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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 19 मई, 2021

  • 19 May 2021
  • 8 min read

‘संवेदना’ हेल्पलाइन 

कोविड-19 महामारी के दौरान प्रभावित बच्चों को मनोवैज्ञानिक प्राथमिक चिकित्सा और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के उद्देश्य से ‘राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग’ (NCPCR) द्वारा ‘संवेदना’ हेल्पलाइन के माध्यम से बच्चों को टेली-परामर्श की सुविधा प्रदान की जा रही है। ‘संवेदना’ (SAMVEDNA) का आशय ‘सेंसिटाइज़िंंग एक्शन ऑन मेंटल हेल्थ वल्नरेबिलिटी थ्रू इमोशनल डेवलपमेंट एंड नेससरी एक्सप्टेंस’ से है। इस टोल-फ्री हेल्पलाइन की शुरुआत कोविड-19 महामारी से प्रभावित बच्चों को मनो-सामाजिक मानसिक सहायता प्रदान करने के लिये की गई है। ‘संवेदना’ टेली-परामर्श सेवा महामारी के दौरान बच्चों का तनाव, चिंता, भय और अन्य समस्याओं को दूर कर उनको मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से गठित की गई है। बच्चों को कुल तीन श्रेणियों में टेली-परामर्श की सुविधा प्रदान की जाती है: (1) जो बच्चे क्वारंटाइन/आइसोलेशन/कोविड केयर सेंटर में हैं, (2) जिन बच्चों के माता-पिता या परिवार के सदस्य या अन्य कोई करीबी जो कोविड-19 से संक्रमित है अथवा (3) जिन बच्चों ने कोविड-19 महामारी की वजह से अपने माता-पिता को खो दिया है। यह टोल-फ्री टेली-परामर्श सुविधा देश भर के बच्चों को तमिल, तेलुगू, कन्नड़, उड़िया, मराठी, गुजराती, बंगाली आदि विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में सहायता प्रदान करती है। ‘राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग’ एक वैधानिक इकाई है और भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तहत कार्य करती है।

वैश्विक सड़क सुरक्षा सप्ताह 2021

17 मई, 2021 को ‘वैश्विक सड़क सुरक्षा सप्ताह 2021’ को लॉन्च किया गया। यह कार्यक्रम ‘संयुक्त राष्ट्र सड़क सुरक्षा सहयोग’ द्वारा समन्वित और विश्व स्वास्थ्य संगठन की अध्यक्षता में आयोजित किया जाता है। प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित किये जाने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य गति प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करते हुए सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूकता बढ़ाना है। यह दिवस दुनिया भर के व्यक्तियों, सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों, निगमों और अन्य संगठनों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने और ऐसे बदलाव करने के लिये एक साथ लाता है ताकि सड़क पर होने वाली मौतों की संख्या में कमी की जा सके। इस कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2007 में की गई थी। इस सप्ताह के दौरान वर्ष 2030 तक सड़क यातायात से होने वाली मौतों और चोटों की संख्या को आधा करने के लक्ष्य के साथ ‘सड़क सुरक्षा कार्रवाई दशक 2021-2030’ की भी आधिकारिक शुरुआत की गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, सड़क दुर्घटनाओं के कारण विश्व भर में होने वाली कुल मौतों में से 11% मौतें भारत में होती हैं, जो कि विश्व में सर्वाधिक है। प्रतिवर्ष लगभग 4.5 लाख सड़क दुर्घटनाएँ होती हैं, जिसमें 1.5 लाख लोगों की मृत्यु होती है।

कृषि निर्यात सुविधा केंद्र

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक’ (नाबार्ड) के सहयोग से ‘महराट्टा चैंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज़ एंड एग्रीकल्चर (MCCIA) द्वारा भारत के पहले ‘कृषि निर्यात सुविधा केंद्र’ को लॉन्च गया है। यह सुविधा केंद्र कृषि क्षेत्र में निर्यातकों के लिये वन-स्टॉप-शॉप के रूप में काम करेगा। यह केंद्र संभावित निर्यातकों को कीटनाशक अवशेष प्रबंधन, संभावित आयात करने वाले देशों को वरीयता, उनके उत्पाद की पसंद, गुणवत्ता मानकों, निर्यात उन्मुख उत्पादन हेतु बाग प्रबंधन, कटाई के समय और तरीके, उत्पादन तकनीक, ग्रीनहाउस उत्पादन, पैकेजिंग तथा हवाई अड्डे एवं बंदरगाह पर पालन की जाने वाली प्रक्रिया आदि के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान करेगा। साथ ही यह केंद्र कृषि निर्यात से संबंधित पहलुओं पर जागरूकता कार्यक्रम, प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाओं का भी आयोजन करेगा। यह केंद्र एक ‘नॉलेज बैंक’ भी विकसित करेगा, जहाँ निर्यात के विभिन्न पहलुओं और गतिविधियों से संबंधित  ज्ञान, सूचना एवं डेटा आदि को एकत्र किया जाएगा। यह संभावित निर्यातकों को ‘कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण’ (एपीडा) की योजनाओं के बारे जागरूक करेगा तथा एपीडा की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही यह कृषि निर्यात प्रोत्साहन संबंधी केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में भी जागरूकता बढ़ाएगा।

विश्व उच्च रक्तचाप दिवस

प्रतिवर्ष 17 मई को विश्व भर में विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य आम लोगों में उच्च रक्तचाप के संदर्भ में जागरूकता पैदा करना और इसकी गंभीरता को देखते हुए लोगों को इसे नियंत्रित करने के लिये प्रोत्साहित करना है। विदित हो कि शरीर में ऑक्सीजन और ऊर्जा के प्रवाह के लिये रक्त शोधन करना ह्रदय का प्रमुख कार्य है और धमनियों के ज़रिये रक्त के प्रवाह के लिये दबाव की एक निश्चित मात्रा की आवश्यकता होती है। यदि रक्त प्रवाह का यह दबाव सामान्य से अधिक होता है, तो यह धमनियों की दीवार पर अतिरिक्त तनाव डालता है। इसे हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) कहते हैं। एक अनुमान के मुताबिक पूर्वी भूमध्य क्षेत्र में प्रत्येक पाँच में से दो वयस्क उच्च रक्तचाप से प्रभावित हैं। उच्च रक्तचाप दुनिया भर में असामयिक मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। उच्च रक्तचाप की गंभीरता को देखते हुए इसे ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है।

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