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स्वेज़ नहर

  • 21 May 2025
  • 2 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

लाल सागर सुरक्षा संकट ने वैश्विक नौवहन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा व्यावसायिक ज़हाज़ों पर किये गए हमलों के कारण, स्वेज़ नहर से होकर जाने वाले जहाज़ों का आवागमन बुरी तरह बाधित हुआ है। इस स्थिति से निपटने के लिये मिस्र की स्वेज़ नहर प्राधिकरण (Suez Canal Authority) ने क्षेत्रीय जोखिमों के बीच जहाज़ों की वापसी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पारगमन शुल्क में छूट की घोषणा की है।

  • स्वेज़ नहर: स्वेज़ नहर मिस्र के स्वेज़ जलसंधि को पार करते हुये उत्तर-दक्षिण दिशा में चलने वाला एक कृत्रिम समुद्र-स्तरीय जलमार्ग है, जो लाल सागर पर स्थित स्वेज़ शहर के माध्यम से भूमध्य सागर को हिंद महासागर से जोड़ती है, जिससे यह अंतर्राष्ट्रीय नौवहन के लिये एक महत्त्वपूर्ण मार्ग बन जाती है। 
    • भौगोलिक दृष्टि से यह नहर उत्तर-पूर्वी मिस्र में स्वेज़ जलसंधि तक फैली हुई है।
    • यह उत्तर में पोर्ट सईद से लेकर दक्षिण में स्वेज़ की खाड़ी तक विस्तृत है, जो अफ्रीकी महाद्वीप को सिनाई प्रायद्वीप से प्रभावी रूप से अलग करती है साथ ही यूरोप और हिंद व प्रशांत महासागरों के बीच सबसे छोटा समुद्री मार्ग बनाती है।
  • महत्त्व: संकट से पहले यह नहर वैश्विक व्यापार का लगभग 12-15% और वैश्विक कंटेनर यातायात का लगभग 30% हिस्सा थी। यह वैश्विक ऊर्जा प्रवाह के 8-9% के लिये एक महत्त्वपूर्ण मार्ग के रूप में कार्य करती है।
  • भारत और स्वेज़ नहर: भारत लाल सागर मार्ग पर बहुत अधिक निर्भर है तथा यूरोप को होने वाले निर्यात का लगभग 80% इसी नहर से होकर गुज़रता है।

Suez_Canal

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