रैपिड फायर
प्रगति (PRAGATI) – सक्रियता से शासन और समय पर कार्यान्वयन
- 25 Sep 2025
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प्रधानमंत्री ने प्रगति (PRAGATI) – सक्रियता से शासन और समय पर कार्यान्वयन (प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इम्प्लीमेंटेशन) की 49वीं बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें प्रमुख बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं में तेज़ी लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- प्रगति (PRAGATI): यह एक अभिनव सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) सक्षम मंच है, जिसे वर्ष 2015 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य सरकारी परियोजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन को सुनिश्चित तथा जनता की शिकायतों का निवारण करना है।
- यह केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करता है, “टीम इंडिया” दृष्टिकोण को प्रोत्साहित तथा लालफीताशाही से बचते हुए अंतर्राज्यीय विवादों का कुशलतापूर्वक समाधान करता है।
- मुख्य विशेषताएँ: प्रगति (PRAGATI) एक तीन-स्तरीय तंत्र पर आधारित है, जिसमें प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO), केंद्र सरकार के सचिव तथा राज्यों के मुख्य सचिव शामिल हैं। प्रधानमंत्री की प्रत्यक्ष निगरानी के अंतर्गत निर्णय समयबद्ध तरीके से लिये जाते हैं और अड़चनों का त्वरित निवारण सुनिश्चित होता है।
- यह प्लेटफॉर्म वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, भू-स्थानिक मानचित्रण (Geo-spatial mapping), ड्रोन फीड और केंद्रीकृत डेटा प्रणाली जैसी तकनीकों का समन्वय करता है।
- यह प्रणाली केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण एवं निगरानी प्रणाली (CPGRAMS), पीएम गतिशक्ति, पर्यावरण मंज़ूरी एवं अनुपालन पोर्टल (PARIVESH) और प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप पोर्टल के साथ एकीकृत है, जिससे वास्तविक समय पर निगरानी और पूर्वानुमान आधारित ट्रैकिंग संभव होती है।
- प्रभाव: वर्ष 2024 तक, प्रगति (PRAGATI) मंच ने 205 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य की 340 से अधिक महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं को गति देने में मदद की है।
- जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत अभियान और सौभाग्य योजना के कार्यान्वयन में सुधार किया गया, जिससे सीधे करोड़ों नागरिकों को लाभ मिला।
- कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) भुगतान, आयकर रिफंड और अन्य सार्वजनिक शिकायतों जैसी नागरिक समस्याओं का समाधान किया गया, साथ ही प्रणालीगत तंत्र में सुधार कर पुनरावृत्ति को रोकने की दिशा में कदम उठाए गए।
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