लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



प्रिलिम्स फैक्ट्स

प्रारंभिक परीक्षा

Kyhytysuka Sachicarum: नई समुद्री सरीसृप

  • 03 Dec 2021
  • 2 min read

हाल ही में शोधकर्त्ताओं की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने क्यह्युटिसुका सचिकारुम (Kyhytysuka Sachicarum) नामक एक नए समुद्री सरीसृप की खोज की है।

प्रमुख बिंदु

Kyhytysuka-Sachicarum

  • Kyhytysuka का आशय तेज़ काटने वाले उस जीव से है जिसे मध्य कोलंबिया के उस क्षेत्र की एक स्थानीय भाषा में यह नाम दिया गया है जहाँ  इसके जीवाश्म पाए गए थे।
  • इसका नाम प्राचीन मुइस्का संस्कृति (Muisca culture) का सम्मान करने के लिये रखा गया है जो वहाँ सहस्राब्दियों से मौजूद थी।
  • इस संरक्षित जीवाश्म की खोपड़ी एक मीटर लंबी है, जो अंतिम जीवित ‘इचथ्योसोर’ (Ichthyosaur) में से एक है- प्राचीन जानवर जो जीवित स्वॉर्डफिश की तरह दिखते हैं।
    • ‘इचथ्योसोर’ (ichthyosaur):
      • वे जलीय सरीसृपों के विलुप्त समूह के सदस्य हैं, जिनमें से अधिकांश देखने में और व्यवहार में बहुत समान थे।
      • उनका भौगोलिक वितरण बहुत व्यापक था और उनके जीवाश्म लगभग पूरे मेसोज़ोइक युग में फैले हुए हैं।
      • वे प्रारंभ में एशिया के ट्राइसिक काल (Triassic Period) से संबंधित माने जाते हैं, जो लंबे शरीर वाले लहरदार तैराकों के रूप में जाने जाते थे, जबकि बाद की प्रजातियों में पाई गई कई विशेषताओं से भिन्न थे। 
  • प्रारंभिक क्रिटेशियस अवधि के दौरान यह प्रजाति एक महत्त्वपूर्ण संक्रमणकाल से संबंधित है जब पृथ्वी अपेक्षाकृत ठंड की अवधि से बाहर आ रही थी, समुद्र का स्तर बढ़ रहा था और सुपरकॉन्टिनेंट पैंजिया (एक सुपरकॉन्टिनेंट जिसमें पृथ्वी पर लगभग सभी भूभाग शामिल थे) उत्तरी और दक्षिणी भूभाग में विभाजित हो रहा था।

Geologic-Time-Scale

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2