इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 18 सितंबर, 2023

  • 18 Sep 2023
  • 6 min read

यशोभूमि

भारत के प्रधानमंत्री ने हाल ही में द्वारका, नई दिल्ली में 'यशोभूमि' नामक इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) के पहले चरण का उद्घाटन किया।

  • 8.9 लाख वर्ग मीटर से अधिक के कुल परियोजना क्षेत्र और 1.8 लाख वर्ग मीटर से अधिक के कुल निर्मित क्षेत्र के साथ 'यशोभूमि' विश्व की सबसे बड़ी बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियों (Meetings, Incentives, Conferences, and Exhibitions- MICE) की सुविधा वाले केंद्रों में से एक होगी।
  • 'यशोभूमि' स्थिरता के प्रति एक ठोस प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित करती है क्योंकि यह 100 प्रतिशत अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग, वर्षा जल संचयन के प्रावधानों के साथ अत्याधुनिक अपशिष्ट जल उपचार प्रणाली से सुसज्जित है और इसके परिसर को CII के भारतीय ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (IGBC) से प्लेटिनम प्रमाणन प्राप्त हुआ है।

सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति की पारदर्शी पहल

हाल ही में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) ने सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति में पारदर्शिता बढ़ाने की एक पहल का खुलासा किया। 

  • संभावित न्यायिक नियुक्तियों के वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन की अनिवार्यता को संबोधित करने के लिये CJI ने विद्वानों, प्रशिक्षुओं और कानूनी शोधकर्ताओं की एक टीम की पेशकश की है।
    • इस टीम की मुख्य ज़िम्मेदारी भारत के उन शीर्ष 50 न्यायाधीशों का व्यापक मूल्यांकन करना है, जिनकी सर्वोच्च न्यायालय में नियुक्ति के लिये विचार किया जा रहा है।
  • सेंटर फॉर रिसर्च एंड प्लानिंग के तत्त्वावधान में यह पहल, प्रक्रिया की गोपनीयता की सुरक्षा करते हुए पारदर्शी चयन मानदंड स्थापित करने हेतु की गई है।
  • हालाँकि शीर्ष 50 न्यायाधीशों की पहचान के लिये विशिष्ट मानदंड अभी तक स्पष्ट नहीं किये गए हैं।
    • अब तक नियुक्तियाँ कई मानदंडों के आधार पर की जाती रही हैं, जिनमें तीसरे न्यायाधीश मामलों के माध्यम से तैयार प्रक्रिया ज्ञापन का पालन करते हुए वरिष्ठता, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और योग्यता शामिल हैं।

और पढ़ें…सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति

हैदराबाद मुक्ति दिवस

वर्ष 2022 में 17 सितंबर को प्रतिवर्ष हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई। यह दिन निज़ाम शासन के तहत पूर्ववर्ती हैदराबाद राज्य के भारतीय संघ में विलय का प्रतीक है।

  • हैदराबाद, निज़ामों द्वारा शासित एक महत्त्वपूर्ण रियासत थी, जिसने ब्रिटिश संप्रभुता को स्वीकार किया था।
    • जूनागढ़ और कश्मीर की तरह हैदराबाद 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिलने से पहले या बाद में भारत में शामिल नहीं हुआ; इसके निज़ाम का लक्ष्य स्वतंत्र रहना तथा अपनी सेना को मज़बूत करना था।
    • हालाँकि आंतरिक उथल-पुथल के कारण क्षेत्रीय अस्थिरता को रोकने और हैदराबाद को भारत में एकीकृत करने के लिये ऑपरेशन पोलो के तहत 13 सितंबर, 1948 को भारतीय सेना को हैदराबाद में प्रवेश करना पड़ा।
  • एकीकरण के बाद निज़ाम ने भारत में शामिल होने वाले अन्य रियासती शासकों के समान, राज्य के प्रमुख के रूप में अपना पद बनाए रखा।
    • पाकिस्तान के विरोध और अंतर्राष्ट्रीय आलोचना के बावजूद उसने संयुक्त राष्ट्र में की गई शिकायतें वापस ले लीं, जिसके परिणामस्वरूप हैदराबाद संयुक्त राष्ट्र की भागीदारी के बिना भारत का हिस्सा बन गया।

और पढ़ें… हैदराबाद मुक्ति दिवस

अंतर्राष्ट्रीय तटीय सफाई (ICC) दिवस, 2023 

16 सितंबर, 2023 को भारतीय तटरक्षक (ICG) ने सभी तटीय राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में अंतर्राष्ट्रीय तटीय सफाई (ICC) दिवस, 2023 का आयोजन किया। 

  • वर्ष 2006 से UNEP और दक्षिण एशिया सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम (SACEP) (दक्षिण एशियाई क्षेत्र में) के तत्त्वावधान में यह दिवस प्रतिवर्ष सितंबर के तीसरे शनिवार को विश्व भर में आयोजित किया जाता है।
    • इस वर्ष महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु में स्वयंसेवकों की सबसे अधिक भागीदारी देखी गई।
  • ICG की स्थापना अगस्त 1978 में तटरक्षक अधिनियम, 1978 द्वारा भारत के एक स्वतंत्र सशस्त्र बल के रूप में की गई थी।
    • ICG के गठन की अवधारणा वर्ष 1971 के युद्ध के बाद अस्तित्व में आई और एक बहुआयामी तटरक्षक बल की रूपरेखा दूरदर्शी रुस्तमजी समिति (1974) द्वारा तैयार की गई।
    • यह विश्व का चौथा सबसे बड़ा तटरक्षक बल है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।

और पढ़ें… भारतीय तटरक्षक बल

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2