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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 30 मार्च, 2020

  • 30 Mar 2020
  • 6 min read

कोरोना अध्ययन श्रृंखला

भविष्य में मानव समाज पर वैश्विक महामारी कोरोना के असाधारण मनोवैज्ञानिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव को महसूस करते हुए नेशनल बुक ट्रस्ट ने ‘कोरोना अध्ययन श्रृंखला’ के तहत पुस्तकों के प्रकाशन का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत कोरोना के बाद के समय में सभी आयु वर्गों के लिये प्रासंगिक पठन सामग्री का प्रकाशन किया जाएगा। ‘कोरोना अध्ययन श्रृंखला’ के तहत प्रकाशित पुस्तकों में पाठकों को इस महामारी से संबंधित विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया जाएगा। नेशनल बुक ट्रस्ट के अनुसार, इस विषय पर योगदान देने के इच्छुक लेखकों तथा शोधकर्त्ताओं को भी यह उपयुक्त मंच प्रदान करेगा। ध्यातव्य है कि इससे पूर्व नेशनल बुक ट्रस्ट ने ‘स्टे होम इंडिया विद बुक्स’ पहल भी लॉन्च की थी। इस पहल के तहत 100 से अधिक किताबें NBT की वेबसाइट से डाउनलोड की जा सकती हैं। नेशनल बुक ट्रस्ट (NBT) मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत एक राष्ट्रीय निकाय है जो पुस्तकों का प्रकाशन करती है और पुस्तकों को बढ़ावा देती है। NBT की स्थापना भारत सरकार द्वारा वर्ष 1957 में की गयी थी। यह मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन उच्च शिक्षा विभाग के तहत कार्य करती है।

इंडियन साइंटिस्ट्स रेसपोंस टू CoViD-19 (ISRC)

कोरोनावायरस (COVID-19) के प्रसार से संबंधित चिंताओं के मद्देनज़र कई भारतीय वैज्ञानिकों ने मिलकर एक गूगल (Google) समूह बनाया है। इंडियन साइंटिस्ट्स रेसपोंस टू CoViD-19 (ISRC) नाम का यह गूगल समूह वैज्ञानिकों का एक स्वैच्छिक समूह है जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लगातार बदलते परिदृश्य पर चर्चा करते हैं। समूह के प्रवक्ता और चेन्नई के वैज्ञानिक आर. रामानुजम के अनुसार, “वर्तमान स्थिति में वैज्ञानिक समुदाय की एक सामाजिक और लोकतांत्रिक ज़िम्मेदारी है।” इस समूह में 200 से अधिक वैज्ञानिक सदस्य हैं, जो IISc, TIFR, IIT, IISER और कई अन्य संस्थानों से संबंधित हैं। समूह का लक्ष्य मौजूदा और उपलब्ध आँकड़ों का अध्ययन कर निष्कर्ष निकलना है ताकि केंद्र, राज्य और स्थानीय सरकारें अपने कार्यों को सफलता पूरा कर सकें।  

PM-CARES फंड 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने PM-CARES फंड की घोषणा की है। इसके तहत कोरोनावायरस (COVID-19) महामारी के संकट से निपटने के लिये धन राशि एकत्रित की जाएगी। PM-CARES का पूर्ण रूप ‘प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन स्थिति राहत’ (Prime Minister’s Citizen Assistance and Relief in Emergency Situations) है। इस कोष की स्थापना का प्राथमिक उद्देश्य COVID-19 जैसी महामारियों से निपटना है। PM-CARES फंड को इकट्ठा करने के लिये एक ट्रस्ट भी बनाया गया है। भारतीय प्रधानमंत्री इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। ट्रस्ट के अन्य सदस्यों में वित्त मंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री शामिल हैं। PM-CARES ट्रस्ट को दी जा रही धन राशि को आयकर अधिनियम की धारा 80 (G) के तहत कर से मुक्त किया गया है। इस फंड का खाता भारतीय स्टेट बैंक में है।

राजस्थान दिवस

देश में प्रतिवर्ष 30 मार्च को राजस्थान दिवस मनाया जाता है। राजस्थान दिवस की शुरुआत 30 मार्च, 1949 को हुई थी, क्योंकि इसी दिन जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर 'वृहत्तर राजस्थान संघ' बना था। राजस्थान का शाब्दिक अर्थ है- ‘राजाओं का स्थान’, क्योंकि यहाँ गुर्जर, राजपूत, मौर्य और जाट आदि ने राज्य किया था। उल्लेखनीय है कि क्षेत्रफल के मामले में राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है, इसका कुल क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किलोमीटर है। राजस्थान के एक बड़े हिस्से में थार रेगिस्तान है, जिसे ‘ग्रेट इंडियन डेजर्ट’ के नाम से भी जाना जाता है। राजस्थान की राजधानी जयपुर है। भारत की एकमात्र लवणीय नदी ‘लूनी नदी’ राजस्थान में ही बहती है।  राजस्थान में तीन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं : केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जंतर-मंतर (जयपुर), राजस्थान के पहाड़ी किले (चित्तौड़गढ़, कुम्भलगढ़, रणथम्भोर और जैसलमेर)।

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