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बायोइंडिकेटर के रूप में मुसेल्स

  • 08 Nov 2025
  • 9 min read

स्रोत: द हिंदू   

ग्रीस की सारोनिक खाड़ी में माइक्रोप्लास्टिक और रासायनिक प्रदूषण की निगरानी के लिये मुसेल्स (शंख) को बायोइंडिकेटर के रूप में उपयोग किया जा रहा है।

  • परिचय: मुसेल्स द्विपटली (Two Hinged) मोलस्क (दो जुड़ी हुई खोलों वाले अकशेरुकी जीव) होते हैं। ये समुद्री (माइटिलिडे वंश) और स्वच्छ जल (यूनियोनिडे वंश) दोनों प्रकार के पर्यावरणों में पाए जाते हैं।
    • ये विश्वभर में, विशेष रूप से शीत समुद्री क्षेत्रों में पाए जाते हैं और तटीय जैवविविधता का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं।
  • बायोइंडिकेटर के रूप में भूमिका: मुसेल्स को बायोइंडिकेटर के रूप में इसलिये उपयोग किया जाता है क्योंकि वे अवृंत (sessile) और छानकर खाने वाले जीव हैं, जो भारी धातुओं, माइक्रोप्लास्टिक और अन्य प्रदूषकों को अपने ऊतकों में एकत्र करते हैं, जिससे समय के साथ जल की गुणवत्ता का रिकॉर्ड प्राप्त होता है।
    • उनका व्यापक वितरण और प्रदूषकों की उपस्थिति को प्रतिबिंबित करने की क्षमता उन्हें रासायनिक और जैविक खतरों सहित प्रदूषण के लिये स्वच्छ जल और समुद्री वातावरण दोनों की निगरानी के लिये मूल्यवान बनाती है।

Mussels_Bioindicators

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