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विलुप्ति के कगार पर पीली आँखों वाले पेंगुइन

  • 17 May 2017
  • 2 min read

संदर्भ
हाल ही में किये गए अध्ययन से पता चला है कि यदि आवश्यक संरक्षण कार्यक्रम नहीं चलाए गए तो न्यूज़ीलैण्ड के प्रसिद्ध पीली आँखों वाले पेंगुइन (Yellow-eyed penguins) महासागरों के बढ़ते तापमान और जलवायु परिवर्तन के कारण अगले 25 वर्षों में विलुप्त हो सकते हैं|

प्रमुख बिंदु

  • शोधकर्ताओं का मानना है कि महासागरों के बढ़ते तापमान के कारण इन पेंगुइन की प्रजनन क्षमता में निरंतर कमी आ रही है जिसके चलते ये वर्ष 2060 तक विलुप्ति के कगार पर पहुँच जाएंगे| 
  • दरअसल, पेंगुइन जलवायु परिवर्तन के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होते हैं अतः इनके संरक्षण के प्रयास किये जाने चाहियें|
  • हालाँकि, शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में वयस्क पेंगुइन के मरने की घटनाओं को शामिल नहीं किया था जैसे- वर्ष 2013 में हुई एक घटना जिसमें 60 से अधिक पेंगुइन की मृत्यु हो गई थी|
  • पीली आँखों वाले इन पेंगुइन को होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान के कारण शीघ्र ही इनकी स्थानीय विलुप्ति हो जाएगी|
  • समुद्र के तापमान में वृद्धि होने से पेंगुइन पर नकारात्मक असर पड़ता है|

‘पीली आँखों वाले पेंगुइन’ (Megadyptes antipodes)

  • ये न्यूज़ीलैण्ड के स्थानीय पेंगुइन हैं|
  • इससे पूर्व यह माना जाता था कि ये लिटिल पेंगुइन (Eudyptula minor) से संबंधित हैं, परन्तु आणविक अध्ययनों से पता चला कि ये भी अधिकांश अन्य पेंगुइन के समान ही यूडीप्ट्स जाति के पेंगुइन से ही संबंधित हैं| 
  • ये मुख्यतः मतस्यभक्षी(piscivorous) होते हैं|
  • यह प्रजाति न्यूज़ीलैण्ड के दक्षिण द्वीप, स्टीवर्ट द्वीप, ऑकलैंड द्वीप और कैम्पबेल द्वीपों  में पाई जाती है|
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