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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 21 सितंबर, 2020

  • 21 Sep 2020
  • 6 min read

9 राजमार्ग परियोजनाओं का शुभारंभ 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार में 14,258 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली 9 राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी है। इन परियोजनाओं में 350 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण करना शामिल हैं जिनकी लागत 14,258 करोड़ रुपए होगी। उल्लेखनीय है कि बिहार के विकास का मार्ग प्रशस्त करने से ये सड़कें राज्य के भीतर और आसपास बेहतर संपर्क, सुविधा और आर्थिक विकास को बढ़ाने में मदद करेंगी। खासकर उत्तर प्रदेश और झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों के साथ आम लोगों और सामानों की आवाजाही में काफी सुधार होने की संभावना है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने 'घर तक फाइबर' परियोजना का भी उद्घाटन किया है, जिसमें बिहार के सभी 45,945 गाँवों को ऑप्टिकल फाइबर इंटरनेट सेवा के माध्यम से जोड़ा जाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे बिहार के सभी गांव आने वाले दिनों में इंटरनेट से जुड़ जाएंगे, जिससे ग्रामीण लोग भी सशक्त हो सकेंगे। गौरतलब है कि गांवों में इंटरनेट की सुविधा मिलने से ई-एजुकेशन, ई-एग्रीकल्‍चर, टेली-‍मेडिसिन, टेली-लॉ और सामाजिक सुरक्षा योजना समेत अन्‍य योजनाएं डिजिटल माध्यम से सभी नागरिकों मिल सकेगी। 

आम जनता के लिये खुला ताजमहल

उत्तरप्रदेश में आगरा स्थित ताजमहल समेत राज्य भर में कई ऐतिहासिक स्मारक छह महीने के अंतराल के बाद आम जनता के लिये खोले जा रहे हैं। कोरोना वायरस (COVID-19) के तीव्र संक्रमण को देखते हुए पर्यटकों के लिये सख्त दिशा-निर्देशों जारी किये गए हैं। लगभग छह माह तक पर्यटकों के लिये बंद रहने के बाद लखनऊ के प्रसिद्ध छोटे और बड़े इमामबाड़ा, वाराणसी के सारनाथ संग्रहालय जैसे कई अन्य स्मारक भी आम जनता के लिये खोल दिये गए हैं। इस संबंध में भारतीय पुरातत्त्व  सर्वेक्षण (ASI) द्वारा जारी नवीनतम नियमों के अनुसार, एक दिन में पाँच हज़ार से अधिक आगंतुकों को अनुमति नहीं दी जाएगी। दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए प्रत्यक्ष रूप से टिकट खरीदने की व्यवस्था को बंद कर दिया गया है और केवल टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग ही की जाएगी। इसके अलावा ताजमहल के समाधी क्षेत्र में एक बार में केवल पाँच लोगों को ही अनुमति दी जाएगी। 

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस

विश्व भर में प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (International Day of Peace) के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी देशों और नागरिकों के बीच शांति व्यवस्था कायम रखने के लिये प्रयास करना और अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों और विवादों पर विराम लगाना है। वर्ष 2020 के लिये इस दिवस की थीम ‘शेपिंग पीस टूगेदर’ (Shaping Peace Together) रखी गई है। संयुक्त राष्ट्र (UN) महासभा ने इस दिवस को अहिंसा और संघर्ष विराम के अवलोकन के माध्यम से शांति के आदर्शों को मज़बूत बनाने हेतु एक दिवस के रूप में घोषित किया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 1981 में अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाने की घोषणा की थी, जिसके पश्चात् पहली बार वर्ष 1982 में अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया गया था। वर्ष 1982 से लेकर वर्ष 2001 तक सितंबर माह के तीसरे मंगलवार को विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया जाता था, किंतु वर्ष 2002 से इसके लिये 21 सितंबर की तारीख निर्धारित कर दी गई। 

अनिल धस्माना

भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) के पूर्व प्रमुख अनिल धस्माना को राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO) के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने अनिल धस्माना की नियुक्ति को मंज़ूरी दी है। अनिल धस्माना ने खुफिया विभाग के पूर्व अधिकारी सतीश झा का स्थान लिया है। अनिल धस्माना वर्ष 1981 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं और उन्हें पाकिस्तान के मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। अनिल धस्माना वर्ष 1993 में रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) में शामिल हुए थे।  राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO) का गठन कारगिल युद्ध के पश्चात् एक समर्पित तकनीकी खुफिया एजेंसी के रूप में किया गया था।

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