रैपिड फायर
बोनट मकाक
- 01 Jul 2025
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स्रोत: द हिंदू
केरल, बोनट मकाक (मकाका रेडिएटा), जो एक व्यापक प्राइमेट प्रजाति है, की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने और मानव-वन्यजीव संघर्ष को न्यूनतम करने के लिये बड़े पैमाने पर नसबंदी पर विचार कर रहा है।
बोनट मकाक
- यह पुरानी दुनिया के बंदरों (Old-World Monkey) की एक प्रजाति है जो पूर्वी क्षेत्र विशेष रूप से दक्षिणी भारत का मूल निवासी है तथा इसका नाम इसके सिर के शीर्ष पर बालों के कारण मिला है जो टोपी या बोनट की तरह दिखते हैं।
- यह पश्चिमी घाट के सदाबहार और शुष्क पर्णपाती जंगलों में निवास करता है तथा शहरी, उपनगरीय एवं कृषि क्षेत्रों में भी पाया जाता है।
- प्रजनन और जीवनकाल: वे बहु-नर, बहु-मादा समूहों में रहते हैं। मादाएँ 3 वर्ष तक परिपक्व होती हैं तथा 4 वर्ष की उम्र में बच्चे को जन्म देती हैं, इनका गर्भकाल लगभग 24 सप्ताह का होता है और शिशु 6-7 महीने तक दूध पीते हैं एवं लगभग एक वर्ष तक अपनी माताओं के करीब रहते हैं।
- व्यवहार: वे वृक्षवासी (अपना अधिकांश समय वृक्षों पर बिताते हैं) और स्थलीय चौपाया (चार पैरों पर चलते हैं) हैं, दिन के समय सक्रिय रहते हैं तथा लगभग 30 के समूह में रहते हैं।
- संचार: वे शिकारियों को संकेत देने के लिये चेतावनी (अलार्म कॉल) सहित दृश्य, स्पर्श और ध्वनि संचार का उपयोग करते हैं।
- वे हनुमान लंगूरों (Hanuman Langurs) और लायन-टेल्ड मकाक जैसे समपैट्रिक प्राइमेट्स की चेतावनी वाली आवाज़ों को भी पहचान सकते हैं।
- संरक्षण की स्थिति:
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 : अनुसूचीI
- IUCN : सुभेद्य
- भोजन: वे सर्वाहारी होते हैं, फल, पत्ते, कीड़े, पक्षियों के अंडे और छिपकलियाँ खाते हैं। जब वे मानव बस्तियों के पास रहते हैं, तो वे भोजन, कचरा और बगीचों पर हमला करके अपने भोजन की तलाश करते हैं।
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