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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 23 सितंबर, 2023

  • 23 Sep 2023
  • 4 min read

वर्ष 2030 तक वनों के लिये कार्रवाई का संयुक्त आह्वान

वनों पर सहयोगात्मक भागीदारी (CPF) को लेकर संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) की अध्यक्षता में 16 वैश्विक संगठनों ने वर्ष 2030 तक वनों के लिये कार्रवाई का संयुक्त आह्वान किया है।

  • उनका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र द्वारा अनिवार्य सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) के अनुरूप वन समाधानों को लागू करने में और अधिक कार्रवाई और राजनीतिक प्रतिबद्धता की तत्काल आवश्यकता पर बल देना है।
  • इस पहल में चार प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं: कार्यान्वयन और कार्रवाई; डेटा, विज्ञान एवं नवाचार; वनों के लिये वित्त तथा संचार और जागरूकता बढ़ाना।

और पढ़ें… सतत् विकास लक्ष्य (SDG)

नए वर्षा मापकों के उभरने से अगुम्बे (Agumbe) के प्रभुत्व में कमी

कर्नाटक में अगुम्बे रेनफॉरेस्ट कॉम्प्लेक्स (ARC), जो लंबे समय से अपनी असाधारण वर्षा के लिये प्रसिद्ध है और जिसे अक्सर 'दक्षिण का चेरापूंजी' कहा जाता है, इस क्षेत्र में नए वर्षा गेज की स्थापना के कारण अपनी ऐतिहासिक स्थिति खो रहा है।

  • अगुम्बे एक शताब्दी से अधिक समय तक वर्षामापी स्थल रहा है, हाल ही में नादपाल और मुद्राडी जैसे क्षेत्रों में स्थापित स्थापनाओं से उच्च वर्षा स्तर का पता चला है, जिससे अगुम्बे की रैंकिंग में गिरावट आई है।
    • रेन गेज एक मौसम संबंधी उपकरण है जिसका उपयोग वर्षा की मात्रा को मापने के लिये किया जाता है, आमतौर पर वर्षा किसी विशेष स्थान पर एक विशिष्ट अवधि में होती है।
  • वर्ष 2022 से चालू ये नए गेज बताते हैं कि अगुम्बे में वर्ष 2022-2023 में 6,251.5 मिमी. वर्षा हुई, जो इसे कर्नाटक में तीसरी सबसे अधिक मात्रा में हुई वर्षा है।
  • इन परिवर्तनों के बावजूद अगुम्बे का वर्षा डेटा जैवविविधता, जल विज्ञान और किंग कोबरा के अद्वितीय आवास स्थान का अध्ययन करने वाले शोधकर्ताओं के लिये मूल्यवान बना हुआ है।

जूनो

जूनो एक सौर ऊर्जा संचालित NASA अंतरिक्ष यान है जो विशाल ग्रह बृहस्पति के चारों ओर लंबी, लूपिंग कक्षाएँ बनाता है।

  • जूनो को 5 अगस्त, 2011 को लॉन्च किया गया था। अंतरिक्ष यान ने वर्ष 2016 में बृहस्पति पर पहुँचने से पहले लगभग 3 अरब किलोमीटर की यात्रा की।
  • जूनो ने 31 जुलाई, 2023 को बृहस्पति और उसके ज्वालामुखीय चंद्रमा आयो की एक उल्लेखनीय छवि कैप्चर करते हुए बृहस्पति के करीब 53वीं फ्लाई-बाई (किसी यान द्वारा एक निर्दिष्ट लक्ष्य या स्थिति के नज़दीक से गुज़रना) को पूरा किया।
  • आयो अपनी तीव्र ज्वालामुखीय गतिविधि के लिये जाना जाता है, जिसमें सैकड़ों विस्फोटित ज्वालामुखी से पिघला हुआ लावा और सल्फ्यूरस गैसें निकलती हैं।
  • यह पृथ्वी के चंद्रमा से थोड़ा बड़ा है और ज्वारीय रूप से बृहस्पति से बँधा हुआ है तथा लगभग 1.8 पृथ्वी दिनों में अपनी धुरी पर एवं बृहस्पति के चारों ओर परिक्रमा पूरी करता है।

और पढ़ें...  बृहस्पति

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