इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 14 जून, 2023

  • 14 Jun 2023
  • 8 min read

'अंजदीप' भारतीय नौसेना हेतु स्वदेशी जहाज़ निर्माण में मील का पत्थर 

तीसरे एंटी-सबमरीन शैलो वाटर क्राफ्ट (ASMSWC) जहाज़ 'अंजदीप' का शुभारंभ भारतीय नौसेना के स्वदेशी जहाज़ निर्माण प्रयासों में एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है। लार्सन एंड टुब्रो (L&T) शिपबिल्डिंग के सहयोग से गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा निर्मित अंजदीप लॉन्च समारोह 13 जून, 2023 को कट्टुपल्ली, तमिलनाडु में आयोजित किया गया। जहाज़ का नाम अंजदीप है, जो कर्नाटक के करवार तट पर एक रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण द्वीप है, यह एक ब्रेकवाटर द्वारा मुख्य भूमि से जुड़ा हुआ है और आवश्यक समुद्री भूमिका निभाता है। इसके अलावा यह बड़े INS कदंब नौसैनिक अड्डे का हिस्सा है। ASW SWC परियोजना में कुल आठ जहाज़ों का निर्माण शामिल है, जिन्हें मौजूदा अभय क्लास ASW कॉर्वेट्स को बदलने हेतु डिज़ाइन किया गया है। ये अर्नाला श्रेणी के जहाज़ विशेष रूप से तटीय जल में पनडुब्बी रोधी संचालन, अल्प तीव्रता समुद्री संचालन (Low Intensity Maritime Operations- LIMO) और माइन बिछाने के संचालन हेतु डिज़ाइन किये गए हैं, जिसमें तटीय जल में उपसतह निगरानी भी शामिल है। ये जहाज़ 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री से युक्त हैं, भारतीय विनिर्माण इकाइयों द्वारा बड़े पैमाने पर रक्षा उत्पादन को बढ़ावा दिया गया है, साथ ही नौसैनिक रक्षा में देश की क्षमताओं को मज़बूत करते हुए रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा दिया है।

और पढ़ें…भारत की स्वदेशी पहल, INS कदंब

संशोधक 

भारतीय नौसेना के लिये L&T/GRSE द्वारा निर्मित किये जा रहे सर्वेक्षण वैसल्स (लार्ज) (SVL) परियोजना के चार जहाज़ों में से चौथे जहाज़ 'संशोधक' को चेन्नई के कट्टुपल्ली में लॉन्च किया गया। 'संशोधक' नाम का जहाज़, जिसका अर्थ है 'शोधकर्त्ता', एक सर्वेक्षण पोत के रूप में जहाज़ की प्राथमिक भूमिका को दर्शाता है। निर्माण रणनीति के अनुसार, पहला जहाज़ कोलकाता के GRSE में बनाया जाएगा और आउटफिटिंग चरण तक शेष तीन जहाज़ों के निर्माण के लिये कट्टुपल्ली के मैसर्स L&T शिपबिल्डिंग को उप-अनुबंधित किया गया है। परियोजना के पहले तीन जहाज़ों, संध्याक, निर्देशक और इक्षक को क्रमशः दिसंबर, 2021, मई, 2022 और नवंबर, 2022 में लॉन्च किया गया था। नई पीढ़ी के ये हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण जहाज़, जिनकी लंबाई 110 मीटर और चौड़ाई 16 मीटर है, मौजूदा संध्याक श्रेणी के जहाज़ों की जगह लेंगे और समुद्र संबंधी डेटा एकत्र करने के लिये अत्याधुनिक हाइड्रोग्राफिक उपकरणों से लैस होंगे। ये तटीय और गहरे पानी में सर्वेक्षण करेंगे, समुद्र संबंधी और भू-भौतिकीय डेटा एकत्र करेंगे तथा आपात स्थिति के दौरान हॉस्पिटल शिप के रूप में कार्य करेंगे।

TRAI ने एक्सेस प्रदाताओं को अवांछित वाणिज्यिक संचार से निपटने हेतु एआई-आधारित प्रणाली तैनात करने का निर्देश दिया

भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने सभी एक्सेस प्रदाताओं को एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) आधारित प्रणाली UCC_Detect की तैनाती को अनिवार्य करने के लिये निर्देश जारी किये हैं। इस प्रणाली का उद्देश्य वाणिज्यिक संचार के प्रेषकों का पता लगाना, उनकी पहचान करना तथा उनके खिलाफ कार्यवाही करना है जो दूरसंचार वाणिज्यिक संचार ग्राहक वरीयता विनियम, 2018 (TCCCPR-2018) के तहत पंजीकृत नहीं हैं। अपंजीकृत टेली मार्केटर्स (UTMs) के रूप में जानी जाने वाली ये अपंजीकृत संस्थाएँ संदेश या कॉल के माध्यम से वाणिज्यिक संचार भेजने के लिये 10-अंकीय मोबाइल नंबरों का उपयोग करती हैं। UCC_Detect प्रणाली UTM द्वारा नियोजित नए हस्ताक्षर, पैटर्न और तकनीकों को अपनाने में सक्षम है। एक्सेस प्रदाताओं को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे DLT (डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी) प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अन्य एक्सेस प्रदाताओं के साथ इंटेलिजेंस साझा करें। सभी एक्सेस प्रदाताओं के लिये आवश्यक है कि वे इन निर्देशों का पालन करें और 30 दिनों के अंदर की गई कार्यवाही की अद्यतन स्थिति प्रदान करें।

और पढ़ें… भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML)

3डी स्कैनिंग और JATAN वर्चुअल म्यूज़ियम बिल्डर सॉफ्टवेयर 

कलाकृतियों के बेहतर संरक्षण हेतु प्रशासनिक नियंत्रण के तहत सभी संग्रहालयों के 3डी डिजिटलीकरण को पूरा करने के लिये MeitY और केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए हैं। डिजिटलीकरण प्रक्रिया में 3डी स्कैनिंग शामिल है जिसका अर्थ है किसी वास्तविक दुनिया की वस्तु या वातावरण का उसके आकार और संभवतः उसके स्वरूप के त्रि-आयामी डेटा एकत्र करने के लिये विश्लेषण करना। एकत्रित डेटा का उपयोग तब डिजिटल 3D मॉडल बनाने के लिये किया जाता है। 3डी डिजिटलीकरण जतन (JATAN) वर्चुअल म्यूज़ियम बिल्डर सॉफ्टवेयर का उपयोग करके किया जाएगा, जिसे ह्यूमन सेंटर डिज़ाइन एंड कंप्यूटिंग ग्रुप, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ स्मार्ट कंप्यूटिंग, पुणे, महाराष्ट्र द्वारा डिज़ाइन एवं विकसित किया गया है। JATAN भारतीय संग्रहालयों के लिये एक डिजिटल संग्रह प्रबंधन प्रणाली है। यह एक क्लाइंट सर्वर एप्लीकेशन है जिसमें इमेज क्रॉपिंग, वॉटरमार्किंग, यूनिक नंबरिंग, मल्टीमीडिया रिप्रेज़ेंटेशन के साथ डिजिटल ऑब्जेक्ट्स का प्रबंधन जैसी विशेषताएँ हैं। यह 3डी वर्चुअल गैलरी बना सकता है और वेब, मोबाइल या टच स्क्रीन कियोस्क के माध्यम से सार्वजनिक पहुँच प्रदान कर सकता है।

और पढ़ें: 3D प्रिंटिंग

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2