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भारतीय अर्थव्यवस्था

सार्वजनिक उपक्रमों का रणनीतिक विनिवेश

  • 25 Nov 2019
  • 4 min read

प्रीलिम्स के लिये

रणनीतिक विनिवेश क्या है?

मेन्स के लिये

रणनीतिक विनिवेश का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्र सरकार ने कई सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (Public Sector Undertakings - PSUs) के शेयरों का रणनीतिक विनिवेश (Strategic Disinvestment) करने की घोषणा की है।

मुख्य बिंदु:

  • सरकार ने भारत पेट्रोलियम निगम लिमिटेड (Bharat Petroleum Corporation Limited-BPCL), भारतीय नौवहन निगम लिमिटेड (Shipping Corporation of India-SCI) तथा भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड (Container Corporation of India Limited-CONCOR) के शेयरों की बिक्री की घोषणा की है। इसके द्वारा इन कंपनियों के प्रबंधन का पूर्ण अधिकार इनके खरीदारों को सौंपा जाएगा।
  • इसके अलावा टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड (Tehri Hydro Development Corporation of India Limited) के 74.2% शेयर तथा नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड (North Eastern Electric Power Corporation Limited) के 100% शेयर तथा प्रबंधन का पूरा अधिकार नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड (National Thermal Power Corporation-NTPC) को दिया जाएगा।

रणनीतिक विनिवेश क्या है?

  • सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) में सरकार की हिस्सेदारी को बेचने की प्रक्रिया विनिवेश कहलाती है।
  • इसके लिये सरकार अपने हिस्से के शेयर्स को किसी निजी इकाई को स्थानांतरित कर देती है किंतु उस उपक्रम पर अपना स्वामित्व अथवा मालिकाना हक बनाए रखती है।
  • जबकि रणनीतिक बिक्री में सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई के शेयर्स के साथ ही प्रबंधन नियंत्रण का हस्तांतरण भी किया जाता है अर्थात् स्वामित्व और नियंत्रण को किसी निजी क्षेत्र की इकाई को स्थानांतरित कर दिया जाता है।
  • साधारण विनिवेश के विपरीत रणनीतिक विनिवेश एक प्रकार से निजीकरण है।

रणनीतिक विनिवेश का कारण:

  • सरकारों को हमेशा कर या अन्य साधनों से प्राप्त होने वाली आय से अधिक खर्च करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में सरकारें सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की हिस्सेदारी या शेयर की बिक्री करके आय अर्जित करती हैं।
  • भारत सरकार बुनियादी अवसंरचनाओं के निर्माण, शिक्षा तथा स्वास्थ्य पर अपने आय का एक बड़ा भाग खर्च करती है। इससे सरकार के वित्तीय घाटे में वृद्धि होती है। अतः वित्तीय घाटे को कम करने के लिये सरकार सार्वजनिक उपक्रम की कंपनियों की हिस्सेदारी को बेचती है।
  • सैद्धांतिक आधार पर कुछ राजनीतिज्ञों का मानना है कि सरकारों को व्यवसाय पर ध्यान नहीं देना चाहिये बल्कि उन्हें व्यवसाय एवं व्यापार के विकास के लिये आवश्यक वातावरण बनाना चाहिये।

रणनीतिक विनिवेश का प्रभाव:

  • रणनीतिक विनिवेश से कंपनी की इक्विटी के हस्तांतरण से प्राप्त आय को आवश्यक अवसंरचनाओं के निर्माण में अधिक लाभप्रद तरीके से परिनियोजित किया जा सकता है।
  • रणनीतिक विनिवेश से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के प्रशासन तथा प्रबंधन में दक्षता का विकास होता है। इसके अलावा ये प्रतिस्पर्द्धात्मक रूप से सक्षम होती हैं।
  • रणनीतिक विनिवेश से सार्वजनिक ऋण में कमी होती है तथा यह ऋण-जीडीपी अनुपात (Debt-to-GDP Ratio) को भी कम करता है।

स्रोत: द हिंदू

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