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डेली न्यूज़

प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स: 29 सितंबर, 2018

  • 29 Sep 2018
  • 9 min read

भारत-संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास ढाँचा (UNSDF)

  • नीति आयोग और संयुक्त राष्ट्र ने 2018-2022 के लिये भारत सरकार-संयुक्त राष्ट्र सतत विकास ढाँचे (UNSDF) पर हस्ताक्षर किये हैं।
  • भारत-संयुक्त राष्ट्र सतत विकास ढाँचा (SDF) 2018-2022 भारत में संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के काम की रूपरेखा तैयार करता है और संयुक्त राष्ट्र द्वारा सरकार के परामर्श से चिन्हित किये जाने वाले महत्त्वपूर्ण विकास कार्यों की उपलब्धि हेतु समर्थन सुनिश्चित करता है तथा राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ कतारबद्ध करता है।
  • इन प्राथमिकताओं को नीति आयोग की तीन-वर्षीय कार्यसूची (2017-2020) और अन्य नीति घोषणाओं (उदाहरण के लिये- 2022 तक ‘न्यू इंडिया’) में व्यक्त किया गया है तथा सतत विकास (एसडीजी 2030) के लिये कार्यसूची 2030 पर सहमत होने के लिये इन्हें कतारबद्ध किया गया है।
  • नीति आयोग UNSDF के संचालन हेतु भारत में संयुक्त राष्ट्र के लिये राष्ट्रीय समकक्ष है।
  • UNSDF 2018-22 में सात प्राथमिक क्षेत्र शामिल हैं-
  1. गरीबी और शहरीकरण
  2. स्वास्थ्य, जल और स्वच्छता
  3. शिक्षा और रोज़गार
  4. पोषण और खाद्य सुरक्षा
  5. जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ ऊर्जा, और आपदा तन्यता
  6. स्किलिंग, उद्यमिता और रोज़गार सृजन
  7. लिंग समानता और युवा विकास।

प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY)

  • PMKSY एक अम्ब्रेला प्रोजेक्ट है जिसमें खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, मेगा फूड पार्क जैसे उद्योग, एकीकृत शीत श्रृंखला एवं मूल्य वृद्धि अवसंरचना, खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता आश्वासन अवसंरचना इत्यादि जैसी पहले से ही चल रही योजनाएँ शामिल हैं।
  • इसमें कृषि-प्रसंस्करण के लिये आधारभूत संरचना, पीछली और अगली कड़ियों का सृजन, खाद्य प्रसंस्करण और संरक्षण क्षमताओं का सृजन तथा विस्तार जैसी नई योजनाएँ भी शामिल हैं।
  • PMKSY का उद्देश्य कृषि का पूरक बनना, प्रसंस्करण का आधुनिकीकरण और कृषि-अपशिष्ट को कम करना है।

रेलवे जल्द ही पेश करेगी स्मार्ट कोच

  • भारतीय रेलवे ब्लैक बॉक्स और कृत्रिम बुद्धि (एआई) द्वारा संचालित सीसीटीवी जैसी नई सुविधाओं के साथ ‘मेक इन इंडिया’ स्मार्ट कोच पेश करेगी।
  • इन कोचों के संस्करण 0 में, रेलवे कई नई विशेषताओं को पेश करने की योजना बना रही है।
  • संस्करण 2.0 में फेस डिटेक्शन सुविधा युक्त वीडियो एनालिटिक्स, असामान्य घटना का पता लगाने, आग और धुएँ का पता लगाने वाली इकाई तथा कोच की ऊर्जा खपत को मापने के लिये एनर्जी-मीटरिंग मॉड्यूल जैसी सुविधाएँ होंगी।
  • ब्लैक बॉक्स दूरस्थ निगरानी के साथ यात्री घोषणाओं के लिये संचार इंटरफेस, जीपीएस आधारित घोषणा ट्रिगर, यात्रियों के लिये आपातकालीन इंटरकॉम, डिजिटल गंतव्य बोर्ड, ट्रेन रिज़र्वेशन डिस्प्ले मॉड्यूल और सीसीटीवी के लिये कोच नियंत्रण इकाई के रूप में कार्य करेगा।

मुज़िरिस

पौराणिक कथाओं में

मुज़िरिस दुनिया के सबसे पुराने बंदरगाह शहरों में से एक बंदरगाह शहर था। स्पाइस सिटी के रूप में प्रसिद्ध मुज़िरिस को मुराचिपट्टनम (Murachipattanam) भी कहा जाता था। मुराचिपट्टनम का वर्णन रामायण में भी है।

