प्रारंभिक परीक्षा
‘द रेज़िस्टेंस फ्रंट’ वैश्विक आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध
- 19 Jul 2025
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स्रोत: द हिंदू
भारत ने अमेरिका द्वारा द रेज़िस्टेंस फ्रंट (TRF) को आधिकारिक रूप से विदेशी आतंकी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित किये जाने के निर्णय का समर्थन किया है।
नोट: पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारत ने TRF के खिलाफ वैश्विक कार्रवाई की मांग करते हुए एक कूटनीतिक पहल शुरू की थी।
- यद्यपि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने हमले की निंदा की, लेकिन उसने TRF का नाम स्पष्ट रूप से नहीं लिया। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर 2025 के तहत जवाबी कार्रवाई की और संयुक्त राष्ट्र में सख्त कदमों की पैरवी की।
‘द रेज़िस्टेंस फ्रंट (TRF)’ क्या है?
- परिचय: TRF एक पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठन है, जो जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है। इसका गठन वर्ष 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हुआ था। इसे व्यापक रूप से लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का प्रॉक्सी संगठन माना जाता है।
- गठन का उद्देश्य: लश्कर-ए-तैयबा के नेतृत्व के कमज़ोर होने के बाद TRF का गठन किया गया ताकि आतंकवाद को एक स्थानीय और स्वदेशी स्वरूप दिया जा सके।
- इसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय निगरानी से बचना (विशेषकर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) द्वारा पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में रखे जाने के बाद) था। TRF कश्मीर में आतंकवाद को "स्थानीय जन आंदोलन" के रूप में दर्शाने की रणनीति के तहत बनाया गया।
- कार्यप्रणाली (Modus Operandi): शुरुआत में TRF एक सोशल मीडिया-आधारित नेटवर्क था, लेकिन धीरे-धीरे यह एक पूर्ण आतंकी संगठन के रूप में विकसित हुआ। इसमें ऑनलाइन प्रचार, भर्ती अभियान और सूचना युद्ध शामिल हैं।
- TRF, अपने मूल संगठन LeT के विपरीत, फिदायीन (आत्मघाती) हमलों से परहेज करता है।
- भारत और TRF: वर्ष 2023 में, भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने TRF को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 (UAPA) के तहत आतंकी संगठन घोषित किया था। TRF को आतंकी प्रचार, भर्ती, घुसपैठ और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में हथियारों व मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल पाया गया।
लश्कर-ए-तैयबा (LeT)
- उद्भव: 1990 के दशक की शुरुआत में लश्कर-ए-तैयबा का गठन "मरकज़-उद-दावा वल इरशाद" के सैन्य अंग के रूप में हुआ था। इसका प्रारंभिक उद्देश्य अफगानिस्तान में सोवियत सेनाओं का विरोध करना था।
यह भारत केंद्रित सबसे बड़ा और सक्रिय आतंकी संगठन माना जाता है, विशेषकर जम्मू-कश्मीर में। - प्रमुख आतंकी हमले: वर्ष 2008 का मुंबई आतंकवादी हमला (26/11) – लश्कर-ए-तैयबा की सबसे कुख्यात साजिश। वर्ष 2006 का मुंबई लोकल ट्रेन धमाके तथा वर्ष 2010 का में पुणे जर्मन बेकरी विस्फोट, इन सभी हमलों में लश्कर की संलिप्तता पाई गई।
- वैश्विक स्थिति: संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) और संयुक्त राष्ट्र (UN) ने लश्कर-ए-तैयबा को आतंकी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया है। पाकिस्तान ने वर्ष 2002 में इसे आधिकारिक रूप से प्रतिबंधित कर दिया था, परंतु इसके गुप्त संचालन अभी भी जारी हैं।
- फ्रंट संगठनों का उपयोग: LeT चैरिटी और भर्ती के लिये निम्नलिखित संगठनों का उपयोग करता है:
