उत्तर प्रदेश
ABVMU में मियावाकी वन का उद्घाटन
- 28 Jul 2025
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चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ स्थित अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय (ABVMU) में मियावाकी वन का उद्घाटन किया और पौधारोपण अभियान में भाग लिया।
मुख्य बिंदु
मियावाकी वृक्षारोपण विधि के बारे में:
- इसका नाम जापानी वनस्पतिशास्त्री अकीरा मियावाकी के नाम पर रखा गया है। इस विधि में हर वर्ग मीटर में दो से चार अलग-अलग प्रकार के देशी वृक्ष लगाए जाते हैं।
- इस पद्धति को 1970 के दशक में विकसित किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य भूमि के एक छोटे से टुकड़े में हरित आवरण को सघन बनाना था।
- इस विधि में वृक्ष आत्मनिर्भर हो जाते हैं और तीन साल के भीतर अपनी पूरी लंबाई तक बढ़ जाते हैं।
- मियावाकी पद्धति में प्रयुक्त पौधों को खाद और पानी जैसी नियमित देखभाल की आवश्यकता नहीं होती।
- देशी पेड़ों का घना हरा आवरण उस क्षेत्र के धूल कणों को सोखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है जहाँ उद्यान स्थापित किया गया है। ये पौधे सतह के तापमान को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं।
- इन वनों में प्रयुक्त होने वाले कुछ सामान्य देशी पौधों में अंजन, अमला, बेल, अर्जुन और गूंज शामिल हैं।
- ये वन नई जैवविविधता और पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहित करते हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है।