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भारतीय अर्थव्यवस्था

चीन को पीछे छोड़ भारत बना रहेगा दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था : एशियाई विकास बैंक

  • 20 Jul 2018
  • 3 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में एशियाई विकास बैंक ने कहा है कि भारत वर्ष 2018-19 और 2019-20 में चीन को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

एशियाई विकास बैंक एक बहुपक्षीय वित्तीय संस्था है। इस बैंक की स्थापना एशिया और प्रशांत क्षेत्रों में आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से वर्ष 1966 में की गई थी, जिसका मुख्यालय फिलिपींस के मनीला में स्थित है।

एशियाई विकास बैंक का अनुमान

  • एशियाई विकास बैंक का अनुमान है कि भारत की वृद्धि दर 2018-19 में 7.3 फीसदी और 2019-20 में 7.6 फीसदी रहेगी। इसके साथ ही भारत, चीन को पीछे छोड़ दुनिया की सबसे तेज़ी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2017-18 में भारत की विकास दर 6.7 फीसदी रही।
  • ADB के अनुसार, 2018 में चीन की विकास दर घटकर 6.6 फीसदी पर आ जाएगी और 2019 में यह और अधिक घटकर 6.4 फीसदी के स्तर पर पहुँच जाएगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 में चीन की वृद्धि दर 6.9 फीसदी थी।
  • एशियाई विकास बैंक (ADB) ने इस वित्तीय वर्ष हेतु भारत के लिये अपने मुद्रास्फीति अनुमान को 4.6% से बढ़ाकर 5% तक कर दिया है तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों, रुपए का मूल्यह्रास और न्यूनतम समर्थन मूल्यों में वृद्धि को इसका कारण बताया गया है।
  • ADB ने एशियन डेवलपमेंट आउटलुक (ADO) के परिशिष्ट में कहा है कि भारत में सार्वजनिक खर्च बढ़ने, क्षमता के बेहतर इस्तेमाल और निजी निवेश बढ़ने से विकास दर को गति मिलेगी। 
  • 2017-18 की आखिरी तिमाही में भारत की विकास दर ने में वृद्धि हुई और यह  7.7 प्रतिशत पर पहुँच गई, जो 2016-17 की पहली तिमाही के बाद सबसे उच्च दर है। 
  • एशियन डेवलपमेंट आउटलुक के एक परिशिष्ट के अनुसार, भले ही व्यापारिक भागीदारों के साथ अमेरिका के तनाव में वृद्धि हो रही है लेकिन प्रशांत क्षेत्र के विकासशील देशों की विकास दर 2018 और 2019 में मज़बूत रहेगी।
  • ADB की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की अगुवाई में दक्षिण एशिया सबसे तेज़ी से बढ़ता आर्थिक क्षेत्र रहेगा। हालाँकि, एशिया प्रशांत क्षेत्र में व्यापार को लेकर नया तनाव पैदा हुआ है, लेकिन इसके बावजूद दक्षिण एशियाई क्षेत्र की अर्थव्यवस्था तेज़ी से बढ़ेगी।
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