रैपिड फायर
कज़ाखस्तान अब्राहम समझौते में शामिल
- 08 Nov 2025
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की कि कज़ाखस्तान अब्राहम समझौते में शामिल होगा, जिससे इज़राइल और मुस्लिम बहुल देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने वाले ढाँचे का विस्तार होगा।
- अब्राहम समझौते: अब्राहम समझौते अमेरिका की मध्यस्थता से हुए समझौते (2020) हैं, जिन्होंने इज़राइल और कई अरब/मुस्लिम बहुल देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाया।
- इस समझौते का नाम बाइबिल के पात्र अब्राहम के नाम पर रखा गया है, जिन्हें यहूदियों और अरबों का साझा पूर्वज माना जाता है, जो भाईचारे का प्रतीक है।
- प्रमुख हस्ताक्षरकर्त्ता: अब्राहम समझौते के प्रमुख हस्ताक्षरकर्त्ताओं में इज़राइल, UAE, बहरीन और मोरक्को (सभी 2020 में) और सूडान (2021) शामिल हैं।
- संयुक्त अरब अमीरात ने सबसे पहले पूर्ण सामान्यीकरण की घोषणा की, उसके बाद बहरीन ने। सूडान भी अमेरिकी आतंकवादी सूची से हटाये जाने के बाद इसमें शामिल हो गया, जबकि मोरक्को ने पश्चिमी सहारा पर अपने दावे को अमेरिकी मान्यता के बदले में संबंधों को सामान्य कर लिया।
- महत्त्व: यह समझौता दर्शाता है कि कैसे अरब देश धीरे-धीरे फिलिस्तीन मुद्दे से खुद को अलग कर रहे हैं। यह क्षेत्रीय कूटनीति, व्यापार, प्रौद्योगिकी और पर्यटन को बढ़ावा देता है।
- भारत का हित: भारत ने अब्राहम समझौते का लाभ उठाकर इज़रायल और अरब देशों के साथ अपने संबंधों को एक साथ मज़बूत किया है।
- इसी परिवेश में एक नया रणनीतिक मंच I2U2 (भारत, इज़रायल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका) के रूप में उभरा, जिसने ऊर्जा, जल, स्वास्थ्य, परिवहन, खाद्य सुरक्षा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग की नई संभावनाएँ खोलीं।
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