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गोल्डन डोम मिसाइल रक्षा परियोजना

  • 23 May 2025
  • 2 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

अमेरिकी राष्ट्रपति ने अंतरिक्ष से प्रक्षेपित मिसाइलों सहित उन्नत हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिये 'गोल्डन डोम' मिसाइल रक्षा कार्यक्रम के निर्माण की घोषणा की।

  • परिचय: यह अंतरिक्ष-आधारित सेंसर और इंटरसेप्टर के साथ एक मिसाइल रक्षा परियोजना है, जिसे बहुस्तरीय ढाल बनाने, हाइपरसोनिक ,बैलिस्टिक, क्रूज़ मिसाइलों और विश्व में कहीं से भी ड्रोन को बेअसर करने हेतु डिज़ाइन किया गया है - जिसमें अंतरिक्ष भी शामिल है।
    • हज़ारों उपग्रह प्रक्षेपण के तुरंत बाद मिसाइलों को रोकने हेतु पृथ्वी की परिक्रमा करेंगे - यह एक ऐसी अवधारणा है जिसे सबसे पहले द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाज़ी जर्मनी द्वारा और शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ एवं अमेरिका द्वारा खोजा गया था।
  • यह इज़रायल के आयरन डोम और रोनाल्ड रीगन की सामरिक रक्षा पहल (स्टार वार्स परियोजना) से प्रेरणा लेता है, जिसका लक्ष्य बहुस्तरीय मिसाइल ढाल तैनात करना है। 
  • आयरन डोम के साथ तुलना : गोल्डन डोम एक महत्त्वाकांक्षी अगली पीढ़ी की रक्षा प्रणाली है जो भूमि, समुद्र और अंतरिक्ष को कवर करती है, जबकि आयरन डोम एक छोटी दूरी की, जमीन आधारित प्रणाली है जो केवल रडार पर निर्भर करती है , उपग्रहों पर नहीं।
  • समान पहल: अमेरिका, चीन, फ्राँस, जापान, रूस, यूनाइटेड किंगडम जैसे कुछ देशों के पास अंतरिक्ष बल (बाह्य अंतरिक्ष में संचालन करने के लिये ज़िम्मेदार सैन्य शाखा) है।

 और पढ़ें: भारत में सामरिक रक्षा प्रौद्योगिकियाँ

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