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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 15 सितंबर, 2020

  • 15 Sep 2020
  • 6 min read

बिहार में सात परियोजनाओं का शिलान्यास 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार में 541 करोड़ रुपए की सात शहरी बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है। आधिकारिक सूचना के अनुसार, इन सात परियोजनाओं में से चार जल आपूर्ति, दो सीवेज उपचार और एक रिवरफ्रंट डवलपमेंट से संबंधित हैं। इन परियोजनाओं का कार्यान्वयन राज्य शहरी विकास और आवास विभाग के तहत बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम (BUIDCO) द्वारा किया जाएगा। ध्यातव्य है कि पटना नगर निगम के तहत आने वाले बेउर और कर्मलीचक में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत स्थापित किये गए हैं। साथ ही सीवान नगर परिषद (Municipal Council Siwan) और छपरा नगर निगम में अमृत मिशन (AMRUT) के तहत शुरू की गई जलापूर्ति परियोजनाओं से स्थानीय निवासियों को 24 घंटे शुद्ध पेयजल प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत बनाई गई मुजफ्फरपुर रिवरफ्रंट डवलपमेंट स्कीम का शिलान्यास भी किया है।

प्याज़ के निर्यात पर प्रतिबंध

हाल ही में केंद्र सरकार ने एक अधिसूचना के माध्यम से प्याज़ की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिये हैं। ध्यातव्य है कि भारत ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में अब तक 328 मिलियन डॉलर मूल्य के ताजे प्याज़ (Fresh Onions) और 112.3 मिलियन डॉलर के सूखे प्याज़ (Dried Onions) का निर्यात किया है। इस वर्ष अप्रैल-जुलाई की अवधि में बांग्लादेश को होने वाले प्याज के निर्यात में 158 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। यह प्रतिबंध ऐसे समय में अधिरोपित किये गए हैं जब इस वर्ष अगस्त माह में प्याज के थोक और खुदरा मूल्य क्रमशः 35 प्रतिशत और 4 प्रतिशत गिर गए थे। इस अवधि के दौरान राजधानी दिल्ली में प्याज का खुदरा मूल्य 40 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुँच गया था। 

ग्रेफीन मास्क

हाल ही में सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्गकॉन्ग ने जीवाणुरोधी क्षमता वाला एक ग्रेफीन मास्क (Graphene  Masks) विकसित किया है, जो कि तकरीबन 80 प्रतिशत जीवाणुओं को समाप्त कर सकता है। शोध के मुताबिक यदि इस ग्रेफीन मास्क को 10 मिनट के लिये सूर्य के प्रकाश में रखा जाता है तो यह 100 प्रतिशत जीवाणुओं को समाप्त कर सकता है। शोधकर्त्ताओं के मुताबिक यह ग्रेफीन मास्क काफी आसानी से और कम लागत पर उत्पादित किया जा सकता है, और यह गैर-बायोडिग्रेडेबल मास्क के प्रबंधन की समस्या को समाप्त करने में मदद कर सकता है। कोरोना वायरस की दो प्रजातियों पर किये गए प्रारंभिक परीक्षणों में ग्राफीन मास्क ने तकरीबन पाँच मिनट में 90 प्रतिशत से अधिक वायरस और 10 मिनट में लगभग 100 प्रतिशत वायरस को निष्क्रिय कर दिया। ग्रेफीन (Graphene) कार्बन परमाणुओं की एक एकल परत होती है, जो कि तकरीबन एक परमाणु जितना मोटा होता है। इसे ग्रेफाइट का बिल्डिंग-ब्लॉक माना जाता है।

अभियंता दिवस

देश भर में प्रत्येक वर्ष 15 सितंबर को अभियंता दिवस (Engineer's Day) के रूप में मनाया जाता है। भारत में यह दिवस देश के सुप्रसिद्ध इंजीनियर और भारत रत्न से सम्मानित डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है और इस वर्ष उनकी 160वीं जयंती मनाई जा रही है। डॉ. एम. विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर, 1861 को कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर में एक तलुगु परिवार में हुआ था। डॉ. एम. विश्वेश्वरैया न केवल भारत के सबसे महान सिविल इंजीनियरों में से एक थे, बल्कि उन्होंने वर्ष 1912 से वर्ष 1919 तक मैसूर के 19वें दीवान के रूप में भी कार्य किया। लोकहित में उनके कार्यों को याद करते हुए प्रत्येक वर्ष न केवल भारत में बल्कि श्रीलंका और तंज़ानिया में भी 15 सितंबर को अभियंता दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनकी सबसे उल्लेखनीय परियोजनाओं में से एक कृष्णा राजा सागर झील और बांध है, जो कि कर्नाटक में स्थित हैं। वर्ष 1955 में उनकी अभूतपूर्व तथा जनहितकारी उपलब्धियों के लिये उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा गया। भारत सरकार ने वर्ष 1968 में उनकी जन्म तिथि को ‘अभियंता दिवस’ घोषित किया था।

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