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भारतीय अर्थव्यवस्था

दिल्ली, तमिलनाडु और गुजरात व्यवसाय हेतु सबसे अच्छे राज्य

  • 04 Aug 2018
  • 5 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में जारी थिंक टैंक नेशनल काउंसिल फॉर एप्लाइड एंड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) के राज्य निवेश संभाव्यता सूचकांक, 2018 में अपनी स्थिति में सुधार करते हुए दिल्ली निवेशकों के लिये सबसे आकर्षक राज्य के रूप में उभरा है।

प्रमुख बिंदु

  • इस वर्ष N-SIPI के तीसरे संस्करण में विभिन्न मानकों के आधार पर दिल्ली समेत 21 प्रमुख राज्यों को स्थान दिया गया है।
  • गुजरात जो इससे पहले प्रथम स्थान पर था, दो स्थान फिसल कर तीसरे स्थान पर पहुँच गया। N-SIPI नामक सूचकांक में सबसे आश्चर्यजनक वृद्धि तमिलनाडु की देखी गई, जो चार स्थान उछलकर दूसरे स्थर पर आ गया।
  • पश्चिम बंगाल पिछले साल की तुलना में 11 स्थानों की छलांग के साथ निवेशकों के लिये दसवाँ सबसे आकर्षक राज्य बनकर उभरा।
  • आंध्र प्रदेश के प्रति आकर्षण में इस वर्ष कमी देखी गई जो 2017 के तीसरे स्थान से फिसलकर  सूचकांक, 2018 में सातवें स्थान पर पहुँच गया, जबकि पंजाब चार स्थान ऊपर चढ़कर 12वें स्थान पर आ गया।
  • कुल रैंकिंग में दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र और केरल व्यापार करने के लिये सबसे आकर्षक राज्य के रूप में उभरे, जबकि ओडिशा, उत्तर प्रदेश, असम, झारखंड और बिहार इस सूची में सबसे नीचे रहे।

मुख्य बाधाएँ

  • N-SIPI का निर्माण छह स्तंभों के साथ किया गया था जिन्हें चार व्यापक श्रेणियों के तहत वर्गीकृत किया गया था- कारक-संचालित (भूमि और श्रम), दक्षता-संचालित (आधारभूत संरचना), संवृद्धि-संचालित (आर्थिक जलवायु, राजनीतिक स्थिरता एवं शासन), और अवधारणाओं से प्रेरित (सर्वेक्षण के लिये प्रतिक्रियाएँ)।
  • एनसीएईआर के शोधकर्त्ताओं ने सर्वेक्षण के लिये विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में विभिन्न आकार के 1,049 व्यावसायिक उद्यमों से संपर्क किया।
  • अवधारणा सर्वेक्षण के उत्तरदाताओं के अनुसार, कानून और व्यवस्था की स्थिति एक प्रमुख मुद्दा है, लगभग 55 प्रतिशत लोगों ने इसे प्राथमिक बाधा माना। 2017 के सर्वेक्षण में लगभग 57 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने भ्रष्टाचार की पहचान एक बड़ी बाधा के रूप में की थी।

सर्वेक्षण के महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • इस बार भ्रष्टाचार की पहचान एक बड़ी बाधा के रूप में करने वाले उत्तरदाताओं का अनुपात गिरकर 46 प्रतिशत हो गया। उत्तरदाताओं द्वारा पहचाने गए अन्य महत्त्वपूर्ण बाधाओं में भूमि के लिये अनुमोदन प्राप्त करने में कठिनाई, जीएसटी से संक्रमण, कुशल श्रम गुणवत्ता और व्यवसाय शुरू करने से पहले सभी अनुमोदन प्राप्त करने में कठिनाई आदि शामिल हैं।
  • N-SIPI के सभी स्तंभों का अलग-अलग मूल्यांकन करने से पता चला है कि तेलंगाना भूमि स्तंभ के प्रदर्शन के आधार पर सबसे अच्छा निष्पादक रहा, इसके बाद मध्य प्रदेश और तमिलनाडु का स्थान रहा। 
  • श्रम स्तंभ में प्रदर्शन के आधार पर तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश ने अपनी पहली और दूसरी स्थिति बनाए रखी तथा बुनियादी ढाँचे के स्तंभ के प्रदर्शन के आधार पर दिल्ली ने अपनी शीर्ष स्थिति बरकरार रखी।
  • आर्थिक जलवायु स्तंभ पर दिल्ली ने पहला स्थान बरकरार रखा, जबकि तेलंगाना चार स्थान ऊपर चढ़कर दूसरे स्थान पर आ गया। शासन और राजनीतिक स्थिरता स्तंभ पर तमिलनाडु ने चार स्थानों की छलांग के साथ हरियाणा को विस्थापित करके पहला स्थान प्राप्त किया। हरियाणा इस स्तंभ पर दूसरे स्थान पर रहा।
  • अवधारणा स्तंभ पर गुजरात ने अपना पहला स्थान बरकरार रखा, जबकि हरियाणा दो स्थान ऊपर चढ़कर दूसरे स्थान पर और पश्चिम बंगाल 18 स्थानों की छलांग के साथ तीसरे स्थान पर पहुँच गया। उत्तराखंड के मामले में भी अवधारणाओं के स्तंभ पर महत्त्वपूर्ण सुधार देखा गया और वह 10 स्थानों की छलांग के साथ छठे स्थान पर आ गया।
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