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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 12 मार्च, 2022

  • 12 Mar 2022
  • 5 min read

'डोनेट-ए-पेंशन' कार्यक्रम

केंद्रीय श्रम एवं रोज़गार मंत्री भूपेंद्र यादव ने हाल ही में सहायक कर्मचारियों की पेंशन सृजित करने और उसमें योगदान देने हेतु ‘प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन’ योजना के तहत 'डोनेट-ए-पेंशन' कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस पहल के तहत लोग अपने सहायक स्टाफ जैसे- घरेलू कामगार, ड्राइवर, हेल्पर आदि के प्रीमियम योगदान को दान कर सकते हैं। ‘प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन’ योजना (PM-SYM) एक स्वैच्छिक और अंशदायी (50:50) पेंशन योजना है, जिसमें लाभार्थी एक निर्धारित आयु-विशिष्ट योगदान देता है और साथ ही केंद्र सरकार द्वारा भी इसमें उतना ही योगदान दिया जाता है। इस योजना के पात्र 18-40 वर्ष के आयु समूह के घर में काम करने वाले श्रमिक, स्ट्रीट वेंडर, मिड डे मील श्रमिक, सिर पर बोझ ढोने वाले श्रमिक, ईंट-भट्टा मज़दूर, चर्मकार, कचरा उठाने वाले, घरेलू कामगार, धोबी, रिक्शा चालक, भूमिहीन मज़दूर, खेतिहर मज़दूर, निर्माण मज़दूर, बीड़ी मज़दूर, हथकरघा मज़दूर, चमड़ा मज़दूर, ऑडियो-वीडियो श्रमिक तथा इसी तरह के अन्य व्यवसायों में काम करने वाले ऐसे श्रमिक होंगे जिनकी मासिक आय 15,000 रुपए या उससे कम है। योजना के अंतर्गत प्रत्येक अभिदाता को 60 वर्ष की उम्र पूरी होने के बाद प्रति महीने न्यूनतम 3,000 रुपए की निश्चित पेंशन मिलेगी।

पूसा कृषि विज्ञान मेला

दिल्ली स्थित ‘पूसा प्रौद्योगिकी संस्थान’ के परिसर में 09-11 मार्च के बीच ‘पूसा कृषि विज्ञान मेले’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य थीम ‘तकनीकी ज्ञान के माध्यम से आत्मनिर्भर किसान’ है। इस मेले का आयोजन ‘भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान’ (IARI) द्वारा किया गया था। मेले में देश के विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 40,000 किसानों ने हिस्सा लिया और IARI तथा 100 ICAR संस्थानों एवं कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा विकसित किस्मों एवं प्रौद्योगिकियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने ड्रोन तकनीक, सटीक खेती, गेहूँ की किस्मों, फलों, सब्जियों और फूल समेत विभिन्न कृषि मॉडल एवं किसान सलाहकार सेवाओं पर लाइव प्रदर्शनी आयोजित की। 

‘साहित्योत्सव’ का आयोजन

साहित्य अकादमी द्वारा 10 से 15 मार्च, 2022 तक नई दिल्ली में ‘साहित्योत्सव’ नामक समावेशी साहित्य उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ को चिह्नित करने हेतु किया जा रहा है। इस उत्सव के दौरान 24 आदिवासी भाषाओं के प्रतिनिधित्व के साथ नई दिल्ली स्थित रविंद्र भवन लॉन में ‘आदिवासी लेखकों की बैठक’ का भी आयोजन किया गया। साथ ही इस उत्सव के दौरान साहित्य अकादमी पुरस्कार के 24 विजेताओं को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया। 

भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण

केंद्र सरकार ने हाल ही में वित्तीय सेवा विभाग के पूर्व सचिव देबाशीष पांडा को ‘भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण’ (IRDAI) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। प्रारंभिक तौर पर देबाशीष पांडा की नियुक्ति 3 वर्ष की अवधि के लिये की गई है। ज्ञात हो कि मई 2021 में सुभाष सी. खुंटिया के IRDAI के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त होने के बाद से यह पद खाली था। भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) एक वैधानिक निकाय है। इसका गठन बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण अधिनियम, 1999 के अंतर्गत किया गया था। यह एक स्वायत्त संस्था है। इस 10 सदस्यीय निकाय में एक अध्यक्ष, पाँच पूर्णकालिक और चार अंशकालिक सदस्य होते हैं। इसका कार्य भारत में बीमा और बीमा उद्योगों को विनियमित करना तथा उन्हें बढ़ावा देना है। इसका मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है।

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