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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 01 अप्रैल, 2021

  • 01 Apr 2021
  • 7 min read

हंस-न्यू जनरेशन: प्रशिक्षक विमान

वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की बंगलूरू स्थित नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरी (NAL) ने दो सीटों वाला प्रशिक्षक विमान ‘हंस-न्यू जनरेशन’ विकसित किया है। स्वदेश में ही विकसित यह विमान अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी ने नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरी के साथ ऐसे पाँच विमान खरीदने हेतु एक समझौता किया है। इस लेबोरेटरी को देश के विभिन्न उड़ान प्रशिक्षण संस्थानों से ऐसे 30 प्रशिक्षण विमानों के आर्डर मिले हैं। उन्नत स्वदेशी ट्रेनर विमान की बढ़ती आवश्यकता के मद्देनज़र सरकार ने वर्ष 2018 के अंत में ‘हंस-न्यू जनरेशन’ परियोजना को मंज़ूरी दी थी। ट्रेनर विमान स्मार्ट मल्टी फंक्शनल डिस्प्ले, एक ग्लास कॉकपिट और बबल कैनोपी डिज़ाइन के साथ IFR-कंप्लेंट एवियोनिक्स से लैस है। बेहतर प्रदर्शन के साथ अत्यधिक कुशल डिजिटली नियंत्रित रोटैक्स 912 आईएससी इंजन ने इस प्रशिक्षक विमान की सीमा एवं क्षमता को और बढ़ा दिया है। यह देश के नागरिक क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने वाली भारत की पहली बड़ी तथा एकमात्र सरकारी एयरोस्पेस प्रयोगशाला है। इसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) द्वारा वर्ष 1959 में दिल्ली में स्थापित किया गया था। वर्ष 1960 में इसका मुख्यालय बंगलूरू स्थानांतरित कर दिया गया था।

सरस्वती सम्मान 2020

सुप्रसिद्ध मराठी साहित्यकार डॉ. शरण कुमार लिंबाले को वर्ष 2018 में प्रकाशित उनके मराठी उपन्यास ‘सनातन’ के लिये देश के सर्वोच्च साहित्य पुरस्कार ‘सरस्वती सम्मान’ से सम्मानित किया गया है। 64 वर्षीय शरण लिंबाले यह पुरस्कार पाने वाले देश के पहले दलित लेखक हैं। शरण कुमार लिंबाले नासिक के यशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय के पूर्व प्रमुख रह चुके हैं और उन्होंने कुल 40 पुस्तकों की रचना की है। वर्ष 1991 में के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा स्थापित इस पुरस्कार के तहत पिछले 10 वर्षों में किसी भी भारतीय भाषा में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक रचना को सम्मानित किया जाता है और इसके तहत विजेता को 10 लाख रुपए की नकद राशि तथा एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। फाउंडेशन द्वारा स्थापित दो अन्य पुरस्कारों में हिंदी लेखकों के लिये व्यास सम्मान और राजस्थान के लेखकों के लिये बिहारी सम्मान शामिल है। डॉ. लिंबाले का मराठी उपन्यास ‘सनातन’ एक ऐतिहासिक उपन्यास है, जो सनातन, मुगल और ब्रिटिश शासकों के समय के सामाजिक विकास पर प्रकाश डालता है और इस तथ्य को रेखांकित करता है कि इस दौरान दलितों एवं आदिवासियों पर किस तरह से अत्याचार किया गया। डॉ. लिंबाले को उनकी जीवनी 'अकर्माशी' के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।

भारतीय रिज़र्व बैंक 

01 अप्रैल, 2021 को भारतीय रिज़र्व बैंक अपना स्थापना दिवस मना रहा है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की स्थापना भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार 1 अप्रैल, 1935 को हुई थी। प्रारंभ में रिज़र्व बैंक का केंद्रीय कार्यालय कोलकाता में स्थापित किया गया था, जिसे वर्ष 1937 में स्थायी रूप से मुंबई में स्थानांतरित कर दिया गया। RBI का गवर्नर बैंक के केंद्रीय कार्यालय में बैठता है और वहीं नीतियाँ निर्धारित की जाती हैं। यद्यपि प्रारंभ में यह निजी स्वमित्व वाला था, किंतु वर्ष 1949 में RBI के राष्ट्रीयकरण के बाद से इस पर भारत सरकार का पूर्ण स्वामित्व है। रिज़र्व बैंक का कामकाज केंद्रीय निदेशक बोर्ड द्वारा शासित है। भारत सरकार के भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम के अनुसार, इस बोर्ड की नियुक्ति/नामन चार वर्ष के लिये होती है। रिज़र्व बैंक का प्राथमिक कार्य मौद्रिक नीति तैयार कर उसका कार्यान्वयन और निगरानी सुनिश्चित करना है। इसके अतिरिक्त यह मुद्रा जारीकर्त्ता के रूप में भी कार्य करता है। 

उत्कल दिवस

1 अप्रैल, 2021 को ओडिशा में 85वें उत्कल दिवस अथवा ओडिशा दिवस का आयोजन किया गया। ओडिशा 1 अप्रैल, 1936 को स्वतंत्र प्रांत के रूप में अस्तित्व में आया था। वर्ष 1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् ओडिशा तथा आस-पास की रियासतों ने नवगठित भारत सरकार को अपनी सत्ता सौंप दी थी। राज्य को एक अलग ब्रिटिश भारत प्रांत के रूप में स्थापित किया गया था और उसी के याद में तथा राज्य के सभी नागरिकों के बीच एकता की भावना को बढ़ावा देने के लिये इस दिवस का आयोजन किया जाता है। उल्लेखनीय है कि आदिवासियों की जनसंख्या के मामले में ओडिशा भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। प्राचीन भारत में उड़ीसा कलिंग साम्राज्य का हिस्सा था, 250 ईसा पूर्व अशोक द्वारा इसे जीत लिया गया, जिसके पश्चात्  लगभग एक सदी तक यहाँ मौर्य वंश का शासन रहा।

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