ध्यान दें:

RAS Mains 2024

  • 02 Jun 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 1 डाटा इंटरप्रिटेशन

    दिवस- 4: राजस्थान ग्रीन हाइड्रोजन नीति, 2023 का विज़न और प्रमुख उद्देश्य क्या हैं? (100 शब्द)

    उत्तर

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • राजस्थान की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता और ग्रीन हाइड्रोजन के रणनीतिक महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए संक्षिप्त परिचय से उत्तर लेखन की शुरुआत कीजिये।
    • नीति के विज़न का उल्लेख कीजिये।
    • उचित निष्कर्ष दीजिये।

    परिचय: 142 गीगावाट सौर और 284 गीगावाट पवन क्षमता वाले राजस्थान का लक्ष्य नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करके हरित हाइड्रोजन को बढ़ावा देना, जीवाश्म ईंधन के आयात को कम करना तथा अपनी हरित हाइड्रोजन नीति, 2023 के माध्यम से उद्योगों को समर्थन देना है।

    मुख्य भाग:

    मुख्य उद्देश्य:

    • राजस्थान को हरित हाइड्रोजन उत्पादन और इसके व्युत्पन्नों में अग्रणी बनाना, आयातित अमोनिया तथा जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करना।
    • रिफाइनरियों, उर्वरकों और अन्य हाइड्रोजन-निर्भर उद्योगों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये हरित हाइड्रोजन उत्पादन हेतु एक सुदृढ़ पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना।
    • अत्याधुनिक हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिये उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना।
    • इलेक्ट्रोलाइज़र, कंप्रेसर, भंडारण और परिवहन सुविधाओं सहित एक व्यापक हरित हाइड्रोजन विनिर्माण बुनियादी अवसंरचना की स्थापना करना।

    लक्ष्य:

    • वर्ष 2030 तक 2000 किलो टन प्रति वर्ष (kTPA) हरित हाइड्रोजन का उत्पादन प्राप्त करना।
    • उर्वरक संयंत्रों और रिफाइनरियों की सेवा करने वाली कम से कम एक हरित हाइड्रोजन घाटी बनाना।
    • इलेक्ट्रोलाइज़र विनिर्माण के लिये समर्पित एक गीगाफैक्ट्री स्थापित करना।
    • वर्ष 2030 तक राजस्थान की प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों में मात्रा के हिसाब से 10% तक हरित हाइड्रोजन को एकीकृत करना।

    निष्कर्ष: राजस्थान ग्रीन हाइड्रोजन नीति भारत की स्वच्छ ऊर्जा महत्त्वाकांक्षाओं और वैश्विक नेतृत्व लक्ष्यों के अनुरूप है। यह सतत् आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करेगी। यह नीति हरित, आत्मनिर्भर ऊर्जा भविष्य की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2