राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
मार्च 2027 तक 25,000 जन औषधि केंद्र
- 17 Dec 2025
- 10 min read
चर्चा में क्यों?
सरकार ने मार्च 2027 तक भारत में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों (PMBJK) की संख्या बढ़ाकर 25,000 करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
मुख्य बिंदु
- वर्तमान स्थिति: 30 नवंबर, 2025 तक संपूर्ण देश में कुल 17,610 जन औषधि केंद्र (PMBJK) खोले जा चुके हैं, जबकि वर्ष 2014 में इनकी संख्या केवल 80 थी, जो इस योजना के महत्त्वपूर्ण विस्तार को दर्शाता है।
- लक्ष्य निर्धारित: सरकार ने मार्च 2027 तक जन औषधि केंद्रों की संख्या 25,000 तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, ताकि कम लागत वाली गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाओं तक पहुँच और बेहतर हो सके।
जन औषधि केंद्र के बारे में:
- यह सरकारी समर्थित रिटेल आउटलेट योजना है, जो सार्वजनिक को सस्ते दामों में गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएँ उपलब्ध कराती है।
- जागरूकता: योजना के तहत बिक्री की बढ़ती मात्रा और उत्पाद शृंखला का विस्तार जनता में जन औषधि दवाओं के प्रति विश्वास और जागरूकता को दर्शाता है।
- उद्यमी भागीदारी: जन औषधि केंद्रों की बढ़ती व्यवहार्यता और आकर्षण के कारण पिछले वित्तीय वर्ष में आउटलेट्स में 37% और MRP बिक्री मूल्य में 38% की वृद्धि हुई।
- आवेदन प्रक्रिया: जन औषधि केंद्रों के लिये आवेदन व्यक्तिगत उद्यमियों, गैर-सरकारी संगठनों, समितियों, ट्रस्ट, फर्म और कंपनियों से आधिकारिक जन औषधि वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आमंत्रित किये जाते हैं।