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डेली न्यूज़

अंतर्राष्ट्रीय संबंध

भारत- किर्गिज़स्तान

  • 31 May 2019
  • 6 min read

चर्चा में क्यों ?

कश्मीर की समस्या एवं UNO में भारत की स्थायी सदस्यता (Permanent Seat) जैसे मुद्दों पर भारत का समर्थन करने वाला किर्गिज़स्तान, भारत का एक महत्त्वपूर्ण रणनीतिक साझीदार है। नव-निर्वाचित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में अतिथि के तौर पर आमंत्रित किर्गिज़स्तान के राष्ट्रपति (President) सूरोनबे जीनबेकोव (Sooronbay Jeenbekov) वर्तमान में शंघाई कोऑपेरेशन ऑर्गेनाइज़ेशन (Shanghai Cooperation Organization) के अध्यक्ष हैं। भारत ने रक्षा उपकरणों (Defence Equipment) की खरीद के लिये किर्गिज़स्तान को $ 100 मिलियन की राशि देने का फैसला किया है। यह राशि पूर्व में रक्षा खरीद के लिये दी गयी राशि से अधिक है।

महत्त्वपूर्ण बिंदु

  • किर्गिज़स्तान ने भारत से अपने द्विपक्षीय (Bilateral Relationship) एवं रणनीतिक संबंध (Strategic Relationship) को अधिक मज़बूत और गहरा बनाने हेतु अपने रक्षा उपकरणों की खरीद के लिये भारत से अनुरोध किया था| साथ ही किर्गिज़स्तान के शहर बाल्कि (Balykchy) में संयुक्त पर्वतीय युद्ध प्रशिक्षण केंद्र ( Joint Mountain Warfare Training Centre) के निर्माण का भी प्रस्ताव रखा था।
  • किर्गिज़स्तान द्वारा एक राष्ट्र के रूप में मान्यता प्राप्त करने के साथ भारत-किर्गिज़स्तान संबंधों की शुरुआत हुई|
  • किर्गिज़स्तान एक स्वतंत्र देश के रूप में वर्ष 1991 में अस्तित्व में आया।
  • भारत वर्ष 1992 से ही किर्गिज़स्तान का कूटनितिक साझीदार (Diplomatic Ties) रहा है।
  • 1992 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से दोनों देशों ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर किये। इनमें संस्कृति, व्यापार, आर्थिक सहयोग, नागरिक उड्डयन (Civil Aviation), निवेश संवर्द्धन और संरक्षण (Investment Promotion and Protection), दोहरे कराधान से बचाव (Avoidance of Double Taxation), कांसुलर कन्वेंशन (Consular Convention) आदि शामिल हैं।
  • वर्ष 2011 में 'खंजर' नामक संयुक्त युद्धाभ्यास (Joint Exercises) श्रृंखला शुरू हुई।
  • 2016-17 में भारत और किर्गिज़स्तान के बीच वाणिज्यिक व्यापार $ 24.98 मिलियन था।
  • 2016-2017 के वित्तीय वर्ष में किर्गिज़स्तान के लिये भारतीय निर्यात 22.66 मिलियन डॉलर का था, जबकि किर्गिज़स्तान का भारत में निर्यात $ 3.32 मिलियन था।
  • भारत द्वारा किर्गिज़स्तान में परिधान, कपड़ा, चमड़े का सामान, ड्रग्स और औषधियाँ, परिष्कृत रसायन और चाय का निर्यात किया जाता है।
  • किर्गिज़स्तान द्वारा भारत में कच्चे खाल, धातु के अयस्क और धातु स्क्रैप का निर्यात किया जाता है।
  • किर्गिज़स्तान के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में लगभग 9,000 भारतीय छात्र चिकित्सा अध्ययन कर रहे हैं।
  • इसके अलावा, किर्गिज़स्तान में रहने वाले कई व्यापारी हैं जो व्यापार और कई अन्य सेवाओं में कार्यरत हैं।
  • किर्गिज़स्तान, शंघाई कोऑपेरेशन ऑर्गेनाइज़ेशन में भारत की भूमिका का समर्थन करता है।
  • भारत और किर्गिज़स्तान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे के साथ-साथ चाबहार समुद्री बंदरगाह निर्माण हेतु परिवहन, निर्माण कार्य, परिचालन, सरलीकरण की प्रक्रिया में तेज़ी लाई जा रही है | इस कार्य से द्विपक्षीय संबंध प्रगाढ़ होने के साथ-साथ दोनों देशों के मध्य संपर्क सूत्र भी मज़बूत होंगे।
  • किर्गिज़स्तान मध्य एशिया का एक देश है जो उत्तर और पश्चिम में कज़ाखस्तान, पूर्व और दक्षिण में चीन और दक्षिण एवं पश्चिम में ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान द्वारा घिरा हुआ है।
  • किर्गिज़स्तान की राजधानी बिश्केक है। किर्गिज़स्तान की फ़रगना घाटी का विस्तार उज़्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान तक है।
  • फरगना घाटी में कई आतंकवादी समूह जैसे- इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज़्बेकिस्तान (IMU), हिज्ब-उत-ताहिर (HUT) इत्यादि सक्रिय हैं। ये आतंकवादी संगठन अस्थिरता उत्पन्न कर सकते हैं।
  • फरगना घाटी के आतंकवादियों की भूमिका तालिबान प्रायोजित हिंसक वारदातों में भी होती है।
  • मध्य एशिया क्षेत्र खनिज पदार्थ विशेषकर हायड्रोकार्बन में समृद्ध है। मध्य एशिया क्षेत्र में भारत के भू-रणनीतिक और आर्थिक हित है।
  • ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में मध्य एशिया और भारत के बीच सहयोग की भावी संभावनाएँ बहुत महत्त्वपूर्ण प्रतीत होती हैं।
  • कार (Central Asia Region) और अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता भारत की सुरक्षा के लिये सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है।

स्रोत: इकॉनमिक टाइम्स

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