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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

प्रीलिम्स फैक्ट्स : 23 अप्रैल, 2018

  • 23 Apr 2018
  • 8 min read

हर साल 22 अप्रैल को पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का प्रणेता अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन को माना जाता है, जिन्होंने सबसे पहले अमेरिकी औद्योगिक विकास के कारण हो रहे पर्यावरणीय दुष्परिणामों पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया था। इसके लिये उन्होंने अमेरिकी समाज को संगठित किया, विरोध प्रदर्शन एवं जन-आन्दोलनों के लिये मंच उपलब्ध कराया।

  • पृथ्वी दिवस की स्थापना अमेरिकी सीनेटर गेराल्ड नेल्सन के द्वारा 1970 में एक पर्यावरण शिक्षा के रूप में की गई थी। 
  • 22 अप्रैल, 1970 को पृथ्वी दिवस के रूप में आधुनिक पर्यावरण आंदोलन की शुरुआत हुई। इस आंदोलन में संकल्प लिया गया कि पृथ्वी को नष्ट होने से बचाया जाएगा और कोई ऐसा काम नहीं किया जाएगा जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुचे।
  • इस आंदोलन का उद्देश्य पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त रखना है। वर्ष 2000 में यह अभियान वैश्विक (Global) बन गया क्योंकि काफी लोग इंटरनेट के ज़रिये पृथ्वी दिवस से जुड़ गए थे। 
  • अमेरिका पृथ्वी दिवस को वृक्ष दिवस के रूप में मनाता है जिसका उद्देश्य पृथ्वी को हरा-भरा रखना है।
  • पहले विश्व में प्रतिवर्ष दो दिन (21 मार्च और 22 अप्रैल) पृथ्वी दिवस मनाया जाता था। 21 मार्च को मनाए जाने वाले 'इंटरनेशनल अर्थ डे' को संयुक्त राष्ट्र का समर्थन प्राप्त है, पर इसका महत्त्व वैज्ञानिक तथा पर्यावरणीय अधिक है।
  • 22 अप्रैल को उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत और दक्षिणी गोलार्द्ध में शरद का मौसम होता है। संयुक्त राष्ट्र में पृथ्वी दिवस को हर साल मार्च में एक्विनोक्स (वर्ष का वह समय जब दिन और रात बराबर होते हैं) पर मनाया जाता है, यह अक्सर 20 मार्च का दिन होता है, इस परम्परा की शुरुआत शांति कार्यकर्त्ता जॉन मक्कोनेल द्वारा की गई।

ओपेक

हाल ही में राजधानी दिल्ली में ऊर्जा क्षेत्र के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन इंटरनेशनल एनर्जी फोरम (आइईएफ) के 16वें संस्करण का आयोजन किया गया। 

  • तेल निर्यातक देशों के संगठन का नाम है ओपेक (Organization of the Petroleum Exporting Countries-OPEC)। 
  • इसमें एशिया, अफ्रीका तथा दक्षिण अमेरिका के प्रमुख तेल उत्पादक व निर्यातक देश शामिल हैं, जिनकी दुनिया के कुल कच्चे तेल में लगभग 77 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
  • ओपेक की स्थापना 14 सितंबर, 1960 को इराक की राजधानी बगदाद में हुई थी। ओपेक का सचिवालय ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में है।
  • ओपेक के पाँच संस्‍थापक देशों में ईरान, इराक, कुवैत, सउदी अरब व वेनेजुएला शामिल हैं, इसके बाद इसमें कतर, इंडोनेशिया, लीबिया, संयुक्‍त अरब अमीरात, अल्‍जीरिया, नाइजीरिया, इक्‍वाडोर, गैबोन व अंगोला शामिल हुए।
  • इंडोनेशिया जनवरी 2009 में ओपेक से हट गया और कुल मिलाकर अभी इसके 12 सदस्‍य देश हैं।
  • ओपेक प्रतिदिन लगभग तीन करोड़ बैरल कच्चे तेल का उत्‍पादन करता है और सउदी अरब इसका सबसे बड़ा उत्‍पादक देश है तथा भारत के लिये सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्त्ता भी है।

फेम इंडिया योजना

इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को फेम इंडिया (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles - FAME India) योजना के तहत मिलने वाला प्रोत्साहन और छह महीने या नीति आयोग द्वारा योजना का दूसरा चरण शुरू किये जाने तक मिलता रहेगा, क्योंकि इसकी अवधि 31 मार्च तक बढ़ा दी गई है।

  • 1 अप्रैल, 2015 से लागू इस योजना के तहत वर्ष 2022 तक देश भर में 60-70 लाख हाइब्रिड और इलेक्ट्रिकल वाहन सडकों पर उतारने की योजना है।
  • इससे लगभग 950 करोड़ लीटर पेट्रोल एवं डीज़ल की खपत में कमी आएगी, जिससे इस पर खर्च होने वाले 62 हज़ार करोड़ रुपए की भी बचत होगी।
  • इस योजना का प्रमुख उद्देश्य प्रदूषण कम करना और ग्रीनहाउस गैस उत्‍सर्जन में कमी लाना है।
  • इसके तहत डीज़ल और पेट्रोल की जगह हाइब्रिड और इलेक्ट्रिकल दोपहिया वाहन, कार, तिपहिया वाहन और हल्‍के व भारी कमर्शियल वाहनों के लिये देश भर में अवसंरचना तैयार की जानी है।

विश्व आर्थिक मंच

विश्व आर्थिक मंच सार्वजनिक-निजी सहयोग हेतु एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है, जिसका उद्देश्य विश्व के प्रमुख व्यावसायिक, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति तथा अन्य प्रमुख क्षेत्रों के अग्रणी लोगों और शिक्षाविदों एवं बुद्धिजीवियों के लिये एक मंच के रूप में काम करना है। यह स्विट्ज़रलैंड में स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था है और इसका मुख्यालय जिनेवा में है। 

  • इस फोरम की स्थापना 1971 में यूरोपियन प्रबंधन के नाम से जिनेवा विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रोफेसर क्लॉस एम. श्वाब ने की थी।
  • इस संस्था की सदस्यता अनेक स्तरों पर प्राप्त होती है और ये स्तर संस्था के काम में उनकी सहभागिता पर निर्भर करते हैं। इसके माध्यम से विश्व के समक्ष मौजूद महत्त्वपूर्ण आर्थिक एवं सामाजिक मुद्दों पर परिचर्चा का आयोजन किया जाता है। 
  • इस मंच का सबसे चर्चित और महत्त्वपूर्ण आयोजन यही शीतकालीन बैठक होती है, जिसे अन्य नेताओं के अलावा भारत के प्रधानमंत्री ने भी संबोधित किया था।

विश्व आर्थिक मंच द्वारा जारी की जाने वाली अन्य रिपोर्ट्स

  • Global Gender Gap Report 
  • Global Competitiveness Report 
  • Global Human Capital Report  
  • Travel and Tourism Competitiveness Report  
  • Global Risks Report 
  • Inclusive Growth and Development Report
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