- जमात-उद-दावा (JuD)
- फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FiF)
ये दोनों संगठन अब लश्कर-ए-तैयबा के छद्म नाम (Aliases) के रूप में घोषित किये जा चुके हैं।
- संचालन अड्डे: LeT पाकिस्तान में प्रशिक्षण शिविर, शैक्षणिक संस्थान और क्लिनिक संचालित करता है। ये ढाँचे उसके आतंकी नेटवर्क को संगठित, प्रशिक्षित और विस्तारित करने में सहायक हैं।
- रणनीति: LeT अपनी पहचान छुपाने और स्थानीय समर्थन पाने के लिये आतंकी गतिविधियों के साथ-साथ धार्मिक/सामाजिक कार्यों में भी संलग्न रहता है। यह रणनीति उसे जन समर्थन और वित्तीय संसाधन जुटाने में सहायता करती है, जिससे आतंकवाद का नेटवर्क चलता रहता है।
नोट: गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम, 1967 (UAPA): यह अधिनियम आतंकी संगठनों या व्यक्तियों को आतंकवादी घोषित करता है, आतंकी गतिविधियों को आपराधिक अपराध के रूप में चिन्हित करता है तथा जाँच व अभियोजन के लिये सक्षम अधिकारियों को अधिकार प्रदान करता है।
- UAPA, 1967 के अंतर्गत 45 संगठनों को आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध तथा 23 संगठनों को गैरकानूनी संघ (Unlawful Associations) घोषित किया गया है। वर्ष 2019 के संशोधन के बाद यह प्रावधान जोड़ा गया कि अब व्यक्तियों को भी आतंकवादी घोषित किया जा सकता है, ताकि नए नाम से संगठनों के पुनर्गठन की संभावनाओं पर रोक लगाई जा सके।
- राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण अधिनियम, 2008 (NIA) आतंकी गतिविधियों से संबंधित अपराधों की जाँच व अभियोजन के लिये एक केंद्रीय एजेंसी (NIA) की स्थापना करता है।
भारत-केंद्रित प्रमुख आतंकवादी संगठन (पाकिस्तान में सक्रिय)
नाम |
संक्षिप्त विवरण |
भारत में स्थिति (UAPA, 1967 के अनुसार) |
जैश-ए-मोहम्मद (JEM) |
लश्कर-ए-तैयबा (LET) के साथ मिलकर इसने वर्ष 2001 में भारतीय संसद पर हमले की जिम्मेदारी ली थी। |
प्रतिबंधित |
हरकत-उल-जिहाद-इस्लामी (HUJI) |
प्रारंभ में सोवियत सेना के खिलाफ लड़ने के लिये गठित, बाद में इसने भारत के विरुद्ध गतिविधियाँ शुरू कीं। अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश और भारत में सक्रिय है। उद्देश्य: कश्मीर को पाकिस्तान में विलय करना। |
प्रतिबंधित |
हरकत-उल-मुजाहिदीन (HUM) |
मुख्य रूप से पाक-अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान के कुछ शहरों से संचालित होता है। |
प्रतिबंधित |
हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (Hizb-ul Mujahideen) |
पाकिस्तान की सबसे बड़ी इस्लामी राजनीतिक पार्टी का सैन्य अंग। जम्मू-कश्मीर में सक्रिय सबसे बड़े और पुराने आतंकी संगठनों में से एक। |
प्रतिबंधित |
अल-कायदा (Al Qaeda) |
मुख्य रूप से पूर्व संघीय प्रशासित जनजातीय क्षेत्र (FATA), कराची और अफगानिस्तान से संचालित होता है। |
प्रतिबंधित |
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)प्रिलिम्स:प्रश्न. 'हैंड-इन-हैंड 2007' एक संयुक्त आतंकवाद विरोधी सैन्य प्रशिक्षण भारतीय और निम्नलिखित में से किस देश की सेना के अधिकारियों द्वारा आयोजित किया गया था? (2008) (a) चीन उत्तर: (a) मेन्सप्रश्न. भारत सरकार ने हाल ही में गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यू.ए.पी.ए.), 1967 और एन.आई.ए. अधिनियम में संशोधन के द्वारा आतंकवाद-रोधी कानूनों को मज़बूत कर दिया है। मानवाधिकार संगठनों द्वारा गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम का विरोध करने के विस्तार और कारणों पर चर्चा करते समय वर्तमान सुरक्षा परिवेश के संदर्भ में परिवर्तनों का विश्लेषण कीजिये। (2019) |