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प्रिलिम्स फैक्ट: 13 मई, 2021

  • 13 May 2021
  • 4 min read

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस

National Technology Day

भारत में हर वर्ष 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है।

प्रमुख बिंदु:

  • यह दिन पहली बार 11 मई, 1999 को मनाया गया था, इसका उद्देश्य भारतीय वैज्ञानिकों, इंजीनियरों की वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धियों का स्मरण करना है।
    • इस दिन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा रखा गया था।
  • भारत में हर वर्ष प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी में योगदान के लिये व्यक्तियों को राष्ट्रीय पुरस्कार देकर सम्मानित करता है।
    • प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड भारत सरकार का एक सांविधिक निकाय है जो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन कार्य करता है।
    • यह भारतीय उद्योगों और अन्य एजेंसियों को स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के व्यावसायीकरण या व्यापक घरेलू अनुप्रयोगों के लिये आयातित प्रौद्योगिकियों के अनुकूलन हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करता है।

 वर्ष 2021 की थीम:

  • एक सतत् भविष्य के लिये विज्ञान और प्रौद्योगिकी।

महत्त्व:

  • इस दिन भारत ने 11 मई, 1998 को पोखरण में परमाणु बमों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।
    • परमाणु मिसाइल का राजस्थान में भारतीय सेना के पोखरण टेस्ट रेंज में परीक्षण किया गया। मई 1974 में पोखरण- I के ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा के बाद आयोजित यह दूसरा परीक्षण था।
    • भारत ने पोखरण- II नामक एक ऑपरेशन में अपनी शक्ति -1 परमाणु मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जिसे ऑपरेशन शक्ति के रूप में जाना गया, जिसका नेतृत्व दिवंगत राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने किया था।
  • उसी दिन भारत ने त्रिशूल मिसाइल (सतह से हवा में कम दूरी की मिसाइल) की सफल परीक्षण फायरिंग की और पहले स्वदेशी विमान ‘हंसा - 3 ’का परीक्षण किया।

कर्नाटक की हक्कीपिक्की जनजाति

HakkiPikki Tribe of Karnataka

हाल ही में देखा गया कि कर्नाटक में हाक्कीपिक्की (HakkiPikki) जनजाति के कुछ लोग कोविड-19 से बच गए।

प्रमुख बिंदु

हक्कीपिक्की जनजाति के विषय में:

  • हक्कीपिक्की जनजातियाँ अर्द्ध घुमंतू जनजातीय लोग हैं, इनके गुजराथीओ (Gujrathioa), कालीवाला (Kaliwala), मेवाड़ा (Mewara) और पनवारा (Panwara) चार वंश हैं।
  • ये कई दक्षिण भारतीय भाषाओं जैसे- कन्नड़, तमिल, तेलुगू और मलयालम के साथ-साथ वाग्रिबूली (Vagribooli) भी बोलते हैं जो गुजराती के समान है।
  • ‘हक्कीपिक्की’ का अर्थ कन्नड़ में "पक्षी पकड़ने वाले" (Bird Catcher) से है।
  • यह कर्नाटक की एक अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribe) है।

उत्पत्ति और इतिहास:

  • हक्कीपिक्की आदिवासी समुदायों का एक समृद्ध इतिहास है। इनका पैतृक संबंध महाराणा प्रताप सिंह के साथ होने का दावा किया जाता है।
  • हक्कीपिक्की एक क्षत्रिय या योद्धा आदिवासी समुदाय है, जिन्हें मुगलों से पराजित होने के बाद दक्षिण भारत में पलायन करना पड़ा।
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