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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 06 अप्रैल, 2020

  • 06 Apr 2020
  • 6 min read

हैक द क्राइसिस- इंडिया

हाल ही में केंद्र सरकार ने “हैक द क्राइसिस- इंडिया” (Hack the Crisis – India) नामक ऑनलाइन हैकाथॉन लॉन्च की है। इस हैकाथॉन का उद्देश्य कोरोनावायरस (COVID-19) के लिये एक व्यावहारिक समाधान खोजना और COVID-19 के खिलाफ लड़ाई को और मज़बूत बनाना है। इसका आयोजन ‘हैक ए कॉज- इंडिया’ और ‘फिक्की लेडीज़ ऑर्गेनाइजेशन पुणे’ द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा इसे  इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) का समर्थन भी प्राप्त है। इस हैकाथॉन के माध्यम से कुछ शीर्ष भागीदार टीमों से मिले विचारों को लागू करके कोरोना संकट से निपटने का यथासंभव प्रयास किया जाएगा। ध्यातव्य है कि यह पहल एस्टोनिया (यूरोप का एक देश) में आयोजित हो रही “हैक द क्राइसिस” नामक पहल का हिस्सा है। इस पहल के तहत वैश्विक कार्यक्रम का आयोजन 9 अप्रैल, 2020 से अप्रैल 11, 2020 के बीच किया जाएगा। वर्तमान में इस पहल के प्रतिभागियों की संख्या 100,000 से अधिक हो गई है।

‘करुना’ पहल

IAS, IPS और IRS सहित भारत की विभिन्न सिविल सेवाओं के अधिकारियों ने कोरोनावायरस (COVID-19) महामारी के विरुद्ध सरकारी प्रयासों को अपना समर्थन देने के लिये ‘करुना’ (CARUNA) नाम से एक विशेष पहल का शुभारंभ किया है। इस पहल का शुभारंभ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) समेत केंद्रीय सिविल सेवा के अधिकारी संघ द्वारा किया गया है। ‘करुना’ एक प्रकार का विशेष सहयोगी मंच है जिसके तहत कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिये सिविल सेवक, उद्योगपति, गैर-सरकारी संगठनों के पेशेवर और IT पेशेवर एक साथ मिलकर काम करेंगे। इस पहल के माध्यम से COVID-19 से निपटने के लिये सरकार के 11 सशक्त समूहों के प्रयासों को सहायता देने के लिये ज़िला स्तर तक फैले अधिकारियों और विशेषज्ञों के नेटवर्क का प्रयोग किया जाएगा। इस मंच का उपयोग स्वास्थ्य उपकरणों और निर्माताओं के डाटाबेस को एकत्रित करने के लिये किया जाएगा और यह मंच दूरस्थ क्षेत्रों में आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति के वितरण की सुविधा भी प्रदान करेगा।

वेंटिलेटर ‘जीवन’

भारतीय रेलवे ने देश में कोरोनावायरस (COVID-19) के बढ़ते प्रकोप के बीच ‘जीवन’ नाम से काफी सस्ता वेंटिलेटर तैयार किया है। ‘जीवन’ वेंटिलेटर को कपूरथला रेलवे कोच फैक्ट्री द्वारा विकसित किया है। इस वेंटिलेटर का अभी प्रयोग नहीं किया जा सकता, क्योंकि ICMR से इसे मंज़ूरी मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है। अभी देश में उपलब्ध वेंटिलेटर की अधिकतम संख्या तकरीबन 57000 है, किंतु यदि कोरोनावायरस संक्रमण तेज़ी से फैलता रहा तो स्थिति काफी खराब हो सकती है और हमें देश में 15 मई तक 1.10 लाख से 2.20 लाख वेंटिलेटर तक की ज़रूरत पड़ सकती है। ‘जीवन’ वेंटिलेटर की कीमत बिना कंप्रेसर के लगभग 10000 रुपए होगी। इसे बनाने वाली रेलवे कोच फैक्ट्री (RCF) के अनुसार, यदि इसे ICMR की मंज़ूरी मिल जाती है तो रेलवे के पास प्रतिदिन 100 वेंटिलेटर बनाने की क्षमता है। ध्यातव्य है कि देश में कोरोनावायरस के तेज़ी से हो रहे प्रसार के कारण वेंटिलेटर की भारी कमी महसूस की जा रही है।

बास्केटबॉल हॉल ऑफ फेम

प्रसिद्ध अमेरिकी बास्केटबॉल खिलाड़ी कोबी ब्रायंट और पूर्व अंतर्राष्ट्रीय बास्केटबॉल महासंघ (FIB) के महासचिव पैट्रिक बाउमन दोनों को मरणोपरांत बास्केटबॉल नाइस्मिथ मेमोरियल हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। ध्यातव्य है कि कोबी ब्रायंट का इसी वर्ष जनवरी माह में विमान दुर्घटना के कारण निधन हो गया था। कोबी ब्रायंट को बास्केटबॉल की दुनिया में सबसे महानतम खिलाड़ियों में गिना जाता था। कोबी ब्रायंट का जन्म 23 अगस्त, 1978 को अमेरिका के पेनसिलवेनिया (Pennsylvania) में हुआ था। वे अमेरिका की मशहूर बास्केटबॉल प्रतियोगिता NBA की टीम लॉस एंजेल्स लेकर्स से जुड़े हुए थे। वे वर्ष 1996 से लेकर 2016 तक लॉस एंजेल्स लेकर्स के साथ ही जुड़े रहे। उन्होंने अपने कॅरियर में कुल 33,643 पॉइंट्स स्कोर किये। वे वर्ष 2008 के बीजिंग ओलंपिक तथा वर्ष 2012 के लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली अमेरिकी बास्केटबॉल टीम का हिस्सा भी थे। पैट्रिक बाउमन का 51 वर्ष की उम्र में ब्यूनस आयर्स में वर्ष 2018 युवा ओलंपिक खेलों में भाग लेने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।

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