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इंटरनेशनल ट्रॉपिकल टिम्बर काउंसिल का 59वाँ सत्र

  • 25 Nov 2023
  • 4 min read

स्रोत: डाउन टू अर्थ

हाल ही में इंटरनेशनल ट्रॉपिकल टिम्बर ऑर्गेनाइज़ेशन (ITTO) की शासी निकाय, इंटरनेशनल ट्रॉपिकल टिम्बर काउंसिल (ITTC) के 59वें सत्र का आयोजन किया गया। यह उष्णकटिबंधीय वनों के सतत् प्रबंधन के भविष्य और स्थायी रूप से उत्पादित उष्णकटिबंधीय इमारती लकड़ी के व्यापार की दशा और दिशा तय करने वाले महत्त्वपूर्ण निर्णयों के साथ संपन्न हुआ।

ITTC के 59वें सत्र के प्रमुख परिणाम क्या हैं?

  • सत्र में शामिल देशों ने सतत् वन प्रबंधन और संबद्ध उद्देश्यों से संबंधित आठ परियोजनाओं के समर्थन पर सहमति जताई।
  • इसमें आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये 7.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बजट को भी मंज़ूरी दी गई।
  • परिषद ने एक परीक्षण उपाय को भी मंज़ूरी दी जिसके तहत गैर सदस्यों को परियोजना प्रस्ताव और अवधारणा संबंधी विवरण प्रस्तुत करने की अनुमति दी जाएगी
    • वित्तीय योगदान को पूरा करने में असक्षम रहे देशों (अयोग्य भी) को उनके बकाया भुगतान के प्रत्येक दो वर्ष के लिये परियोजना प्रस्ताव और अवधारणा संबंधी विवरण प्रस्तुत करने की अनुमति दी जाएगी।
  • परिषद ने वर्ष 2024-25 के लिये कार्य योजना भी निर्धारित की, जो इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिये वनों पर सहयोगात्मक साझेदारी हेतु सदस्यों तथा अन्य भागीदारों के साथ सहयोग पर ज़ोर देता है।

इंटरनेशनल ट्रॉपिकल टिम्बर ऑर्गेनाइज़ेशन क्या है?

  • परिचय:
    • ITTO, एक अंतर-सरकारी संगठन है जो उष्णकटिबंधीय वनों के टिकाऊ प्रबंधन और संरक्षण को बढ़ावा देता है, साथ ही यह स्थायी रूप से प्रबंधित तथा कानूनी रूप से उष्णकटिबंधीय वनों से काटी गई लकड़ी के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के विस्तार और विविधीकरण को भी बढ़ावा देता है।
    • ITTO की स्थापना अंतर्राष्ट्रीय उष्णकटिबंधीय इमारती लकड़ी समझौता, 1983 के अंर्तगत की गई थी, जिस पर व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में चर्चा की गई थी।
    • यह ITTC द्वारा शासित है, जो टिकाऊ उष्णकटिबंधीय वन प्रबंधन (SFM) के साथ स्थायी रूप से उत्पादित उष्णकटिबंधीय लकड़ी के व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से व्यापक एजेंडे पर चर्चा करने के लिये वर्ष में कम-से-कम एक बार बैठक करता है।
  • सदस्य:
    • इसमें भारत समेत 75 देश शामिल हैं।
    • इसके सदस्य विश्व के लगभग 80% उष्णकटिबंधीय वनों का प्रबंधन करने के साथ-साथ  90% वैश्विक उष्णकटिबंधीय लकड़ी व्यापार के लिये ज़िम्मेदार हैं।
  • कार्य:
    • टिकाऊ उष्णकटिबंधीय लकड़ी के व्यापार और SFM को बढ़ावा देने के लिये ITTO ऐसे मानदंड एवं नीति दिशा-निर्देश बनाता है जो व्यापक रूप से स्वीकार किये जाते हैं।
    • उष्णकटिबंधीय सदस्य देशों को ऐसे दिशा-निर्देशों एवं मानदंडों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार अनुकूलित करने तथा परियोजनाओं के साथ अन्य गतिविधियों के माध्यम से क्षेत्र में लागू करने में भी सहायता प्रदान करता है।
    • उष्णकटिबंधीय लकड़ी के उत्पादन और व्यापार पर डेटा एकीकरण, विश्लेषण एवं प्रसार करता है। यह टिकाऊ उष्णकटिबंधीय लकड़ी आपूर्ति शृंखला को भी बढ़ावा देता है।
  • मुख्यालय: योकोहामा, जापान
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