लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली न्यूज़

जैव विविधता और पर्यावरण

खतरे में हैं मेडागास्कर की देशज प्रजातियाँ

  • 23 Apr 2019
  • 3 min read

चर्चा में क्यों?

मेडागास्कर की लगभग 20 देशज प्रजातियाँ खतरे में हैं। गौरतलब है कि खतरों से घिरी इन प्रजातियों का ज़्यादातर हिस्सा नरवानर गण (Primate) समूह से संबंध रखता है। इस समूह में आमतौर पर लेमूर, बंदर, वानर और मनुष्यों से संबंधित सभी प्रजातियाँ शामिल हैं।

प्रमुख बिंदु

  • अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ( International Union for Conservation of Nature- IUCN) की संकटग्रस्त जातियों की लाल सूची के अनुसार, 111 लेमूर प्रजातियों में से 24 वर्तमान में क्रिटिकली एन्डेंजर्ड के रूप में सूचीबद्ध हैं, 49 लुप्तप्राय हैं और 20 सुभेद्य हैं।
  • CITES द्वारा इन सभी प्रजातियों को परिशिष्ट I में सूचीबद्ध किया गया है, जो वैज्ञानिक उद्देश्यों को छोड़कर किसी नमूने या अंग के व्यापार को प्रतिबंधित करता है।

♦ इंद्री, सभी लेमूर प्रजातियों में सबसे बड़ी और मेडागास्कर के लिये प्रतीकात्मक महत्त्व वाली प्रजाति है। यह प्रजाति भी उन लेमूर प्रजातियों में से एक है जिन्हें लुप्तप्राय की सूची से हटाकर क्रिटिकली एन्डेंजर्ड के रूप में सूचीबद्ध जाएगा।

♦ मैडम बर्थे (Madame Berthe’s) माउस लेमूर (दुनिया का सबसे छोटा प्राइमेट) को भी अब लुप्तप्राय के रूप में सूचीबद्ध किया जाएगा।

  • मेडागास्कर में लेमूर प्रजाति के अस्तित्व पर कई कारक संकट उत्पन्न कर रहे हैं, उनमें से प्रमुख इस प्रकार हैं-

♦ उष्णकटिबंधीय वन्य आवास का व्यापक विनाश

♦ गैरकानूनी तरीके से पेड़ों की कटाई

♦ झूम कृषि की वज़ह से वनों की कटाई

♦ चारकोल का उत्पादन

♦ खनन

♦ भोजन और व्यापार के लिये लेमूर का शिकार।

मेडागास्कर

  • पूरे मेडागास्कर द्वीप पर विशिष्ट पारिस्थितिक तंत्र और असाधारण वन्यजीव विकसित हुए हैं। यह अफ्रीकी महाद्वीप से लगभग 160 मिलियन साल पहले अलग हो गया था।
  • मेडागास्कर के समुद्र तट का विस्तार 3,000 मील से भी अधिक है। इसमें 250 से अधिक द्वीपसमूह हैं जहाँ दुनिया के सबसे बड़े प्रवाल भित्ति और सबसे व्यापक मैंग्रोव क्षेत्रों में से कुछेक पाए जाते हैं।
  • IUCN हर साल 30 अक्तूबर को विश्व लेमूर दिवस मनाता है।

स्रोत- द हिंदू

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2