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गणतंत्र दिवस परेड में हरियाणा की झाँकी में 'मेरा परिवार-मेरी पहचान' को दर्शाया गया है

  • 30 Jan 2024
  • 3 min read

चर्चा में क्यों?

26 जनवरी 2024 को गणतंत्र दिवस परेड में हरियाणा की झाँकी में 'मेरा परिवार-मेरी पहचान' की थीम को दर्शाया गया, जो हरियाणा सरकार का एक महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम है जो "विकसित भारत" के सपने को साकार करने में सार्थक भूमिका निभा रहा है।

मुख्य बिंदु:

  • इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा एकत्रित एवं अद्यतन प्रत्येक परिवार के डेटा के माध्यम से प्रौद्योगिकी से जुड़कर पात्र परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करना है।
  • परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकार हर पात्र व्यक्ति तक योजनाएँ पहुँचा रही है।
  • इस झांकी को महिलाओं के सशक्तीकरण के पारंपरिक प्रतीक के रूप में तैयार किया गया है।
    • डिजिटल उपकरण रखने वाली महिला एक विकसित डिजिटल भारत का प्रतीक है, जो हरियाणा के हर कोने में लोगों को परिवार पहचान पत्र के माध्यम से घर बेठे सिर्फ एक क्लिक के साथ सरकारी योजनाओं तक पहुँचने और उनका लाभ उठाने में सक्षम बनाती है।
    • "परिवार पहचान पत्र" के महत्त्वपूर्ण लाभों पर भी प्रकाश डाला गया जैसे कि राशन की निर्बाध खरीद, किसान परिवारों के लिये कृषि सब्सिडी, युवा छात्रों के लिये छात्रवृत्ति और बुजुर्गों के लिये पेंशन।

परिवार पहचान पत्र

  • परिवार पहचान पत्र योजना की शुरुआत हरियाणा सरकार द्वारा वर्ष 2020 में की गई थी।
  • परिवार पहचान पत्र के तहत प्रत्येक परिवार को एक इकाई मानते हुए आठ अंकों की अद्वितीय परिवार आईडी प्रदान की जा रही है।
  • इसका उद्देश्य हरियाणा के सभी परिवारों का प्रामाणिक, सत्यापित और विश्वसनीय डेटा तैयार करना है, ताकि प्रत्येक लाभार्थी को परेशानी मुक्त तरीके से सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा सके।

नोट:

  • 'राष्ट्रपति के अंगरक्षक'- 2024 गणतंत्र दिवस (75वाँ) विशिष्ट रेजिमेंट के लिये विशेष है क्योंकि 'अंरक्षक' ने वर्ष 1773 में अपनी स्थापना के बाद से 250 वर्ष की सेवा पूरी कर ली है।
  • भारत की राष्ट्रपति और फ्राँस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, जो 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि हैं, 'पारंपरिक बग्गी' में कर्तव्य पथ पर पहुँचे, यह एक प्रथा जिसने 40 वर्षों के अंतराल के बाद वापसी की।
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