मुज़िरिस प्रोजेक्ट

  • मुज़िरिस विरासत संरक्षण परियोजना देश की उस भव्य विरासत का एक उत्सव है, जहाँ विभिन्न धर्मों, जातियों और अनेक प्रकार के भाषा-भाषी लोग रहते हैं। मुज़िरिस विरासत परियोजना केरल पर्यटन विभाग की एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना है। इसे केंद्रीय पर्यटन विभाग के सहयोग से शुरू किया गया है।
  • इसके तहत केरल में ऐतिहासिक महत्त्व के स्थलों, संग्रहालयों, उपासना स्थलों और पुरातात्त्विक स्मारकों को संरक्षित किया जाएगा।
  • मुज़िरिस विरासत परियोजना देश में विरासत संरक्षण की सबसे बड़ी और केरल की पहली हरित परियोजना है। इस परियोजना को 'मसाला मार्ग पहल' का भी नाम दिया गया है। इसके तहत केरल के मालाबार तट के साथ दुनिया के अन्य हिस्सों के सामुद्रिक संपर्कों के इतिहास की खोज की जाएगी।
  • यह त्रिशूर में कोडुंगल्लूर (Kodungallur) और एर्नाकुलम (Ernakulam) में उत्तर परवुर के बीच एक विरासत पर्यटन सर्किट का निर्माण करता है।
रेल धरोहर डिजिटलीकरण परियोजना

हाल ही में रेल मंत्रालय ने गूगल आर्ट्स एंड कल्‍चर के सहयोग से भारतीय रेलवे की ‘रेल धरोहर डिजिटलीकरण परियोजना’ की शुरुआत की है। यह परियोजना राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों को देश की रेल धरोहरों से रूबरू कराने के उद्देश्‍य से अपनी तरह का प्रथम ऐतिहासिक प्रयास है। इसे ‘गाथा बयां करने वाले ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म’ के ज़रिये सुलभ कराया जाएगा।

  • भारतीय रेल और गूगल के बीच इस भागीदारी में वाई-फाई सेवाएँ सम्मिलित हैं, जिसे देश के 400 से अधिक रेलवे स्‍टेशनों तक विस्तारित किया गया है। रेल सहयोग के माध्‍यम से 5,000 से अधिक स्‍टेशनों को निजी और सार्वजनिक भागीदारी के ज़रिये उन्‍नत बनाने का प्रस्‍ताव भी पेश किया गया है।
  • गूगल आर्ट एंड कल्‍चर के साथ साझेदारी के माध्यम से रेवाड़ी स्‍टीम सेंटर स्थित राष्‍ट्रीय रेल संग्रहालय, तीन वर्ल्‍ड हेरिटेज रेलवे, सीएसएमटी मुंबई भवन समेत देश की रेलवे धरोहर से जुड़े कई अन्‍य स्‍थानों का डिजिटलीकरण किया गया है।

पृष्ठभूमि

  • भारतीय रेलवे ने 16 अप्रैल, 1853 को बोरी बंदर और ठाणे के बीच अपनी यात्रा शुरू की। उसके बाद से न केवल  भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक बन गया है बल्कि इसने देश के सामाजिक, तकनीकी और आर्थिक विकास में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।
  • रेल विरासत का डिजिटलाइज़ेशन कलाकृतियों और अन्य विरासत संपत्तियों को संदर्भित करने के लिये बहुत से अवसर प्रदान करता है।
  • 151,000 किलोमीटर से अधिक ट्रैक, 7,000 स्टेशन, 1.3 मिलियन कर्मचारी और 160 साल के इतिहास के साथ, भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे प्रसिद्ध रेलवे नेटवर्कों में से एक है।
  • इस दिशा में गूगल आर्ट्स एंड कल्चर का नया ऑनलाइन संग्रह न केवल भारतीय रेलवे को नई ऊर्जा प्रदान करेगा, बल्कि भारत की समृद्ध रेल विरासत को दुनिया भर के लोगों के लिये डिजिटल रूप से सुलभ बनाने का काम करेगा।
  • 75 ऑनलाइन प्रदर्शनियों, 3500 से अधिक चित्रों और 200 वीडियो भारत के रेलवे स्टेशनों, उनकी खूबसूरत भौगोलिक स्थितियों और महत्त्व का गहराई से चित्रण करेंगे।
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