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विश्व मापिकी दिवस 2022

  • 23 May 2022
  • 5 min read

वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research- CSIR) -राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला, नई दिल्ली ने मेट्रोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया (MSI) के सहयोग से विश्व मापिकी दिवस (20 मई) का आयोजन किया।

  • मेट्रोलॉजी माप और उसके अनुप्रयोग का विज्ञान है।

विश्व मापिकी दिवस की मुख्य विशेषताएंँ:

  • परिचय:
  • विश्व मापिकी दिवस 1875 में मीटर अभिसमय (Metre Convention) पर हस्ताक्षर करने की वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
  • यह संधि विश्वव्यापी सुसंगत माप प्रणाली के लिये आधार प्रदान करती है। 
  • विश्व मापिकी दिवस उन सभी लोगों के योगदान को मान्यता देने के लिये मनाया जाता है जो पूरे वर्ष अंतर-सरकारी और राष्ट्रीय मेट्रोलॉजी संगठनों और संस्थानों में काम करते हैं।
  • विषय-वस्तु/थीम: 
    • इसकी थीम है- "डिजिटल युग में मौसम विज्ञान"।
    • इस विषय को इसलिये चुना गया है  क्योंकि डिजिटल तकनीक हमारे समुदाय में क्रांति ला रही है और वर्तमान की सबसे रोमांचक प्रवृत्तियों में से एक है।
    • थीम की घोषणा इंटरनेशनल ब्यूरो ऑफ वेट एंड मेजर्स (BIPM) और इंटरनेशनल ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ लीगल मेट्रोलॉजी (OIML) द्वारा संयुक्त रूप से की गई थी।

इंटरनेशनल ब्यूरो ऑफ वेट एंड मेजर्स (BIPM): 

  • वर्ष 1875 में मीटर कन्वेंशन पर हस्ताक्षर ने BIPM बनाया और पहली बार मेट्रोलॉजी में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को औपचारिक रूप दिया।
  • कन्वेंशन ने BIPM की स्थापना के माप की विश्वव्यापी एकरूपता की नींव रखी।
  • BIPM राष्ट्रीय मेट्रोलॉजी संस्थानों (NMI) के एक विश्वव्यापी नेटवर्क का केंद्र है जो राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं और उद्योगों में इंटरनेशनल सिस्टम ऑफ यूनिट (SI) के लिये ट्रेसबिलिटी की शृंखला का अनुभव और प्रसार करना जारी रखता है।

इंटरनेशनल ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ लीगल मेट्रोलॉजी (OIML):

  • इंटरनेशनल ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ लीगल मेट्रोलॉजी एक अंतर-सरकारी संगठन है जिसे वर्ष 1955 में लीगल मेट्रोलॉजी प्रक्रियाओं के वैश्विक सामंजस्य को बढ़ावा देने के लिये बनाया गया था, यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को रेखांकित करने के साथ ही सुविधाजनक बनाता है।
  • वर्ष 1955 में OMIL को ब्यूरो इंटरनेशनल डीमेट्रोलॉजी लीगल (Bureau International de Métrologie Légale- BIML) के साथ कानूनी मौसम विज्ञान संबंधी प्रक्रियाओं के वैश्विक सामंजस्य को बढ़ावा देने के लिये एक अंतर-सरकारी संधि संगठन के रूप में स्थापित किया गया था।
  • OIML ने एक विश्वव्यापी तकनीकी संरचना विकसित की है जिसका प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय मेट्रोलॉजिकल सेवाओं या संबंधित संगठनों द्वारा लागू नियमों और मेट्रोलॉजिकल नियंत्रणों में सामंजस्य स्थापित करना है।

CSIR-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला:

  • CSIR-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (NPL-India) को संसद के अधिनियम द्वारा भारत के "राष्ट्रीय मेट्रोलॉजी संस्थान" (NMI) के रूप में स्थापित किया गया जो देश की ज़रूरतों के लिये माप-मानक की ज़िम्मेदारी के साथ "राष्ट्रीय मानकों" का संरक्षक है।
  • यह भारत में S.I इकाइयों का अनुरक्षण (Maintains) तथा राष्ट्रीय भार तथा माप के मानकों की जाँच (Calibration) करता है।

स्रोत: पी.आई.बी.

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