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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

चीन का शेनझाउ-12 मानवयुक्त मिशन

  • 19 Jun 2021
  • 6 min read

प्रिलिम्स के लिये:

शेनझाउ-12, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन

मेन्स के लिये:

शेनझाउ-12 का अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में महत्त्व

चर्चा में क्यों

हाल ही में एक चीनी अंतरिक्षयान "शेनझाउ-12", जिसमें तीन-व्यक्ति चालक दल के रूप में हैं, को चीन के नए अंतरिक्ष स्टेशन मॉड्यूल तियानहे -1 के साथ जोड़ा गया है।

  • यह तियानझोउ-2 कार्गो अंतरिक्षयान के प्रक्षेपण का उत्तरवर्ती मिशन है, जिसने अंतरिक्ष स्टेशन में महत्त्वपूर्ण वस्तुओं की आपूर्ति की थी।

प्रमुख बिंदु: 

  • शेनझाउ-12 यान गोबी रेगिस्तान में जिउक्वान लॉन्च सेंटर से टेकऑफ़ के लगभग छह घंटे बाद तियान्हे अंतरिक्ष स्टेशन मॉड्यूल से जुड़ा।
  • थ्री-मैन क्रू तीन महीने तियानहे मॉड्यूल पर बिताएगा, जो पृथ्वी से लगभग 340 किमी से 380 किमी. ऊपर परिक्रमा कर रहा है।
    • पूर्व सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद चीन तीसरा देश है जिसने अपने दम पर एक मानव मिशन को अंजाम दिया।
  • यह इस वर्ष के लिये योजनाबद्ध दो मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशनों में से पहला है, जो वर्ष 2022 में चीनी अंतरिक्ष स्टेशन को पूरा करने के उद्देश्य से लॉन्च की गई सूची का हिस्सा है।
    • इस वर्ष के लिये कम-से-कम पाँच और मिशनों की योजना बनाई गई है, जिसमें शेनझाउ-13 मानवयुक्त मिशन भी है, इसमें तीन अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं, जिन्हें इस वर्ष के अंत में निर्धारित किया जाएगा।
  • तीन अंतरिक्ष यात्री इस लिविंग मॉड्यूल में निवास करने वाले पहले व्यक्ति होंगे, ये अगले वर्ष दो प्रयोगशाला मॉड्यूल प्राप्त करने के लिये प्रयोग, परीक्षण उपकरण, रखरखाव का संचालन करेंगे और स्टेशन तैयार करेंगे।
  • यह अंतरिक्ष में चीन का सातवाँ क्रू मिशन था। यह मिशन चीन के अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण के दौरान पहला मानवयुक्त मिशन है जो वर्ष  2016 में देश के आखिरी मानव मिशन के बाद लगभग पाँच वर्षों में पहला और चीन का सबसे लंबा मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है।

मिशन का उद्देश्य:

  • यह लंबी अवधि तक अंतरिक्ष यात्रियों के रहने और स्वास्थ्य देखभाल, रीसाइक्लिंग, जीवन समर्थन प्रणाली, अंतरिक्ष सामग्री की आपूर्ति, अतिरिक्त गतिविधियों का संचालन और कक्षा में रखरखाव से संबंधित परीक्षण प्रौद्योगिकियों में मदद करेगा।

चीन का अंतरिक्ष स्टेशन:

  • चीन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में भागीदार नहीं है, मुख्यतः चीनी कार्यक्रम की गोपनीयता और घनिष्ठ सैन्य संबंधों पर अमेरिकी आपत्तियों के परिणामस्वरूप चीन ISS का हिस्सा नहीं है।
    • ISS पाँच भागीदार अंतरिक्ष एजेंसियों की एक संयुक्त परियोजना है: नासा (संयुक्त राज्य अमेरिका), रोस्कोस्मोस (रूस), जेएक्सए (जापान), ईएसए (यूरोप) और सीएसए (कनाडा)।
  • हालाँकि चीन रूस और कई अन्य देशों के साथ सहयोग बढ़ा रहा है और इसका स्टेशन ISS की अवधि से आगे भी काम करना जारी रख सकता है, ISS अपने कार्यात्मक जीवन के अंत की ओर है।

चीन के अन्य हालिया अंतरिक्ष मिशन:

  • चीन का ‘मार्स प्रोब’:
    • मई 2021 में चीन का तियानवेन अंतरिक्ष यान एक रोवर ‘ज़ुरोंग’ को लेकर मंगल पर उतरा।
      • यह ग्रह की मिट्टी, भूवैज्ञानिक संरचना, पर्यावरण, वातावरण और पानी की वैज्ञानिक जाँच करेगा।
  • चीन का ‘मून प्रोब’:
    • नवंबर 2020 में, चांग ‘ई’ -5 मिशन चंद्रमा पर उतरा और वर्ष 1970 के दशक के बाद से किसी भी देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम द्वारा पहली बार चंद्रमा से नमूनों को लाया गया।
  • चीन और रूस ने वर्ष 2036 तक चलने वाले ‘संयुक्त अंतर्राष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन’ के लिये एक महत्त्वाकांक्षी योजना का भी अनावरण किया है। यह बहुराष्ट्रीय आर्टेमिस समझौते (MAA) के साथ प्रतिस्पर्द्धा कर सकता है।
    • MAA अंतरिक्ष सहयोग की एक ढाँचागत योजना है जो वर्ष 2024 तक मनुष्यों को चंद्रमा पर वापस लाने और मंगल पर एक ऐतिहासिक मानव मिशन शुरू करने की नासा की योजनाओं का समर्थन करता है।

China-Space-Station

स्रोत-द हिंदू

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