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प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार 2024

  • 13 Mar 2024
  • 2 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

हाल ही में जापानी वास्तुकार रिकेन यामामोटो को प्रतिष्ठित प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार (Pritzker Architecture Prize) का विजेता घोषित किया गया, जिसे अक्सर "आर्किटेक्चर नोबेल" कहा जाता है। यह पुरस्कार इस क्षेत्र का सर्वोच्च अंतर्राष्ट्रीय सम्मान है। यामामोटो जापान के नौवें पुरस्कार विजेता हैं। 

  • इस पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1979 में जे ए प्रित्ज़कर और उनकी पत्नी सिंडी द्वारा जीवित वास्तुकारों को सम्मानित करने के लिये की गई थी, जिनका काम प्रतिभा, दृष्टि तथा मानवता एवं निर्मित पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।   
  • रिकेन यामामोटो की वास्तुशिल्प दृष्टि वास्तुकला के दृश्य और मूर्त पहलुओं पर ध्यान देने के साथ परिवार तथा समुदाय को प्राथमिकता देती है।
    • यामामोटो के डिज़ाइन में अक्सर "संबंधपरक जीवन" और प्राकृतिक परिदृश्यों को संरक्षित करने जैसी नवीन अवधारणाएँ शामिल होती हैं, जैसा कि हॉटाकुबो हाउसिंग तथा योकोसुका म्यूज़ियम ऑफ आर्ट जैसी परियोजनाओं में देखा गया है।
  • बालकृष्ण दोशी, प्रित्ज़कर पुरस्कार (2018) जीतने वाले पहले भारतीय वास्तुकार हैं। उनका प्रसिद्ध कार्य इंदौर शहर में स्थित अरन्या लो-कॉस्ट हाउसिंग कॉम्प्लेक्स है।
    • परिसर एक समुदाय को आँगनों और रास्तों के नेटवर्क द्वारा एक साथ जुड़ी इमारतों के समूह के माध्यम से जोड़ता है।
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