अपने से संबंधित कार्यक्रमों की जानकारी चंद मिनटों में मोबाईल पर ‘क्यूआर कोड’को स्कैन करते हुए इन वीडियोज़ के ज़रिये प्राप्त कर सकेंगे।  
  • इस प्रयोग से विभागीय गतिविधियों का और अधिक पारदर्शिता के साथ संचालन होगा और इनमें सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा। वीडियो के रूप में प्रसारित गाइडलाइन को पढ़ने और समझने में आसानी रहेगी, जिससे विभागीय योजनाओं का प्रभावी संचालन हो सकेगा।  
  • उन्होंने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत अलग-अलग कार्यक्रमों की गाइडलाइन को समय-समय पर विभागीय सर्कुलर के माध्यम से जारी किया जाता है। इस परंपरागत तरीके से जारी किये जाने वाले दिशा-निर्देश प्राय: अधिकारियों और प्रिंसिपल तक ही सीमित रह जाते हैं।  
  • इस दिशा में विभाग द्वारा ‘लीक से हटकर’कार्य करते हुए सभी ‘गाइडलाइंस’की समीक्षा की गई। इनके व्यावहारिक और एक समान पहलुओं को जोड़कर ‘ऑडियो-विजुअल फॉर्म’में बदलते हुए ‘इंटरैक्टिव वीडियोज़’तैयार किये गए हैं। इन वीडियो को ‘यूट्यूब’पर अपलोड कर उनके ‘क्यू आर कोड’बनाए गए हैं।  
  • इनको विभाग के तहत संभाग, ज़िला, ब्लॉक एवं स्कूलों के स्तर पर अधिकारियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के ‘वॉट्सएप ग्रुप’द्वारा राज्य के समस्त सरकारी स्कूलों तक सुलभ करा दिया जाएगा। 
  • अलग-अलग थीम पर बनाए उपयोगी वीडियोज़ 
    • स्कूल शिक्षा विभाग के सभी ‘स्टेकहोल्डर्स’के लिये उपयोगिता और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ये वीडियोज़ अलग-अलग थीम पर तैयार कराए गए हैं।  
    • ‘ग्रांट्स फॉर स्कूल’के वीडियो में कंपोजिट स्कूल ग्रांट एवं स्पोर्ट्स ग्रांट, ‘क्लब्स इन द स्कूल’ में यूथ एंड इको क्लब एवं विज्ञान क्लब, ‘स्कूल उत्सव’शीर्षक पर बने वीडियो में प्रवेशोत्सव, वार्षिकोत्सव, एल्यूमिनाई मीट, बाल समारोह, कला उत्सव एवं रंगोत्सव तथा ‘हॉस्टल्स’के वीडियो में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एवं मेवात बालिका छात्रावास के बारे में आवश्यक सूचनाओं और उपयोगी जानकारी का समावेश किया गया है।  
    • विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिये टीचिंग लर्निंग मैटेरियल से संबंधित गतिविधियों, जैसे- शिक्षक-विद्यार्थी डायरी, सभी प्रकार की वर्क बुक्स (उपचारात्मक रेडीनेस), कला एवं एबीएल किट, विज्ञान एवं गणित किट से संबंधित प्रमुख बातों को शामिल करते हुए एक विशेष वीडियो तैयार किया गया है।  
    • वहीं बालिकाओं को रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण, आईसीटी लैब, व्यावसायिक शिक्षा गतिविधियाँ, सामुदायिक गतिशीलता (विद्यालयों के स्तर विकास समितियों की बैठक, सामुदायिक जागृति दिवस एवं आपणी लाडो योजना) तथा किशोर-किशोरी सशक्तीकरण गतिविधियाँ (राजू/मीना मंच, गार्गी मंच एवं अध्यापिका मंच, किशोरी मेला तथा चाइल्ड राइट क्लब) पर भी वीडियो बनाए गए हैं। 
  • विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों पर भी फोकस 
    • विभाग द्वारा ‘चाइल्ड विद स्पेशल नीड्स’(विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों) के लिये ट्रांसपोर्ट भत्ता, एस्कॉर्ट भत्ता, स्टायफंड और रीडर भत्ता जैसी गतिविधियों का संचालन होता है। इनके बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी को एक वीडियो के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।
    • इसी प्रकार महात्मा गांधी स्कूलों में पूर्व प्राथमिक शिक्षा के वीडियो में एक्टिव कॉर्नर, रीडिंग कॉर्नर एवं कला कॉर्नर के साथ-साथ पूर्व प्राथमिक शिक्षा हेतु टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मैटेरियल) किट तथा विद्यार्थियों के लिये ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना से संबंधित वीडियोज़ भी अब सभी के लिये यूट्यूब पर उपलब्ध हैं। 
  • कम अवधि के शिक्षक-प्रशिक्षण भी शामिल 
    • विभाग में ब्लॉक और ज़िला स्तर पर एक या दो दिनों की छोटी अवधि के लिये कई शिक्षकों के कई प्रशिक्षण पूरे सत्र में आयोजित किये जाते हैं। इनमें शामिल होने के लिये टीचर्स को अपने स्कूलों से शहरों या फिर किसी अन्य सेंटर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिये यात्रा करनी पड़ती है। इससे उनको अनावश्यक परेशानी होती है और क्लास रूम टीचिंग पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है।  
    • ऐसे में ब्लॉक एवं ज़िला स्तर पर चलने वाले ऐसे प्रशिक्षणों के बारे में भी वीडियो बनाए गए हैं, जिनको अपने मोबाइल पर अपनी सुविधा के अनुसार देख कर टीचर्स गतिविधियों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 
    • इसके अलावा क्वालिटी एजुकेशन के लिये विद्यालय एवं शिक्षकों की परख से संबंधित एक वीडियो में निपुण मेला तथा शाला सिद्धि एवं शिक्षक मूल्यांकन प्रपत्र, क्वालिटी मॉनिटरिंग टूल की जानकारी दी गई है। 

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