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इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट ऑटोमैटिक ब्रांच एक्सचेंज

  • 02 Jul 2025
  • 3 min read

स्रोत: द हिंदू

आज के तीव्र गति वाले कॉर्पोरेट परिवेश में दक्ष और एकीकृत संचार उत्पादकता के लिये अत्यंत आवश्यक है तथा इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट ऑटोमैटिक ब्रांच एक्सचेंज (EPABX) प्रणाली कार्यालयों में सुगम आंतरिक एवं बाह्य संपर्क सुनिश्चित करने वाली एक महत्त्वपूर्ण अवसंरचना के रूप में कार्य करती है।

  • परिचय: EPABX एक टेलीफोन स्विचिंग प्रणाली है, जिसका उपयोग व्यवसायों में आंतरिक और बाह्य संचार को प्रबंधित करने के लिये किया जाता है। यह प्रणाली कार्यालय के कई टेलीफोन उपकरणों को एक साझा बाह्य ट्रंक लाइन के माध्यम से जोड़ने की सुविधा देती है, जिससे प्रत्येक उपयोगकर्त्ता के लिये अलग-अलग लाइन की आवश्यकता नहीं होती।
    • EPABX का मूल आधार उसका स्विचिंग तंत्र है, जो कॉल्स को आंतरिक और बाह्य लाइनों के बीच सटीक रूप से निर्देशित करता है।

EPABX प्रौद्योगिकी का विकास:

  • इलेक्ट्रोमैकेनिकल रिले (1970– 1980 के दशक): इनमें यांत्रिक स्विच और विद्युत चुंबकों (इलेक्ट्रोमैग्नेट्स) का उपयोग कर टेलीफोन लाइनों को जोड़ा जाता था।
  • डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियाँ: 1980 के दशक के अंत तक कंप्यूटर एवं माइक्रोप्रोसेसर आधारित डिजिटल स्विचिंग प्रौद्योगिकी ने कॉल प्रबंधन को बेहतर बनाया और पल्स कोड मॉडुलेशन (PCM) तथा टाइम डिवीज़न मल्टीप्लेक्सिंग (TDM) को अपनाया गया।
    • PCM : एनालॉग वॉयस सिग्नल को बाइनरी डेटा में बदलकर डिजिटल संचार को कुशल बनाता है।
    • TDM: एक ही चैनल पर कई सिग्नलों को अलग-अलग समय स्लॉट देकर भेजने की सुविधा देता है, जिससे बिना हस्तक्षेप के एक साथ डेटा संचरण संभव होता है।
  • आधुनिक प्रणालियाँ: अब EPABX में VoIP (वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) का एकीकरण हो चुका है, जिससे वॉइस डेटा को इंटरनेट के माध्यम से भेजा जा सकता है। इससे संचार स्केलेबल और लागत प्रभावी बन गया है।

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