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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 13 मई, 2021

  • 13 May 2021
  • 6 min read

सिंधु दर्शन महोत्सव

केंद्रशासित क्षेत्र लद्दाख में 19 जून, 2021 से ‘सिंधु दर्शन महोत्सव’ का आयोजन किया जाना है। लेह शहर से लगभग 8 किलोमीटर दूर ‘शेह मनाला’ में सिंधु नदी के तट पर आयोजित होने वाले ‘सिंधु दर्शन महोत्सव’ में प्रतिवर्ष देश भर से सैकड़ों पर्यटक शामिल होते हैं। इस समारोह के दौरान भारत भर के कलाकारों द्वारा संगीत कार्यक्रमों, नृत्य प्रदर्शन और कला प्रदर्शनियों आदि का आयोजन किया जाता है। साथ ही यह महोत्सव आम जनमानस को सिंधु नदी के बारे में जागरूक करता है और देश की सांप्रदायिक एकता के प्रतीक के रूप में इसके महत्त्व को बढ़ावा देता है। ज्ञात हो कि सिंधु नदी को भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे महत्त्वपूर्ण जल प्रणालियों में से एक है। इसे विश्व की सबसे लंबी नदियों में से एक माना जाता है और इसके कुल बहाव क्षेत्र का अधिकांश हिस्सा भारत और पाकिस्तान में है। सिंधु नदी तंत्र में मुख्यतः 6 नदियाँ- सिंधु, झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास और सतलज शामिल हैं। सिंधु नदी का अपनी सहायक नदियों- चिनाब, झेलम, सतलज, रावी और ब्यास के साथ संगम पाकिस्तान में होता है। भारत और पाकिस्तान में नदी किनारे रहने वाले अधिकांश लोग अपनी बुनियादी आवश्यकताओं और सिंचाई आदि के लिये इसी नदी तंत्र पर निर्भर हैं। 

स्पेस स्टेशन में पहला निजी मिशन

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और निजी अंतरिक्ष कंपनी ‘एक्सिओम स्पेस’ (Axiom Space) ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में पहले निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन हेतु समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। इस मिशन के वर्ष 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। ‘एक्सिओम मिशन’ 1 (Ax-1) के रूप में नामित इस अंतरिक्ष उड़ान को नासा के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री को अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में कुल आठ दिन बिताने का अवसर मिलेगा। विदित हो कि नासा ने लो-अर्थ ऑर्बिट में एक मज़बूत और प्रतिस्पर्द्धी अर्थव्यवस्था विकसित करने संबंधी अपनी योजना के हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन को निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन सहित वाणिज्यिक गतिविधियों के लिये खोल दिया है। 

बच्चों में कोवैक्सीन का परीक्षण 

ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक को बच्चों में कोवैक्सीन (Covaxin) का परीक्षण करने हेतु मंज़ूरी दे दी है। ‘कोवैक्सीन’ कोरोना वायरस के विरुद्ध भारत के सामूहिक टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल होने वाले दो कोविड-19 टीकों में से एक है, जिसे भारत बायोटेक लिमिटेड द्वारा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से विकसित किया गया है। यह भारत की एकमात्र स्वदेशी कोरोना वैक्सीन है, जिसे रोग पैदा करने वाले जीवित सूक्ष्मजीवों को निष्क्रिय कर विकसित किया जाता है। वर्तमान में कोवैक्सीन को 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में उपयोग के लिये अनुमोदित किया गया है। अब भारत बायोटेक द्वारा 2 वर्ष से 18 वर्ष की आयु के बीच ‘कोवैक्सीन’ के नैदानिक परीक्षण आयोजित किये जाएंगे। इस परीक्षण के दौरान इस आयु वर्ग में वैक्सीन से सुरक्षा, इसके प्रतिकूल प्रभावों और उसकी प्रतिरक्षा क्षमता संबंधी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। 

पद्मकुमार माधवन नायर

पद्मकुमार माधवन नायर को ‘नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड’ (NARCL) के प्रमुख के तौर पर नियुक्त किया गया है। पद्मकुमार नायर वर्तमान में भारतीय स्टेट बैंक के स्ट्रेस्ड एसेट्स रिज़ॉल्यूशन ग्रुप के मुख्य महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं। ज्ञात हो कि भारतीय बैंक संघ (IBA) वित्त मंत्रालय और भारतीय रिज़र्व बैंक के परामर्श से ‘नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड’ के गठन की अगुवाई कर रहा है। 500 करोड़ रुपए और उससे अधिक की मूल बकाया राशि वाली दबावग्रस्त परिसंपत्तियों, जिनका समग्र मूल्य तकरीबन 1.50 लाख करोड़ रुपए है, नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड को हस्तांतरित किये जाने की उम्मीद है।

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